2024 में भारत की सबसे बड़ी खेल उपलब्धियां: क्रिकेट वर्ल्ड कप जीत, नीरज चोपड़ा का पेरिस 2024 सिल्वर और शतरंज में ऐतिहासिक जीत
साल 2024 भारत के लिए ऐतिहासिक खेल उपलब्धियों से भरा रहा। नीरज चोपड़ा, मनु भाकर की पेरिस 2024 में सफलता से लेकर T20 विश्व कप जीत तक, इस साल ने भारतीय खेलों में नए आयाम स्थापित किए।
भारतीय खेलों के लिए साल 2024 एक ऐतिहासिक साल के रूप में याद किया जाएगा।
पेरिस 2024 ओलंपिक में नीरज चोपड़ा और मनु भाकर के यादगार प्रदर्शन से लेकर भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम की T20 वर्ल्ड कप जीत तक, इस साल ने कई ऊंचाइयों को छुआ।
2024 ने एक युग का अंत भी देखा, जब सुनील छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से और पीआर श्रीजेश ने हॉकी से अपने शानदार करियर को अलविदा कहा।
भारतीय क्रिकेट को व्हाइट बॉल क्रिकेट में मजबूत नींव देने के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ने भी T20 क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।
यहां 2024 के भारतीय खेलों की कुछ खास झलकियां हैं:
रोहन बोपन्ना सबसे उम्रदराज ग्रैंड स्लैम चैंपियन बने
जनवरी 2024 में भारतीय टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना ने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में पुरुष डबल्स का खिताब अपने साथी मैथ्यू एबडन के साथ जीता।
यह बोपन्ना का पहला पुरुष डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब था, लेकिन सबसे खास बात यह रही कि 43 साल और 9 महीने की उम्र में उन्होंने ओपन एरा में ग्रैंड स्लैम जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया।
इंडो-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी ने फाइनल में इटली की टीम सिमोने बोलेली और आंद्रिया वावासोरी को हराया। इस जीत के साथ बोपन्ना ने जीन-जूलियन रोजर का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2022 फ्रेंच ओपन में 40 साल की उम्र में पुरुष डबल्स खिताब जीता था।
इसके बाद बोपन्ना एटीपी डबल्स रैंकिंग में विश्व नंबर 1 भी बने और ऐसा करने वाले टेनिस इतिहास के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए।
कुछ महीनों बाद, अपने 44वें जन्मदिन के कुछ दिन बाद बोपन्ना ने एबडन के साथ 2024 मियामी मास्टर्स खिताब भी जीता और सबसे उम्रदराज मास्टर्स 1000 चैंपियन का अपना ही रिकॉर्ड और मजबूत किया।
युवा अनमोल खरब ने भारतीय महिला टीम को बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में ऐतिहासिक जीत दिलाई
पीवी सिंधु और युवा खिलाड़ी अनमोल खरब की अगुवाई में भारतीय महिला टीम ने फरवरी में मलेशिया के शाह आलम में आयोजित बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप 2024 में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता।
यह भारत का बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में पहला स्वर्ण पदक है। इससे पहले भारतीय पुरुष टीम ने साल 2016 और 2020 में दो कांस्य पदक जीते थे, लेकिन यह पहली बार है जब महिला टीम ने पोडियम फिनिश किया है।
17 साल की अनमोल खरब ने तीन बार भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने निर्णायक मैचों में रैंकिंग में ऊपर और अनुभवी खिलाड़ियों को हराकर भारत की जीत सुनिश्चित की, जिसमें फाइनल का मुकाबला भी शामिल है।
भारत ने T20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता
भारतीय क्रिकेट टीम ने 17 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए ICC मेंस T20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता। यह टूर्नामेंट अमेरिका और वेस्टइंडीज ने मिलकर आयोजित किया था। भारत ने 2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में पहला T20 वर्ल्ड कप जीता था।
रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही और फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराते हुए खिताब पर कब्जा जमाया। जसप्रीत बुमराह को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत भी हुआ, क्योंकि तीन दिग्गज - रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा - ने टूर्नामेंट के बाद T20 क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी।
