फीफा विश्व कप में सबसे अधिक उम्र के गोल स्कोरर: शीर्ष पर हैं रोजर मिला, सूची में क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी हैं शामिल

रोजर मिला के नाम फीफा विश्व कप में गोल करने वाले सबसे अधिक उम्र के फुटबॉलर होने का रिकॉर्ड है, जिन्होंने 42 साल और 39 दिन की उम्र में गोल किया था। देखें पूरी सूची।

8 मिनटद्वारा शिखा राजपूत
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(Getty Images)

फुटबॉल, ख़ासतौर से युवा खिलाड़ी का खेल है, जिसमें जोश और फुर्ती का होना अनिवार्य है। और बात अगर फीफा विश्व कप जैसे बड़े स्तर की प्रतियोगिता की हो रही हो तो यह और भी महत्वपूर्ण है।

आउटफ़ील्ड खिलाड़ी अपनी उम्र में 20 के आख़िर या 30 की शुरुआत में फुटबॉल में अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए शीर्ष पर होते हैं। जब वे अपने 30 के दशक के मध्य में होते हैं, तब तक अधिकांश खिलाड़ी या तो मैदान पर एक्टिव नहीं होते या उनकी फ़िटनेस उनका साथ नहीं देती है। इसके परिणामस्वरूप 35 से अधिक की उम्र के खिलाड़ी अक्सर खेल के सबसे बड़े मंच का हिस्सा नहीं होते हैं।

हालांकि, कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने अपने खेल और फ़िटनेस के दम पर लोगों को हैरान भी किया है। इन खिलाड़ियों ने ना सिर्फ उम्र को चुनौती दी,बल्कि बढ़ती उम्र के साथ अपने खेल को और निखारकर बड़े मंच पर अपनी अमिट छाप छोड़ी।

फीफा विश्व कप मैच में सबसे अधिक उम्र में गोल करने वाले कैमरून के दिग्गज रोजर मिला और पुर्तगाल के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो, जो हाल ही में विश्व कप मैच में गोल करने वाले तीसरे सबसे उम्रदराज फुटबॉलर बने**,** इसके अच्छे उदाहरण हैं।

यहां फुटबॉल के इतिहास में 10 सबसे उम्रदराज विश्व कप गोल-स्कोरर के बारे में बताया गया है**।**

फीफा विश्व कप में गोल करने वाले सबसे ज़्यादा उम्र के 10 खिलाड़ी

1. रोजर मिला (कैमरून) - फीफा विश्व कप 1994 में रूस के ख़िलाफ़, उम्र - 42 साल और 39 दिन

कैमरून के दिग्गज रोजर मिला के नाम पुरुषों के फीफा विश्व कप में गोल करने वाले सबसे अधिक उम्र के फुटबॉलर होने का रिकॉर्ड दर्ज है, जिन्होंने यूएसए में हुए 1994 के विश्व कप में रूस के ख़िलाफ़ 42 साल और 39 दिन की उम्र में गोल किया था।

रोजर मिला को प्रशंसकों द्वारा 'ओल्ड लायन' कहा जाता है, वह 40 साल से अधिक उम्र के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने विश्व कप में गोल किया है। अभी तक उनका यह रिकॉर्ड कोई तोड़ नहीं पाया है।

1973 में अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने के बाद रोजर मिला ने 1987 में 35 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया।15 सालों तक, स्ट्राइकर ने नेशनल टीम के साथ एक शानदार करियर का लुत्फ़ उठाया और कैमरून और अफ़्रीका से आने वाले सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में से एक के रूप में फुटबॉल से संन्यास ले लिया।

लॉस एंजिल्स 1984 गेम्स के एक ओलंपियन रोजर मिला ने स्पेन 1982 फीफा विश्व कप में कैमरून का प्रतिनिधित्व भी किया था और पेरू के ख़िलाफ़ एक मैच में गोल भी किया था। किसी कारणवश इस गोल को खारिज़ कर दिया गया और मिला ने इस बात से संतोष कर लिया कि विश्व कप में गोल करने का सपना इस बार साकार नहीं होगा और इसे पूरा होने में अभी वक़्त है।

हालांकि, मिला को ये नहीं मालूम था कि रिटायरमेंट के बाद उनके अच्छे दिन आने वाले थे। स्ट्राइकर अपने प्रारंभिक अंतरराष्ट्रीय रिटायरमेंट के बाद भी क्लब फुटबॉल का हिस्सा थे और उनके लिए खेल रहे थे। साल 1990 फीफा विश्व कप के लिए कैमरून के क्वालीफ़ाई करने के बाद भाग्य ने उनका साथ दिया।

