फ़ीफ़ा विश्व कप मैच में सर्वाधिक गोल: ओलेग सालेंको 5 गोल के साथ पहले स्थान पर काबिज़

विश्व कप के एक ही मैच में अब तक 7 खिलाड़ियों ने चार या उससे अधिक गोल किए हैं।

5 मिनटद्वारा शिखा राजपूत
Oleg Salenko

फ़ीफ़ा विश्व कप में अपने देश के लिए गोल करना हर फ़ुटबॉल खिलाड़ी का सपना और सबसे बड़ी उपलब्धि होती है। कुछ खिलाड़ियों ने तो इस उपलब्धि को हासिल भी कर लिया है। कुछ ने कई रिकॉर्ड तोड़े और बनाए हैं।

वैसे तो हर खिलाड़ी पर फ़ुटबॉल विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होता है। विश्व कप में प्रदर्शन करने का दबाव सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों पर भी भारी पड़ सकता है, लेकिन उनमें से कुछ ने फ़ीफ़ा विश्व कप मैच में सबसे अधिक गोल करने का रिकॉर्ड बनाया है।

फ़ीफ़ा विश्व कप के 22 संस्करणों में 7 खिलाड़ियों ने एक मैच में चार या उससे अधिक गोल किए हैं, जबकि 52 खिलाड़ियों ने हैट्रिक लगाई है।

फ़ीफ़ा विश्व कप के एक मैच में सबसे ज्यादा गोल

Oleg Salenko (Russia) - Five goals vs Cameroon at USA 1994

ओलेग सालेंको (रूस) - यूएसए 1994 में कैमरून के ख़िलाफ़ पांच गोल

रूसी स्ट्राइकर ओलेग सालेंको के नाम फ़ीफ़ा विश्व कप मैच में सबसे ज्यादा गोल करने का रिकॉर्ड दर्ज है। यूएसए में 1994 के विश्व कप में कैमरून के ख़िलाफ़ उन्होंने पांच गोल करने का रिकॉर्ड बनाया है।

ग्रुप स्टेज में खेलते हुए ओलेग सालेंको ने पहले हाफ़ में तीन बार गोल किए, जिसमें पहले हाफ़ के अंत में पेनल्टी भी शामिल थी। 25 वर्षीय खिलाड़ी ने 72वें और 75वें मिनट में गोल करके अपने 5 गोल पूरे किए,  जिसमें रूस ने कैमरून को 6-1 से हराया था।

कैमरून के रोजर मिला दूसरे हाफ़ की शुरुआत में गोल करते हुए विश्व कप में गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने थे। वह उस समय 42 साल, एक महीने और 8 दिन के थे।

अर्न्स्ट विलिमोव्स्की (पोलैंड) - फ़्रांस 1938 में ब्राज़ील के ख़िलाफ़ चार गोल किए

40 के दशक के सबसे प्रभावशाली यूरोपीय फ़ुटबॉल खिलाड़ियों में से एक अर्नस्ट विलिमोव्स्की फ़ीफ़ा विश्व कप मैच में 4 गोल करने वाले पहले खिलाड़ी थे।

फ़्रांस 1938 में राउंड ऑफ़ 16 के मैच में विलिमोव्स्की शक्तिशाली ब्राज़ीलियाई टीम के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में कांटे की टक्कर दी और मैच को अतिरिक्त समय में ले गए। हालांकि, 118वें मिनट में एक गोल दागा, जो पोलैंड को जीत दिलाने के लिए काफ़ी नहीं था। उन्होंने इस मैच में 4 गोल किए थे। लियोनिडस की हैट्रिक के बाद ब्राज़ील ने 6-5 से जीत दर्ज की।

एडमिर डी मेनेजेस (ब्राज़ील) - ब्राज़ील 1950 में स्वीडन के ख़िलाफ़ 4 गोल किए

मेज़बान ब्राज़ील ने 1950 के विश्व कप के फ़ाइनल राउंड में दो जीत और शुरुआती चरण में एक ड्रा के साथ अपनी जगह पक्की की, जहां सेलेकाओ फ़ॉरवर्ड एडेमिर डी मेनेजेस ने 3 गोल किए।

एडमिर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन स्वीडन के ख़िलाफ़ फ़ाइनल राउंड के मैच में आया, जब उन्होंने 4 गोल दागे और ब्राज़ील को 7-1 से जीत दिलाई।

