रेज़ोआना मलिक हीना - इंस्टाग्राम के प्रति दीवानगी से लेकर 400 मीटर एशियाई चैंपियन बनने का सफ़र

पहले से ही U18 और U20 एशियाई चैंपियन, भारतीय क्वार्टर-मीलर रेज़ोआना मलिक हीना ने कम उम्र में ही कई उपलब्धि अपने नाम कर ली हैं। भारतीय एथलीट के पदकों और और उनके रिकॉर्ड के बारे में जानिए।

9 मिनटद्वारा रौशन प्रकाश वर्मा
Rezoana Mallick Heena
(Athletics Federation of India)

रेज़ोआना मलिक हीना एक ऐसा नाम है जिनके अंदर जीतने की भरपूर ललक होने के साथ ही उनके पास एक ऐसी रफ़्तार है जिसे हर कोई हासिल करना चाहता है। रेज़ोआना, भारतीय एथलेटिक्स में एक मशहूर और मक़बूल नाम बनने की दिशा में बिल्कुल सही रास्ते पर आगे बढ़ रही हैं। लेकिन, रफ़्तार की यह कहानी इंस्टाग्राम पर एक सीक्रेट प्रोफ़ाइल के साथ शुरू हुई थी।

भारतीय क्वार्टर-मीलर (400 मीटर रनर) अपनी किशोरावस्था में ही महिलाओं की 400 मीटर में U18 और U20 एशियाई चैंपियन बन चुकी हैं।

रेज़ोआना मलिक हीना का एथलेटिक्स करियर - कैसे शुरू हुई कहानी रफ़्तार की

20 मार्च 2007 को पश्चिम बंगाल में स्थित नादिया जिले के सोंडांगा गांव में जन्मी रेज़ोआना मलिक हीना के एथलेटिक्स करियर की शुरुआत असाधारण से भी काफ़ी अलग थी।

उनके पिता रेज़ाउल, मां अनिमा और चाचा आमिर अली राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी खेल चुके हैं। इसी वजह से जब रेज़ोआना मलिक हीना का रूझान बहुत कम उम्र में एथलेटिक्स की तरफ़ हुआ तो उनके पास प्रोत्साहन की कोई कमी नहीं थी बल्कि हर किसी ने उनका समर्थन किया।

दरअसल, एक स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत उनके पिता रेज़ाउल एथलेटिक्स के बड़े प्रशंसक हैं। एथलेटिक्स के प्रति उनकी दीवानगी का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी छोटी बेटी यानी रेज़ोआना की बहन का नाम, शाइनी विल्सन के नाम पर ‘शाइनी’ रखा है। आपको बता दें कि शाइनी विल्सन ने 1986 के एशियाई खेल के दौरान महिलाओं की 400 मीटर रेस में रजत पदक जीता था।

रेज़ोआना ने 5 साल की उम्र में दौड़ना शुरू कर दिया था। लेकिन, प्रतिभाशाली होने के बावजूद उन्हें बड़ी प्रतियोगिताओं में सफ़लता नहीं मिल रही थी। स्थानीय कोच अनिरुद्ध पाल चौधरी की देख-रेख में प्रशिक्षण ले रही रेज़ोआना मलिक हीना ने ज़िला और राज्य स्तर पर पदक जीतने में कामयाबी तो हासिल की, लेकिन जब उन्होंने मुंबई में एक नेशनल टैलेंट सर्च में प्रतिस्पर्धा की, तो वह अंतिम स्थान पर रहीं।

बतौर युवा एथलीट यह रेज़ोआना के लिए काफ़ी मुश्किल समय था लेकिन उन्होंने इससे आगे बढ़ने का फ़ैसला किया।

इंस्टाग्राम पर रेज़ोआना मलिक की शुरुआत

साल 2021 में, रेज़ोआना मलिक हीना के करियर ने एक अप्रत्याशित मोड़ लिया जिसमें उन्हें सबसे अप्रत्याशित स्रोत - इंस्टाग्राम से मदद मिली।

अपनी किशोरावस्था में, रेज़ोआना ने अपने पिता से छिपाकर उनके फोन के माध्यम से एक इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल बनाई और उन भारतीय एथलीटों को फ़ॉलो करना शुरू किया जिन्हें वह पसंद करती थीं। इन एथलीटों में नेशनल चैंपियन प्रिया मोहन भी शामिल थीं। इसके अलावा उनके द्वारा फ़ॉलो की गई एक अन्य प्रोफ़ाइल राष्ट्रीय स्तर के पूर्व धावक से कोच बने अर्जुन अजय की थी, जिन्होंने साल 2023 की शुरुआत तक प्रिया मोहन को प्रशिक्षित किया था।

रेज़ोआना इंस्टाग्राम पर अपनी ट्रेनिंग का वीडियो भी पोस्ट करती थीं, जिसने अर्जुन अजय का ध्यान आकर्षित किया।