सुनील छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कहा
इस साल भारतीय फुटबॉल के लिए एक सुनहरा अध्याय भी समाप्त हुआ, जब कप्तान, लीडर और लेजेंड सुनील छेत्री ने लगभग दो दशकों तक राष्ट्रीय टीम की सेवा करने के बाद इसे अलविदा करने का फैसला किया।
सिकंदराबाद में जन्मे इस स्ट्राइकर ने, जिन्होंने भारतीय फुटबॉल को लगभग अकेले दम पर वैश्विक पहचान दिलाई। उन्होंने अपना आखिरी मैच कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में कुवैत के खिलाफ खेला।
सुनील छेत्री ने 151 मैचों में 94 गोल के साथ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में भारत के शीर्ष स्कोरर के रूप में करियर समाप्त किया। यह किसी भी भारतीय फुटबॉलर द्वारा सबसे अधिक मैच खेलने का रिकॉर्ड भी है।
विश्व स्तर पर, केवल क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेसी और अली देई ने सुनील छेत्री से अधिक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में गोल किए हैं।
नीरज चोपड़ा ने पेरिस 2024 ओलंपिक में जीता सिल्वर मेडल
पेरिस 2024 में भारतीय एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 मेडल - 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज जीते।
पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा के लगातार दूसरी बार गोल्ड जीतने के सपने को पाकिस्तान के अरशद नदीम ने तोड़ दिया, लेकिन भारतीय स्टार ने टोक्यो 2020 के गोल्ड के बाद सिल्वर मेडल हासिल किया।
इस मेडल के साथ नीरज चोपड़ा उस प्रतिष्ठित क्लब का हिस्सा बन गए, जिसमें ओलंपिक में व्यक्तिगत मेडल जीतने वाले 4 भारतीय शामिल हैं। हालांकि, उनमें से किसी ने भी गोल्ड मेडल नहीं जीता।
नॉर्मन प्रिचर्ड ने पेरिस 1900 में पुरुषों की 200 मीटर और 200 मीटर हर्डल्स में दो सिल्वर जीते थे। स्वतंत्र भारत के लिए पहला कारनामा पहलवान सुशील कुमार ने किया था, जिन्होंने बीजिंग 2008 में ब्रॉन्ज और लंदन 2012 में सिल्वर जीता।
पीवी सिंधु ने रियो 2016 में महिला एकल बैडमिंटन में सिल्वर और टोक्यो 2020 में ब्रॉन्ज जीता था।
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में रचा इतिहास
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में दो कांस्य पदक जीते। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक शूटिंग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनने का गौरव हासिल किया।
कुछ दिनों बाद, मनु ने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता। इस उपलब्धि के साथ, वह स्वतंत्र भारत की पहली एथलीट बन गईं, जिन्होंने एक ही ओलंपिक संस्करण में दो पदक जीते।
टोक्यो 2020 में उपकरण खराबी के कारण पदक से चूकने वाली मनु भाकर के लिए पेरिस ओलंपिक उनकी शानदार वापसी का मंच बना।
स्वप्निल कुशाले ने 50 मीटर राइफल 3पी में जीता कांस्य पदक
स्वप्निल कुशाले ने पेरिस 2024 में पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3पी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। यह इस इवेंट में भारत का पहला ओलंपिक पदक है।
इस उपलब्धि के साथ, पेरिस 2024 भारतीय शूटिंग के लिए सबसे सफल ओलंपिक संस्करण बन गया।
अमन सहरावत बने सबसे युवा भारतीय ओलंपिक पदक विजेता
अमन सहरावत ने पेरिस 2024 में पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर भारत के सबसे युवा ओलंपिक पदक विजेता बनने का रिकॉर्ड बनाया।
21 साल और 24 दिन की उम्र में, अमन ने कांस्य पदक मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने पीवी सिंधु का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने रियो 2016 में 21 साल, 1 महीना और 14 दिन की उम्र में रजत पदक जीता था।
यह पेरिस 2024 में भारत का कुश्ती में पहला और कुल छठा पदक था। अमन सहरावत ने नेशनल ट्रायल में रवि कुमार दहिया को हराकर पेरिस 2024 में पुरुषों की 57 किग्रा कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका पाया।