बता दें कि कैमरून के तत्कालीन राष्ट्रपति पॉल बिया ने मिला को एक चैरिटी मैच में खेलते हुए देखा था और कहा था कि उन्हें इटली में होने वाले टूर्नामेंट के लिए नेशनल टीम में शामिल किया जाए। बिया ने इस ओर अपना एक क़दम आगे बढ़ाया और मिला को इसके लिए राज़ी करने के लिए व्यक्तिगत रूप से उनके साथ मुलाकात की।

मिला ने बाद में रॉयटर्स को बताया, "मुझे राष्ट्रपति का फ़ोन आया और उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में बहुत सोचा है कि आपको खेलना चाहिए और मैं बहस करने की स्थिति में नहीं था। मुझे पता था कि अगर मैं फ़िट हो गया, तो मैं प्रभाव डाल सकता हूं।

रोजर मिला ने 1990 इटली के क्वार्टर-फ़ाइनल में कैमरून का नेतृत्व करने के लिए बतौर सब्सिट्यूट शामिल होने के बाद 4 गोल किए। उस वक़्त अन्य कियी अफ़्रीकी टीम ने यह उपलब्धि हासिल नहीं की थी, लेकिन साल 2002 में सेनेगल ने इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।

मिला ने अपने 9 मिनट के खेल में मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना के ख़िलाफ़ स्कोर नहीं किया, एक मैच कैमरून ने 9 खिलाड़ियों के साथ जीता। लेकिन मिला ने ग्रुप गेम में रोमानिया के ख़िलाफ़ दो बार गोल किया। इससे पहले राउंड ऑफ़ 16 में कोलंबिया के ख़िलाफ़ अकेले दम पर इन्डॉमिटेबल लायंस नेशनल टीम को अपने ब्रेस के साथ क्वार्टर में पहुंचाया।

संयोगवश, 1990 के विश्व कप में मिला का कोई भी गोल उन्हें फीफा विश्व कप के इतिहास में सबसे अधिक उम्र में गोल करने के लिए काफी होता। प्री-क्वार्टर फ़ाइनल में कोलंबिया के ख़िलाफ़ उन्होंने अतिरिक्त समय में ब्रेस किया, वह उस वक्त 38 साल और 34 दिन के थे। इतिहास में दूसरे सबसे अधिक उम्र के विश्व कप गोल करने वाले क्रिस्टियानो रोनाल्डो से 100 दिन छोटे थे।

हालांकि, रोजर मिला यूएसए में 1994 के विश्व कप के लिए वापसी की और रूस से 6-1 की हार में कैमरून का एकमात्र गोल दागा। इस प्रतियोगिता में उनकी उपलब्धि ओलेग सालेंको के 5 गोल के कारण कम हो गई थी, जो अभी भी एक खिलाड़ी द्वारा एक विश्व कप मैच में बनाए गए सर्वाधिक गोल के रिकॉर्ड के रूप में दर्ज है।

रोजर मिला सबसे पुराने आउटफ़ील्ड खिलाड़ी और तीसरे सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी हैं, जिन्होंने फुटबॉल विश्व कप मैच में शिरकत की है। मिस्र के एस्सम एल-हैदरी (45 वर्ष, 161 दिन) और कोलंबिया के फरीद मोंड्रैगन (43 वर्ष, 3 दिन), विश्व कप मैच खेलने वाले शीर्ष दो सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी हैं, ये दोनों ही गोलकीपर थे।

2. पेपे (पुर्तगाल) - फीफा विश्व कप 2022 में स्विट्ज़रलैंड के ख़िलाफ़ - 39 साल और 283 दिन

पेपे ने क़तर में आयोजित फीफा विश्व कप 2022 के दौरान गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों की सूची में जगह बना ली। उन्होंने राउंड ऑफ़ 16 में स्विट्ज़रलैंड के खिलाफ पुर्तगाल की 6-1 से जीत में एक गोल दागा। 39 साल और 283 दिन की उम्र में पेपे विश्व कप में गोल करने वाले दूसरे सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी बन गए। इससे पहले सूची में दूसरे नंबर पर क्रिस्टियानो रोनाल्डो काबिज़ थे जिन्होंने क़तर 2022 में टीम के पहले मैच में यह उपलब्धित हासिल की थी। हालांकि, अब वे सूची में पेपे के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।