अर्जुन अजय ने द हिंदू को बताया, "मैंने देखा कि वह एक ग्रामीण इलाके में घास के मैदान पर ट्रेनिंग कर रही थी। उन्हें भले ही कोई अच्छे परिणाम न मिले हों, लेकिन मुझे उनके भीतर स्पष्ट रूप से अपार संभावनाएं दिखीं।

"वह लगभग 5'7" लंबी थी। उनका स्ट्राइड पैटर्न अच्छा था। वह जिस तरह से दौड़ रहीं थीं उसे देखकर मुझे लगा कि अगर उन्हें बेहतर स्ट्रेंथ ट्रेनिंग दी जाए तो मैं उनके भीतर से छुपी हुई एक बेहतरीन प्रतिभा को बाहर ला सकता हूं जिसे पदकों में तब्दील किया जा सकता है। मुझे उन्हें देखकर लगा कि मैं इस शख़्स को प्रोत्साहित कर सकता हूं।"

बेंगलुरु और ऊटी में टॉप गन ट्रैक एंड फ़ील्ड अकादमी चलाने वाले अर्जुन अजय बताते हैं कि उन्होंने कभी इस बात की उम्मीद नहीं की थी कि वे इंस्टाग्राम से किसी प्रतिभा को तलाश सकेंगे। लेकिन बंगाल की युवा लड़की, जो इंस्टाग्राम पर उनके पोस्ट को स्पैम-लाइक कर रही थी, ने कोच की सोच को बदलकर रख दिया। अजय ने कहा, "ऐसा लगा जैसे यही नियति है।"

रेज़ोआना, उसके चाचा और उसके पिता के संपर्क में आने के बाद, अंततः युवा एथलीट के लिए अर्जुन की अकादमी में प्रशिक्षण के लिए ऊटी यात्रा की व्यवस्था की गई। बाद में, अर्जुन के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेने के लिए रेज़ोआना बेंगलुरु चली गई। 

हालांकि, शुरुआती दिन थोड़े चुनौतीपूर्ण थे। दरअसल, यह बिल्कुल सही था कि उन्हें यह मौक़ा इंस्टाग्राम के कारण ही मिला था लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को लेकर रेज़ोआना की की लत एक बड़ी समस्या थी। 

अर्जुन ने ख़ुलासा करते हुए कहा, "वह पूरी तरह से बच्चों की तरह व्यवहार करती थी। वह अपने फ़ोन और इंस्टाग्राम को लेकर काफ़ी जुनूनी थीं। उन्हें नींद की ज़रूरत थी लेकिन मैंने उन्हें अपना फ़ोन इस्तेमाल करते हुए देखा। बाद में उन्होंने मुझे धोखा देने के लिए इंस्टाग्राम पर मुझे ब्लॉक कर दिया ताकि मैं यह न देख सकूं कि वह ऑनलाइन थी या नहीं। आख़िरकार, मुझे उनका मोबाइल ज़ब्त करना पड़ा।"

रेज़ोआना की तकनीक पर काम करने के अलावा, नए जमाने की तकनीक से लैस कोच अर्जुन ने रेज़ोआना के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को लेकर कुछ अत्याधुनिक तरीक़ों का भी इस्तेमाल किया। उनका डीएनए सैंपल जांच के लिए नीदरलैंड भेजा गया था और अर्जुन ने रेज़ोआना के लिए एक इंडिविजुअल ट्रेनिंग प्रोग्राम और आहार तैयार करने के लिए उस जांच परिणामों का इस्तेमाल किया।

अर्जुन अजय ने रेज़ोआना को अपने बाल छोटे करने के लिए भी मनाया और इससे उनके दौड़ने के समय में कुछ सेकंड कम हुए।

इन सब उपायों का परिणाम जल्द ही ट्रैक पर देखने को मिला जब रेज़ोआना मलिक हीना साल 2022 में गुवाहाटी में U16 300 मीटर की नेशनल चैंपियन का ख़िताब अपने नाम किया। हालांकि, साल 2023 में युवा धावक के लिए और भी शानदार उपलब्धियाँ इंतज़ार कर रही थीं।

रेज़ोआना मलिक हीना के पदक और रिकॉर्ड

मार्च 2023 में, रेज़ोआना मलिक हीना ने इंडियन ओपन 400 मीटर प्रतियोगिता में U16 महिलाओं की रेस में 53.22 सेकेंड के साथ जीत दर्ज की। दिलचस्प बात यह है कि उनके द्वारा लिया गया समय प्रिया मोहन, जिन्होंने 53.55 के साथ U20 वर्ग जीता था और ज्योतिका श्री दांडी, जिन्होंने 53.26 के साथ सीनियर वर्ग में स्वर्ण पदक जीता, दोनों से बेहतर था।

उनके इस प्रदर्शन ने महिलाओं की 400 मीटर में अंजना ठामके के 2012 के 54.57 के समय को पीछे छोड़ते हुए U16 का नेशनल रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया।

