पेरिस 2024 ओलंपिक: भारत के रिकॉर्ड और उपलब्धियां - जानें पूरी लिस्ट
पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत का अभियान छह पदकों के साथ समाप्त हुआ, जो टोक्यो 2020 के रिकॉर्ड से एक पदक कम है। हालांकि, यह टोक्यो 2020 और लंदन 2012 के बाद ग्रीष्मकालीन खेलों में भारत का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, घुड़सवारी, गोल्फ, हॉकी, जूडो, रोइंग, सेलिंग, शूटिंग, स्विमिंग, कुश्ती, टेबल टेनिस और टेनिस ऐसे 16 खेल हैं, जिनमें भारतीय एथलीटों पेरिस 2024 में प्रतिस्पर्धा की।
एथलेटिक्स में 29 सदस्यीय टीम के साथ सबसे बड़े दल ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। शूटिंग में, भारत ने अपना अब तक का सबसे बड़ा 21 निशानेबाजों का दल मैदान में उतारा था।
सभी का मुख्य उद्देश्य पदक सुरक्षित करना था, भारतीय एथलीटों ने गेम्स में नए रिकॉर्ड भी बनाए।
यहां पेरिस 2024 ओलंपिक में अब तक के सभी भारतीय रिकॉर्ड की पूरी लिस्ट दी गई है।
पेरिस 2024 ओलंपिक: भारत के रिकॉर्ड
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो 2020 की अपनी सफलता में चार चांद लगा दिए
नीरज चोपड़ा ने पेरिस 2024 में 89.45 मीटर के प्रयास के साथ अपने करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक प्रदर्शन किया, लेकिन अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता।
ओलंपिक रजत पदक जीतना कोई छोटी उपलब्धि नहीं थी। आपको बता दें, यह ग्रीष्मकालीन खेलों में एथलेटिक्स में भारत का दूसरा पदक था - दोनों ही पदक नीरज ने जीते हैं।
चोपड़ा टोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक और पेरिस 2024 में रजत पदक जीतकर भारत के पांचवें दो बार के ओलंपिक पदक विजेता बन गए। नॉर्मन प्रिचर्ड, सुशील कुमार, पीवी सिंधु और मनु भाकर भारत के अन्य दो बार के ओलंपिक पदक विजेता हैं।
मनु भाकर ओलंपिक में शूटिंग पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला
मनु भाकर ने 28 जुलाई को पेरिस 2024 में महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीता। इसी के साथ मनु ने ओलंपिक शूटिंग पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रच दिया।
एक दिन पहले, मनु भाकर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में पहुंची थीं। वह एथेंस 2004 के बाद शूटिंग में ओलंपिक फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
मनु भाकर-सरबजोत सिंह ने ओलंपिक में भारत का पहला शूटिंग टीम पदक जीता
मनु भाकर और सरबजोत सिंह पेरिस 2024 में शूटिंग में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय शूटिंग जोड़ी बनीं। कुल मिलाकर, यह शूटिंग में भारत का छठा ओलंपिक पदक था।
भारतीय निशानेबाजी जोड़ी ने कांस्य पदक मैच में रिपब्लिक ऑफ कोरिया की ओह ये जिन और वोन्हो ली को 16-10 से मात दी। ओह ये जिन ने मैच से कुछ दिन पहले महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
मनु भाकर ओलंपिक के एक संस्करण में दो पदक जीतने वाली आजाद भारत की पहली एथलीट बनीं
व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में पदक ने मनु भाकर को ओलंपिक के एक संस्करण में दो पदक जीतने वाले आजाद भारत की पहली एथलीट बना दिया।
नॉर्मन प्रिचर्ड ने पेरिस 1900 में मेंस 200 मीटर और मेंस 200 मीटर हर्डल्स रेस में रजत पदक जीता था और वह भारत के लिए एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले पहले एथलीट थे।
मनिका बत्रा प्री-क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बनीं, श्रीजा अकुला भी प्री-क्वार्टर में जगह बनाने में सफल रहीं
महिला एकल इवेंट में 18वीं वरीयता प्राप्त मनिका बत्रा 29 जुलाई को पेरिस 2024 ओलंपिक गेम्स के प्री-क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गईं।
उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत राउंड ऑफ 64 में ग्रेट ब्रिटेन की विश्व की नंबर 103 अन्ना हर्सी पर 4-1 से जीत के साथ की। इसके बाद उन्होंने राउंड ऑफ 32 में फ्रांस की पृथिका पावड़े को हराकर प्री-क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया।
मनिका का अभियान प्री-क्वार्टरफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त जापानी खिलाड़ी मिउ हिरानो से 4-1 से हारने के बाद समाप्त हो गया। टोक्यो 2020 में, मनिका बत्रा राउंड ऑफ 32 तक पहुंची थीं।
ओलंपिक में डेब्यू करने वाली श्रीजा अकुला ने राउंड ऑफ 16 में अपनी दावेदारी पेश की, उन्होंने राउंड ऑफ 64 में स्वीडन की क्रिस्टीना कल्बर्ग पर 4-0 से जीत दर्ज की और राउंड ऑफ 32 में सिंगापुर की जेंग जियान के खिलाफ 4-2 से जीत दर्ज की।
वह अपने 26वें जन्मदिन पर राउंड ऑफ 16 में टोक्यो 2020 की रजत पदक विजेता चीन की सुन यिंगशा से हार गईं।
ओलंपिक में एक खेल में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
