ISSF विश्व कप में सौरभ चौधरी और मनु भाकर ने एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम स्पर्धा में जीता रजत पदक
अभिषेक वर्मा और यशस्विनी सिंह देसवाल ISSF विश्व कप में ईरान के खिलाफ अपना कांस्य पदक मैच हार गए। राइफल टीम ने फिर से किया निराश।
शनिवार को क्रोएशिया के ओसिजेक में चल रहे ISSF विश्व कप में भारतीय निशानेबाज सौरभ चौधरी (Saurabh Chaudhary) और मनु भाकर (Manu Bhaker) ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता।
एक अन्य मुक़ाबले में अभिषेक वर्मा (Abhishek Verma) और यशस्विनी सिंह देसवाल (Yashaswini Singh Deswal) की दूसरी भारतीय टीम अपना कांस्य पदक का मैच हार गई और प्रतियोगिता में खाली हाथ रही।
क्वालिफाइंग राउंड में सौरभ चौधरी और मनु भाकर 387 अंकों के साथ सूची में दूसरे स्थान पर रहे और ROC की विटालिना बत्सारशकिना (Vitalina Batsarashkina) और अर्टेम चेर्नौसोव (Artem Chernousov) के खिलाफ स्वर्ण पदक मुक़ाबले के लिए अपना स्थान पक्का किया, ROC की टीम ने 390 के साथ क्वालिफायर में शीर्ष स्थान हासिल किया था।
स्वर्ण पदक के लिए शूटिंग करते हुए सौरभ चौधरी और मनु भाकर एक समय 12-6 से पीछे हो गए, लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और स्कोर को 12-12 कर दिया।
हालांकि, ROC की टीम बाद में आगे निकल गई और रोमांचक मुक़ाबले को 16-12 से जीत लिया।
अभिषेक वर्मा और यशस्विनी सिंह देसवाल ने क्वालिफाइंग दौर में 385 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया और कांस्य पदक के लिए ईरान के निशानेबाज गोलनौश एबघाटुल्लाही (Golnoush Ebghatollahi) और जवाद फोरोगी (Javad Foroughi) का सामना किया।
कांस्य पदक मैच में भारतीय टीम ईरान से 17-7 से हार गई और कांस्य पदक से चूक गई।
बता दें कि क्रोएशिया में चल रहे विश्व कप में भारत के पदकों की संख्या तीन हो गई है।
सौरभ चौधरी ने पहले दिन व्यक्तिगत पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था जबकि मनु भाकर, राही सरनोबत (Rahi Sarnobat) और यशस्विनी सिंह देसवाल ने दूसरे दिन महिला एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया था।
दिव्यांश सिंह पंवार और इलावेनिल वलारिवन ने किया निराश
10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम स्पर्धा में भारतीय टीम के दिव्यांश सिंह पंवार (Divyansh Singh Panwar) और इलावेनिल वलारिवन (Elavenil Valarivan) पदक मैचों के लिए क्वालिफाई करने में असफल रही।
क्वालिफाइंग में 416.1 के कुल स्कोर के साथ भारतीय टीम, हंगरी, ROC की दो टीमों, USA और ऑस्ट्रिया से पीछे छठे स्थान पर रही। पदक मैचों के लिए क्वालिफाई करने के लिए उन्हें शीर्ष चार में जगह बनानी थी।