ब्राज़ील टूर्नामेंट में उरुग्वे के बाद उपविजेता रहा, लेकिन एडमिर ने अपने 9 गोल के लिए गोल्डन बूट जीता।

सांडोर कॉक्सिस (हंगरी) - स्विटज़रलैंड 1954 में जर्मनी के ख़िलाफ़ 4 गोल दागे

स्विटज़रलैंड में 1954 के विश्व कप में हंगरी ने जर्मनी के ख़िलाफ़ आक्रामक प्रदर्शन किया और सांडेर कोक्सिस ने ग्रुप स्टेज में 4 गोल दागे और जर्मन टीम को 8-3 से हराया। 

कॉक्सिस ने तीसरे मिनट में अपना खाता खोला और 21वें, 67वें और 78वें मिनट में भी गोल दागे। हंगरी के लिए नंदोर हिदेगकुटी, फे़रेंक पुस्कस और जोसेफ टोथ ने भी गोल किए।

फ़ाइनल में एक बार फिर जर्मनी और हंगरी का आमना-सामना हुआ, लेकिन इस बार जर्मन टीम ने 3-2 से जीत हासिल की।

विश्व कप में 11 गोल करने के बाद सांडेर कॉक्सिस को गोल्डन बूट से सम्मानित किया गया।

जस्ट फॉन्टेन (फ़्रांस) - स्वीडन 1958 में जर्मनी के खिलाफ़ 4 गोल दागे 

1958 के विश्व कप में जस्ट फॉन्टेन का प्रदर्शन वैश्विक टूर्नामेंट में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है।

फ़्रांस के स्ट्राइकर ने टूर्नामेंट में खेले गए हर मैच में गोल दागा, जिसमें मौजूदा चैंपियन जर्मनी के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में तीसरे स्थान की प्रतियोगिता में 4 गोल शामिल थे। इन 4 गोल की वजह से फ्रेंच खिलाड़ी ने अपनी टीम को 6-3 से जीत दिलाने में मदद की।

स्वीडन 1958 में जस्ट फॉन्टेन ने 13 गोल किए और एक ही फ़ीफ़ा विश्व कप में सबसे अधिक गोल करने का रिकॉर्ड बनाया।

यूसेबियो (पुर्तगाल) - इंग्लैंड 1966 में उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ 4 गोल किए

पुर्तगाली जर्सी पहनने वाले सबसे महान खिलाड़ियों में से एक यूसेबियो ने अपने देश को 1966 के विश्व कप में उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ मैच एक उल्लेखनीय वापसी करने में सहायता की।

क्वार्टर-फ़ाइनल में एशियाई टीम के ख़िलाफ़ 3-0 से पीछे चल रहे टीम को यूसेबियो ने अपने दम पर ही जीत दिलाई। उन्होंने 30 मिनट से भी कम समय में 4 गोल दागे। जोस ऑगस्टो ने भी एक गोल किया और टीम ने 5-3 से जीत हासिल की।

पुर्तगाल सेमी-फ़ाइनल में हार गया लेकिन तीसरे स्थान का मैच जीत गया, जो अभी तक फ़ीफ़ा विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

एमिलियो बुट्रागुएनो (स्पेन) - मेक्सिको 1986 में डेनमार्क के खि़लाफ़ 4 गोल किए 

1986 के विश्व कप में डेनमार्क के ख़िलाफ़ राउंड ऑफ़ 16 मैच में स्पेन ने स्ट्राइकर एमिलियो बुट्रागुएनो के 4 गोल की मदद से 5-1 से जीत दर्ज की।

बुट्रागुएनो ने पहले हाफ़ में गोल कर मैच में बराबरी की और फिर दूसरे हाफ़ में 3 गोल दागे और विश्व कप में एक ही मैच में चार या उससे अधिक बार स्कोर करने वाले 7वें फ़ुटबॉल खिलाड़ी बने।

क्वार्टर-फ़ाइनल में स्पेन पेनल्टी के कारण बेल्जियम से हार गया।

कुल मिलाकर बुट्रागुएनो ने ला रोजा के लिए 26 बार स्कोर किया। यह वह रिकॉर्ड है, जिसे लंबे समय तक कोई तोड़ नहीं पाया।