स्वप्निल कुसाले ने 1 अगस्त को मेंस 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कांस्य पदक जीता, जिससे पेरिस 2024 में शूटिंग में भारत के पदकों की संख्या तीन हो गई। भारत ने इससे पहले कभी भी गेम्स के किसी भी संस्करण में एक खेल में तीन पदक नहीं जीते थे। पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लंदन 2012 ओलंपिक में आया था, जब निशानेबाजी में भारत ने दो पदक जीते थे। यह 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में भारत का पहला ओलंपिक शूटिंग पदक भी था।
ओलंपिक में तीरंदाजी में भारत का सर्वश्रेष्ठ परिणाम
धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत ने मिश्रित टीम स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहते हुए ओलंपिक में तीरंदाजी में भारत का सर्वश्रेष्ठ परिणाम हासिल किया।
अमेरिका के ब्रैडी एलिसन और केसी कॉफहोल्ड के खिलाफ कांस्य पदक मैच में, बोम्मादेवरा और भकत को 6-2 से हार का सामना करना पड़ा और इस तरह से वे ऐतिहासिक पहला पोडियम फिनिश हासिल नहीं कर सके।
भारत सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया से 6-2 से हारने के बाद कांस्य पदक मैच में पहुंचा। भारतीय मिश्रित टीम ने राउंड ऑफ 16 में इंडोनेशिया पर 5-1 से जीत के बाद क्वार्टरफाइनल में स्पेन के पाब्लो गोंजालेज और एलिया कैनालेस की जोड़ी को 5-3 से हराया।
यह पहली बार था जब भारतीय तीरंदाजी टीम ओलंपिक में किसी भी स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंची थी।
भारत ने 52 साल बाद हॉकी में लगातार दो ओलंपिक पदक जीते
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए स्पेन को 2-1 से हराया और पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। टोक्यो में हॉकी में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम ने म्यूनिख 1972 के बाद से 52 साल में पहली बार हॉकी में लगातार दो ओलंपिक पदक जीते।
यवेस-डू-मानोइर स्टेडियम में जीत के साथ भारत ने ओलंपिक में हॉकी में रिकॉर्ड 13वां पदक भी हासिल किया।
हरमनप्रीत सिंह 10 गोल करके पेरिस 2024 में टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर रहे, जबकि पीआर श्रीजेश ने कांस्य पदक के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत करने से पहले प्रतियोगिता के दौरान शानदार डिफेंस का नजारा पेश किया।
भारत ने 52 साल बाद हॉकी में ऑस्ट्रेलिया को हराया
कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस 2024 ओलंपिक में ग्रुप गेम में टोक्यो 2020 रजत पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराया।
म्यूनिख 1972 के बाद (52 साल बाद) से ओलंपिक में हॉकी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह भारत की पहली जीत थी। तब से, दोनों टीमें सात बार एक-दूसरे से खेल चुकी हैं, जिसमें पेरिस की जीत मिलाकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीन बार हराया है तो वहीं भारत को पांच मैच में निराशा हाथ लगी है। इस जीत ने भारत को अपने पूल में दूसरे स्थान पर रहने में भी मदद की।
लक्ष्य सेन ने ओलंपिक बैडमिंटन में भारतीय पुरुष खिलाड़ियों के लिए नई राह बनाई
लक्ष्य सेन ओलंपिक में पुरुष बैडमिंटन स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय शटलर बने। पुरुष एकल में प्रतिस्पर्धा करते हुए, उन्होंने न केवल इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी जैसे खिलाड़ियों को हराकर अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया, बल्कि राउंड ऑफ 16 में हमवतन एचएस प्रणॉय को हराया और फिर क्वार्टरफाइनल में चाउ टिएन-चेन को मात दी।
भारतीय शटलर सेमीफाइनल में मौजूदा चैंपियन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन से हार गए और फिर कांस्य पदक मैच में मलेशिया के ली ज़ी जिया से उन्हें हार मिली।
अमन सहरावत ने अपने डेब्यू ओलंपिक में रचा इतिहास, पेरिस ओलंपिक में जीता ब्रॉन्ज मेडल
भारत के अमन सहरावत ने पेरिस 2024 ओलंपिक में पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने कांस्य पदक मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ को 13-5 से मात दी। अमन ने मैच के दौरान आक्रामक खेल दिखाते हुए पहले राउंड में 6-3 की बढ़त बनाई और दूसरे राउंड में अपने अटैक को बरकरार रखते हुए मुकाबला अपने नाम किया।इसके साथ ही ये भारत का ओलंपिक में कुश्ती में आठवां पदक भी था। सुशील कुमार और रवि कुमार दहिया ने क्रमशः लंदन 2012 और टोक्यो 2020 में रजत पदक जीते। बाकी छह पदक कांस्य हैं। अमन सहरावत ने 21 साल और 24 दिन की उम्र में यह रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने पीवी सिंधु के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। सिंधु ने रियो 2016 ओलंपिक में रजत पदक जीतते समय 21 साल, एक महीना और 14 दिन की थीं।