बेहद शानदार रहा है नीरज चोपड़ा का करियर, जानें उनके सभी जैवलिन रिकॉर्ड

टोक्यो ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के नाम कई अन्य बड़े रिकॉर्ड हैं, जिसमें जूनियर भाला फेंक विश्व रिकॉर्ड भी शामिल है। उन सभी के बारे में जानकारी हासिल करें।

8 मिनटद्वारा सतीश त्रिपाठी
Neeraj Chopra Javelin India
(2021 Getty Images)

एक अधिक वजन वाले 13 वर्षीय बच्चे से लेकर आत्मविश्वास हासिल करने के लिए खेलों को चुनने और ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बनने तक भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने एक लंबा सफर तय किया है।

अपने 20 साल की शुरुआती उम्र में ही टोक्यो ओलंपिक चैंपियन ने करियर में काफ़ी ऊंचाई हासिल कर ली है। उन्होंने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में रजत पदक जीतकर इतिहास भी रचा है।

हालांकि, हरियाणा के भारतीय सेना के सूबेदार ने अपनी इस उम्र में जो हासिल किया है, वह बहुत चौंका देने वाला नहीं है, क्योंकि उनका करियर छोटी उम्र से ही काफ़ी प्रभावशाली रहा है। नीरज चोपड़ा भारत को गौरवान्वित करने के लिए पहले ही राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर कई रिकॉर्ड बना चुके हैं।

नीरज चोपड़ा के भाला फेंक रिकॉर्ड

ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट – नीरज चोपड़ा, टोक्यो 2020

टोक्यो ओलंपिक की पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में जिस वक्त नीरज चोपड़ा ने अपना आखिरी थ्रो फेंका, ठीक उसी पल से उन्होंने इतिहास के पन्नों में अपनी कामयाबी को दर्ज कराने के लिए एक और जगह पक्की कर ली।

87.58 मीटर के अपने दूसरे थ्रो के साथ उन्होंने टोक्यो ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक जीता और इसी के साथ नीरज चोपड़ा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बन गए।

नीरज चोपड़ा के इस उपलब्धि को हासिल करने से पहले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में एथलेटिक्स में भारत का इतिहास केवल दिल तोड़ने वाला रहा था। मिल्खा सिंह और पीटी उषा क्रमशः रोम 1960 और लॉस एंजिल्स 1984 में पोडियम पर स्थान हासिल करने से महज़ एक सेकंड के कुछ हिस्से से पीछे रह गए थे।

टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक ने भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक नए युग की शुरुआत की है। बीजिंग 2008 में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की 10 मीटर एयर राइफल जीत के बाद यह ओलंपिक में भारत का दूसरा ओलंपिक स्वर्ण पदक था।

विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय - नीरज चोपड़ा, ओरेगन 2022

टोक्यो 2020 में इतिहास रचने के बमुश्किल एक साल बाद, नीरज चोपड़ा ने अमेरिका के ओरेगन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में रजत पदक जीतकर एक और इतिहास रच दिया।

नीरज चोपड़ा ने क्वालिफिकेशन में 88.39 मीटर के साथ ओरेगन 2022 के फाइनल में जगह बनाई और पदक राउंड में 88.13 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो करके रजत पदक हासिल किया।

वहीं, मौजूदा विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स ने 90.54 मीटर की दूरी तय कर स्वर्ण पदक जीता। फाइनल में, पीटर्स ने तीन बार 90 मीटर के मार्क को पार किया और 90.54 मीटर थ्रो के साथ इवेंट अपने नाम किया।

नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले इतिहास के पहले भारतीय बनने का खिताब हासिल किया। इसके साथ ही उन्होंने भारत के 19 साल के लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया।

यह विश्व चैंपियनशिप में भारत का दूसरा पदक है, इससे पहले लॉन्ग जम्पर अंजू बॉबी जॉर्ज ने पेरिस 2003 में भारत को वर्ल्ड स्टेज पर पहला पदक कांस्य के रूप में दिलाया था।

विश्व चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट नीरज चोपड़ा - विश्व U20 चैंपियनशिप 2016

पोलैंड के बिडगोस्ज़कज़ में 2016 IAAF वर्ल्ड U20 चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा की स्वर्ण पदक जीत ने भविष्य के ओलंपिक चैंपियन के करियर में एक बड़ा योगदान दिया था।

इस जीत के साथ उस वक्त 18 वर्षीय नीरज चोपड़ा किसी भी इवेंट और किसी भी उम्र के स्तर पर विश्व चैंपियन बनने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बन गए। यह जीत नीरज चोपड़ा को एक वैश्विक सुपरस्टार के रूप में विकसित करने के लिए काफी अहम साबित हुई।

विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट - नीरज चोपड़ा, 86.48 मीटर, विश्व U20 चैंपियनशिप 2016

पोलैंड में जूनियर चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा के 86.48 मीटर के विजयी थ्रो ने अंडर-20 में एक नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाया, जो उन्होंने लातविया के पिछले रिकॉर्ड धारक जिगिस्मंड्स सिरमाइस द्वारा स्थापित किए गए 84.69 मीटर को तोड़कर बनाया था।

बिडगोस्ज़कज़ में नीरज चोपड़ा का 86.48 मीटर प्रयास अभी भी U20 विश्व रिकॉर्ड के साथ-साथ भाला फेंक में U20 एशियाई रिकॉर्ड के तौर पर बरकरार है।

भारतीय राष्ट्रीय भाला फेंक रिकॉर्ड - नीरज चोपड़ा, 89.94 मीटर, स्टॉकहोम डायमंड लीग 2022

नीरज चोपड़ा ने 2016 से पुरुषों के भाला फेंक में भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड पर कब्जा किया हुआ है।