क़तर 2022 फीफा विश्व कप में स्विट्ज़रलैंड के ख़िलाफ़ राउंड ऑफ़ 16 के मुक़ाबले में टीम की कप्तानी कर रहे पेपे, मैच में गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी थे, जिन्होंने 33वें मिनट में पुर्तगाल को 2-0 की बढ़त दिलाई। हालांकि, अंत में गोंसालो रामोस ने क़तर 2022 की पहली हैट्रिक के साथ पुर्तगाल की जीत में मुख्य भूमिका निभाई।

3. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (पुर्तगाल) - फीफा विश्व कप 2022 में घाना के ख़िलाफ़, उम्र - 37 साल और 295 दिन

क्रिस्टियानो रोनाल्डो क़तर में फीफा विश्व कप 2022 में अपने ग्रुप एच ओपनर मैच में घाना के ख़िलाफ़ पुर्तगाल की 3-2 से जीत के दौरान गोल करने के बाद इतिहास में सबसे ज़्यादा उम्र में विश्व कप गोल करने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए।

65वें मिनट में पुर्तगाली दिग्गज ने पेनल्टी किक से गोल दागकर मैच का शुरुआती गोल किया और यह टीम के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ। पुर्तगाल की टीम ने इस मैच को 3-2 से अपने नाम किया।

रूसी डिफ़ेंडर सर्गेई इग्नाशेविच ने 38 साल और 352 दिन की उम्र में दक्षिण अफ़्रीका में 2018 विश्व कप में स्पेन के ख़िलाफ़ एक गोल किया था। लेकिन सेल्फ़ गोल को रिकॉर्ड के रूप में नहीं गिना जाता है।

4. गुन्नार ग्रेन (स्वीडन) – फीफा विश्व कप 1958 में पश्चिमी जर्मनी के ख़िलाफ़, उम्र - 37 साल और 236 दिन

रोजर मिला संन्यास वापस लेकर मैदान पर फिर से उतरें और 1990 में इटली में रोमानिया के ख़िलाफ़ अपना पहला विश्व कप गोल दागा। इससे पहले स्वीडन के गुन्नार ग्रेन के नाम तीन दशकों से अधिक समय तक फुटबॉल विश्व कप में सबसे अधिक उम्र में गोल करने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड था।

गुन्नार ग्रेन का एकमात्र विश्व कप गोल पश्चिम जर्मनी के ख़िलाफ़ सेमी-फ़ाइनल में आया था। ये मैच स्वीडन ने फ़ाइनल में पेले के ब्राज़ील से 5-2 से हारने से पहले जीता था।

गुन्नार ग्रेन के स्वीडिश टीम-खिलाड़ी निल्स लिडहोम ने ब्राज़ील के ख़िलाफ़ 1958 के फ़ाइनल में पहला गोल किया, जिससे वह विश्व कप फ़ाइनल में गोल करने वाले सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी बन गए। आपको बता दें निल्स लिडहोम ने 35 साल और 264 दिन में गोल किया था।

स्वीडिश फुटबॉल के महान खिलाड़ियों में से एक गुन्नार ग्रेन ने लंदन में 1948 के समर ओलंपिक में अपनी राष्ट्रीय टीम को स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी।

1950 में फ़ीफ़ा विश्व कप ख़िताब के लिए उरुग्वे टीम की कप्तानी करने वाले ओबदुलियो वरेला और विश्व कप के इतिहास में शीर्ष गोल करने वाले जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज़ भी फुटबॉल विश्व कप में सबसे ज़्यादा उम्र के गोल करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शीर्ष 10 में शामिल हैं।

फ़ीफ़ा महिला विश्व कप में गोल करने वाली सबसे अधिक उम्र की फुटबॉल खिलाड़ी

फॉर्मिगा (ब्राज़ील) - साल 2015 में दक्षिण कोरिया के ख़िलाफ़, उम्र - 37 साल और 98 दिन

ब्राज़ील की फॉर्मिगा फ़ीफ़ा महिला विश्व कप में सबसे अधिक उम्र की गोल करने वाली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कनाडा में फ़ीफ़ा महिला विश्व कप 2015 में दक्षिण अफ़्रीका में अपनी टीम के ग्रुप ई के पहले मैच में दक्षिण कोरिया के ख़िलाफ़ एक मैच में गोल किया था। तब उनकी उम्र 37 साल और 98 दिन की थी।

यूएसए की दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी मेगन रापिनो फ़ीफ़ा महिला विश्व कप के फ़ाइनल मुक़ाबले में गोल करने वाली सबसे अधिक उम्र की खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपने 34वें जन्मदिन के दो दिन बाद नीदरलैंड के ख़िलाफ़ 2019 महिला विश्व कप फ़ाइनल में गोल दागा था।

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