विनेश फोगाट: ऐतिहासिक जीत के बाद दिल तोड़ने वाली हार
रियो 2016 और टोक्यो 2020 में हार का सामना करने के बाद, विनेश फोगाट की पेरिस 2024 में भागीदारी महीनों पहले तक तय भी नहीं थी।
महिलाओं के 53 किलो वर्ग में अंतिम पंघाल ने कोटा हासिल कर लिया था, जो विनेश का पसंदीदा वर्ग है। ऐसे में उन्हें पेरिस 2024 में हिस्सा लेने के लिए 50 किलो वर्ग में जाना पड़ा।
अनसीडेड खिलाड़ी के रूप में विनेश को जापान की युई सुसाकी के खिलाफ पहला मुकाबला खेलना था। तीन बार की वर्ल्ड चैंपियन और डिफेंडिंग ओलंपिक चैंपियन सुसाकी का अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड 82-0 था।
टोक्यो 2020 में बिना एक भी प्वाइंट गंवाए गोल्ड जीतने वाली सुसाकी इस मुकाबले की प्रबल दावेदार थीं।
लेकिन विनेश ने उम्मीदों के उलट प्रदर्शन करते हुए सुसाकी को 3-2 से हराया। इसे ओलंपिक कुश्ती के इतिहास की सबसे बड़ी उलटफेरों में से एक माना गया।
इसके बाद क्वार्टरफाइनल में विनेश ने यूक्रेन की ऑक्साना लिवाच को हराया, फिर सेमीफाइनल में क्यूबा की युसनेलिस गुज़मैन को मात दी।
इस शानदार प्रदर्शन के साथ विनेश ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं।
लेकिन फाइनल से ठीक पहले विनेश के साथ बड़ा हादसा हुआ। वजन माप के दौरान उनका वजन तय सीमा से थोड़ा अधिक पाया गया, हालांकि उन्होंने पिछली रात वजन कम करने की पूरी कोशिश की थी।
नियमों के अनुसार, विनेश को फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया गया और उन्हें आखिरी स्थान पर रखा गया।
इस तरह भारतीय कुश्ती में एक ऐतिहासिक उपलब्धि और संभावित ओलंपिक गोल्ड की उम्मीद अधूरी रह गई।
पीआर श्रीजेश ने पेरिस 2024 में कांस्य पदक के साथ कहा अलविदा
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर अपने दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश को शानदार विदाई दी। श्रीजेश ने इस ओलंपिक के बाद अपने सुनहरे करियर को अलविदा कहने का फैसला किया।
टोक्यो 2020 में भारत को 41 साल बाद ओलंपिक पदक दिलाने वाले श्रीजेश ने पेरिस 2024 में भी अहम भूमिका निभाई। कप्तान हरमनप्रीत सिंह, जो टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर रहे और उन्होंने 10 गोल किए।
श्रीजेश ने क्वार्टरफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ शूटआउट में शानदार प्रदर्शन किया और कांस्य पदक मुकाबले में स्पेन को 2-1 से हराने में अहम बचाव किए।
इस टूर्नामेंट में भारत ने ग्रुप स्टेज में ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराया, जो ओलंपिक हॉकी में 52 साल बाद कूकाबुरास पर भारत की पहली जीत थी।
लक्ष्य सेन ने पेरिस 2024 में इतिहास रचा
लक्ष्य सेन पेरिस 2024 में कांस्य पदक के प्लेऑफ में ली ज़ी जिया से हार गए, लेकिन सेमी-फाइनल में पहुंचकर उन्होंने इतिहास रच दिया।
इससे पहले किसी भी भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी ने ओलंपिक में शीर्ष-चार में जगह नहीं बनाई थी।
इस सफर में, भारतीय खिलाड़ी ने इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी, जो वर्तमान में ऑल इंग्लैंड चैंपियन हैं। इसके अलावा लक्ष्य ने साथी खिलाड़ी एचएस प्रणॉय को भी हराया था।
लक्ष्य की यात्रा को डिफेंडिंग चैंपियन विक्टर एक्सेलसन ने सेमी-फाइनल में रोक दिया, लेकिन डेनमार्क के इस दिग्गज खिलाड़ी ने लक्ष्य के साथ हुए मुकाबले के बाद जमकर सराहना की।
एक्सेलसन ने मैच के बाद कहा, "लक्ष्य एक अद्भुत खिलाड़ी है। इस ओलंपिक में उन्होंने दिखाया है कि वह एक बहुत मजबूत प्रतिस्पर्धी हैं और मुझे यकीन है कि चार साल बाद वह स्वर्ण जीतने के लिए पसंदीदा होंगे।"
लक्ष्य सेन कांस्य पदक के मुकाबले में ली ज़ी जिया से अच्छे लीड्स गंवाए, जिससे उनका पेरिस अभियान समाप्त हो गया।
पैरालंपिक में भारत का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
खेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी "टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम" (TOPS) प्रोग्राम से जबरदस्त समर्थन मिलने के बाद, भारतीय पैरा-एथलीटों ने पेरिस 2024 में 29 पदक जीते। जिसमें सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा मेडल टैली है, जो टोक्यो 2020 में जीते 19 पदकों से अधिक हैं।
शूटर अवनी लेखरा और जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल ने पैरालंपिक में लगातार स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय महिला और पुरुष एथलीट बनने का कीर्तिमान हासिल किया।
वहीं, हरविंदर सिंह ने आर्चरी में भारत का पहला पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीता।
भारत ने शतरंज में रचा इतिहास
2024 में भारत ने शतरंज में अभूतपूर्व सफलता हासिल की। भारत ने पुरुष और महिला दोनों वर्गों में शतरंज ओलंपियाड में डबल गोल्ड जीता और साल के अंत में डी. गुकेश और कोनेरू हम्पी ने विश्व खिताब भी अपने नाम किया।
हंगरी के बुडापेस्ट में आयोजित शतरंज ओलंपियाड में भारतीय पुरुष टीम (डी. गुकेश, आर. प्रज्ञानानंदा और अर्जुन एरिगैसी) ने फाइनल राउंड में स्लोवेनिया को हराकर रिकॉर्ड 21 अंक बनाए।
महिला टीम ने हरिका द्रोणावल्ली और दिव्या देशमुख के शानदार प्रदर्शन से अजरबैजान को हराकर खिताब जीता।
इसके अलावा, डी. गुकेश, अर्जुन एरिगैसी, दिव्या देशमुख और वंतिका अग्रवाल ने व्यक्तिगत बोर्ड पर चार स्वर्ण पदक भी जीते।
साल के अंत में, 18 वर्षीय गुकेश ने सिंगापुर में डिंग लिरेन को हराकर 2024 विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीती। वह विश्वनाथन आनंद के बाद यह खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय और सबसे युवा विश्व चैंपियन बने।
कोनेरू हम्पी ने 2024 का समापन न्यूयॉर्क में विश्व रैपिड चैंपियनशिप जीतकर किया। यह उनके करियर का दूसरा विश्व रैपिड खिताब था। पहला खिताब उन्होंने 2019 में मॉस्को में जीता था।
दीपा कर्माकर ने एशियाई चैंपियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण के साथ संन्यास लिया
भारतीय खेलों से इस साल एक और बड़ा संन्यास दीपा कर्माकर का था।
दीपा ने ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट होने का गौरव प्राप्त किया। उनका केवल एक ओलंपिक अनुभव रियो 2016 था, जिसमें वह महिलाओं की वॉल्ट इवेंट में चौथे स्थान पर रही थीं।
दीपा उन जिमनास्टों में से एक हैं, जिन्होंने प्रसिद्ध प्रोडुनोवा वॉल्ट को सफलतापूर्वक किया है।
दीपा ने एशियाई महिला आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप 2024 में वॉल्ट में स्वर्ण पदक जीतकर अपने करियर का शानदार समापन किया और इस प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय बन गईं।
दीपा कर्माकर को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था और उन्होंने भारतीय जिमनास्टिक्स में कई मील के पत्थर स्थापित किए। उन्होंने 2014 के ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला जिमनास्टिक में भारत का पहला पदक जीतकर इतिहास रचा था।
दीपा ने 2018 में मर्सिन, तुर्की में ऐतिहासिक आर्टिस्टिक जिमनास्टिक वर्ल्ड कप में महिलाओं के वॉल्ट में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गोल्ड मेडल जीता था।
अनाहत सिंह ने एक साल में 9 PSA चैलेंजर खिताब जीते
2024 में भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी अनाहत सिंह ने एक हैरान करने वाली उपलब्धि हासिल की। उन्होंने 9 PSA चैलेंजर टाइटल्स जीते, जिनमें JSW विलिंगडन लिटिल मास्टर्स और सीनियर टूर्नामेंट, हमदर्द स्क्वैशटर्स नॉर्दर्न स्लैम, चेन्नई और कोलकाता के HCL स्क्वैश टूर, रिलायंस PSA चैलेंज 3 टूर्नामेंट, कोस्टा नॉर्थ कोस्ट ओपन, आल्टो पेनेंट हिल्स NSW ओपन, JSW सुनील वर्मा मेमोरियल टूर्नामेंट और वेस्टर्न इंडिया स्लैम शामिल हैं।
युवा खिलाड़ी ने इस साल भारतीय सीनियर और जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप भी अपने नाम की और पहली बार महिला PSA रैंकिंग में टॉप 100 में स्थान हासिल किया।