भारतीय दिग्गज ने पहली बार गुवाहाटी में 2016 दक्षिण एशियाई खेलों के दौरान सीनियर नेशनल रिकॉर्ड बनाया, जहां उन्होंने स्वर्ण पदक जीतने के दौरान राजिंदर सिंह के 82.23 मीटर की बराबरी की।

इसके कुछ महीने बाद अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने इसे अकेले ही हासिल किया और तब से उन्होंने कई बार अपने ही रिकॉर्ड को बेहतर बनाया है।

नीरज चोपड़ा का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 30 जून, 2022 को स्वीडन में स्टॉकहोम डायमंड लीग 2022 में आया, जहां उन्होंने अपने सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड को स्थापित करने के साथ ही एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।

एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी - नीरज चोपड़ा, जकार्ता 2018

नीरज चोपड़ा के कई राष्ट्रीय रिकॉर्ड के दौरान किए गए शानदार थ्रो में से सबसे बेहतर जकार्ता में हुए 2018 एशियाई खेलों में देखने को मिला था, जहां उन्होंने 88.06 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता।

इसके साथ ही नीरज चोपड़ा एशियाई खेल में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भाला फेंक एथलीट भी बन गए। उनसे पहले गुरतेज सिंह, 1982 के नई दिल्ली एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले देश के एकमात्र पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी थे।

भारतीय महिला भाला फेंक खिलाड़ियों ने कॉन्टिनेंटल प्रतियोगिता में छह पदक (दो रजत, चार कांस्य) जीते हैं, लेकिन उनमें से कोई भी स्वर्ण पदक नहीं रहा है।

नीरज चोपड़ा के इस शानदार प्रदर्शन को देखते हुए आने वाले वर्षों में उनके द्वारा और भी कई पदक जीतने की उम्मीद रहेगी।

डायमंड लीग मीट जीतने वाले पहले भारतीय - नीरज चोपड़ा, 89.08 मीटर, लुसाने 2022

2022 में लुसाने में शीर्ष स्थान पर रहने के बाद नीरज चोपड़ा डायमंड लीग मीट जीतने वाले पहले भारतीय बने। इस प्रतियोगिता में विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स ने हिस्सा नहीं लिया। दिग्गज भारतीय भाला फेंक एथलीट ने अपने पहले प्रयास में 89.08 मीटर थ्रो के साथ बड़ी आसानी से तालिका में पहले स्थान पर जगह बना ली। यह सीरीज में पुरुषों के जैवलिन थ्रो की आखिरी मीट थी।

इस शानदार प्रदर्शन के साथ नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 के लिए भी अपना स्थान पक्का कर लिया।

डायमंड लीग चैंपियन बनने वाले पहले भारतीय - नीरज चोपड़ा, 88.44 मीटर, ज्यूरिख फाइनल 2022

सितंबर 2022 में, नीरज चोपड़ा ने ज्यूरिख डायमंड लीग 2022 फाइनल जीतकर डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले इतिहास में पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। भारतीय दिग्गज ने टोक्यो 2020 के रजत पदक विजेता और 2016 के चैंपियन जैकब वाडलेच को हराकर 88.44 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो रिकॉर्ड किया। मौजूदा यूरोपीय चैंपियन जर्मनी के जूलियन वेबर 83.73 मीटर थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग जीतने और स्टॉकहोम डायमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहने के बाद अपने तीसरे डायमंड लीग 2022 ग्रैंड फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। यह डायमंड लीग फाइनल में भारतीय जैवलिन थ्रोअर की तीसरी उपस्थिति थी। वह 2017 में सातवें और 2018 में चौथे स्थान पर रहे थे।

विश्व चैंपियन बनने वाले पहले भारतीय - नीरज चोपड़ा, बुडापेस्ट 2023

हंगरी के बुडापेस्ट में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में पुरुषों के भाला फेंक फाइनल में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतने के बाद नीरज चोपड़ा भारत के पहले विश्व चैंपियन बने। इस शानदार थ्रो के साथ टोक्यो चैंपियन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरशद नदीम को पीछे छोड़ दिया और पाकिस्तानी भाला फेंक एथलीट दूसरे स्थान पर रहे। ओरेगॉन 2022 में रजत पदक के बाद विश्व चैंपियनशिप में यह नीरज चोपड़ा का लगातार दूसरा पदक था। इससे पहले नीरज चोपड़ा क्वालिफिकेशन राउंड में शीर्ष पर रहते हुए हमवतन डीपी मनु और किशोर जेना के साथ फाइनल में पहुंचे थे।

एशियन गेम्स 2023 में जीता स्वर्ण पदक, नीरज चोपड़ा, हांगझोऊ 2023

विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा ने एशियन गेम्स 2023 में अपने चौथे प्रयास में सीजन का सर्वश्रेष्ठ 88.88 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और एक नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। इससे पहले भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी ने जकार्ता 2018 में स्वर्ण पदक जीता था। यह कॉन्टिनेंटल मीट में भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी का दूसरा स्वर्ण पदक था। नीरज ने अपने हमवतन भाला फेंक किशोर जेना को पछाड़ दिया। किशोर कुमार जेना ने 87.54 मीटर थ्रो के साथ रजत पदक जीता।

नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 में जीता रजत पदक

नीरज चोपड़ा अपने पहले थ्रो में असफल रहे और दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर के साथ अपने करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो करने के साथ रजत पदक अपने नाम किया। नीरज चोपड़ा पेरिस 2024 ओलंपिक में मेंस जैवलिन फाइनल में अपने टोक्यो 2020 खिताब का बचाव करने से चूक गए। वह ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले स्वतंत्र भारत के पहले ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बन गए हैं।

नीरज चोपड़ा के रिकॉर्ड

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