उस महीने के अंत में, रेज़ोआना मलिक हीना उडुपी में U18 नेशनल चैंपियन बनीं और उसी स्पर्धा में 200 मीटर में रजत पदक भी जीता, जो प्रतियोगिता की विजेता ख़ुशी सदाना से सिर्फ़ 0.03 सेकेंड से कम था। 

अप्रैल में, रेज़ोआना मलिक हीना ने उज़्बेकिस्तान के ताशकंद में एशियाई U18 एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी शुरुआत की।

रेज़ोआना मलिक हीना ताशकंद प्रतियोगिता में दो स्वर्ण (लड़कियों की 400 मीटर और लड़कियों की टीम मेडले रिले) और एक रजत (लड़कियों की 200 मीटर) पदक के साथ सबसे अधिक पदक जीतने वाली भारतीय एथलीट बनकर उभरीं।

लड़कियों की 400 मीटर रेस में, रेज़ोआना मलिक हीना ने 52.98 सेकेंड का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पूर्व विश्व चैंपियन, बहरीन की सलवा ईद नासिर (53.02 सेकेंड) के आठ साल पुराने मीट रिकॉर्ड को तोड़ दिया। बंगाल की रनर एशियन गेम्स 2023 के लिए एथलेटिक्स फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया (AFI) के क्वालीफ़िकेशन स्टैंडर्ड 52.96 से सिर्फ 0.02 सेकेंड पीछे थीं।

ताशकंद में, उन्होंने महिलाओं की अंडर-18 400 मीटर में 53.14 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को भी तोड़ा, जो साल 2015 से जिस्ना मैथ्यू के नाम दर्ज था। महिलाओं की 400 मीटर में हिमा दास के नाम 50.79 के समय साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज है।

रेज़ोआना मलिक हीना ने इसके बाद रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया के येचिओन में एशियाई U20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में क़दम रखा।

एक बार फिर, वह प्रतियोगिता में भारत की सबसे सफ़ल एथलीट बनकर उभरीं। उन्होंने महिलाओं की 400 मीटर रेस में 53.32 सेकेंड का समय लेकर व्यक्तिगत स्वर्ण पदक हासिल किया।

रेज़ोआना मलिक हीना ने अनुष्का दत्तात्रय कुंभार, रिया नितिन पाटिल और कनिस्ता टीना के साथ मिलकर महिलाओं की 4x400 मीटर रिले रेस में टीम स्वर्ण पदक भी हासिल किया है। इसके अलावा वह भारत की उस मिश्रित 4x400 मीटर रिले टीम का भी हिस्सा थीं जिसने कांस्य पदक जीता था।

बंगाल की युवा धावक ने बैंकॉक में आयोजित एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की 4x400 मीटर रिले टीम का हिस्सा थीं।

हालांकि, रेज़ोआना मलिक हीना अभी भी सपने को पूरा करने से काफ़ी दूर हैं। वे कहती हैं, "मुझे अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। मुझे अभी भी कई पदक जीतने हैं।"

रेज़ोआना मलिक हीना की उपलब्धियां और उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ

  • इंडियन ओपन 400 मीटर चैंपियनशिप 2023 U16 रेस में 53.22 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीत।
  • U16 महिलाओं की 400 मीटर राष्ट्रीय रिकॉर्ड (54.57 सेकंड) को तोड़ा, जो पहले अंजना ठामके के नाम था।
  • ताशकंद में U18 एशियाई चैंपियनशिप 2023 में लड़कियों की 400 मीटर में 52.98 सेकेंड (व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ) के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया।
  • लड़कियों की 400 मीटर ((53.02 सेकंड) में U18 एशियाई चैंपियनशिप मीट रिकॉर्ड तोड़ा, जो पहले बहरीन की विश्व चैंपियन सलवा ईद नासिर के नाम था।
  • आठ साल पुराने U18 महिलाओं की 400 मीटर राष्ट्रीय रिकॉर्ड (53.14 सेकेंड) को तोड़ा, जो पहले जिस्ना मैथ्यू के नाम दर्ज था।
  • ताशकंद में U18 एशियाई चैंपियनशिप 2023 में लड़कियों की 200 मीटर रेस में 24.38 सेकेंड का समय लेकर रजत पदक हासिल किया।
  • महिलाओं की 200 मीटर में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ - उडुपी में इंडियन U18 चैंपियनशिप 2023 की हीट स्पर्धा में 24.23 सेकेंड।
  • ताशकंद में U18 एशियाई चैंपियनशिप 2023 में भारतीय लड़कियों की मेडले रिले टीम के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया।
  • येचिओन में U20 एशियाई चैंपियनशिप 2023 में लड़कियों की 400 मीटर में 53.32 सेकंड का समय लेकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
  • येचिओन में U20 एशियाई चैंपियनशिप 2023 में भारतीय 4x400 मीटर मिश्रित रिले टीम के साथ कांस्य पदक विजेता।
  • बैंकॉक में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में भारतीय महिला 4x400 मीटर रिले टीम के साथ कांस्य पदक जीत।
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