फ़ुटबॉल क्या है?
फ़ुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है, जिसमें 11 खिलाड़ियों वाली दो टीमें मैदान पर पैरों का इस्तेमाल करते हुए गोल करने की कोशिश करती हैं।
फ़ुटबॉल का आविष्कार कब, कहां और किसके द्वारा किया गया था?
फ़ुटबॉल की जड़ें प्राचीन चीन से जुड़ी हुई हैं जबकि खेल के आधुनिक स्वरूप की शुरुआत मध्ययुगीन इंग्लैंड की गलियों में हुई। उस वक़्त आस-पास के कस्बों के बीच एक ऐसा खेल खेला जाता था जिसमें बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेते थे। इसमें सुअर के ब्लैडर का इस्तेमाल किया जाता था जिसे हर संभव प्रयास से दूसरे शहर के छोर पर बने मार्कर तक पहुंचाना होता था।
अंग्रेजी फ़ुटबॉल की शासी निकाय, फ़ुटबॉल एसोसिएशन ने साल 1863 में इस खेल के लिए नियमों का निर्माण किया।
फ़ुटबॉल के नियम क्या हैं?
11 खिलाड़ियों की दोनों टीमें अपने हाथों और बाहों को छोड़कर शरीर के किसी भी हिस्से का इस्तेमाल कर गेंद को गोलपोस्ट तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं।
गेंद को अपने नियंत्रण में करने के प्रयास को दौरान खिलाड़ियों को अपने विपक्षी खिलाड़ी के साथ अत्यधिक शारीरिक नहीं होना चाहिए और ग़लत टाइमिंग के साथ चुनौती नहीं देनी चाहिए, उदाहरण के तौर पर- गेंद को मारने से पहले विरोधी खिलाड़ी को मार देना जिसके फलस्वरूप विरोधी टीम को एक फ़्री-किक दिया जाएगा। यह एक पेनल्टी (स्पॉट-किक) हो सकती है यदि खिलाड़ी के अपने पेनल्टी क्षेत्र में 'फ़ाउल' होता है।
प्रत्येक टीम में एक गोलकीपर होता है जिसे सिर्फ़ अपने पेनल्टी क्षेत्र के अंदर गेंद को संभालने की अनुमति होती है। अगर गोलकीपर पेनल्टी क्षेत्र से बाहर है तो उसे आउटफील्ड खिलाड़ी माना जाएगा।
फ़ुटबॉल का खेल कितना लंबा होता है?
एक फ़ुटबॉल मैच कुल 90 मिनट का होता है जिसमें 45 मिनट के दो हाफ़ होते हैं। दोनों हाफ़ के बीच में 15 मिनट का ब्रेक भी दिया जाता है। किसी तरह की इंजरी (चोट) या अन्य कारणों से रुकावटों के लिए हर हाफ़ के अंत में अतिरिक्त समय जोड़ा जा सकता है।
ओलंपिक और फ़ुटबॉल
फ़ुटबॉल ने पेरिस 1900 में अपना ओलंपिक डेब्यू किया था और उसके बाद से लॉस एंजेल्स 1932 को छोड़कर यह खेल हर ओलंपिक में शामिल रहा है।
पेशेवर खिलाड़ियों को पहली बार कुछ प्रतिबंधों के साथ लॉस एंजेल्स 1984 में प्रतियोगित का हिस्सा बनाया गया और बार्सिलोना 1992 में यह एक अंडर-23 टूर्नामेंट बन गया।
चार साल बाद अटलांटा में हुए ओलंपिक में हर टीम में तीन ओवरएज (अधिक उम्र) खिलाड़ियों को शामिल करने की अनुमति दी गई और वर्तमान समय में भी योग्यता के लिए यही स्थिति क़ायम है।
अटलांटा 1996 में महिला फ़ुटबॉल ने अपना ओलंपिक डेब्यू किया और मेज़बान यूएसए ने पहला ख़िताब अपने नाम किया। USWNT ने सात महिला ओलंपिक फ़ुटबॉल प्रतियोगिताओं में से चार में जीत हासिल की है।
सर्वश्रेष्ठ फ़ुटबॉल खिलाड़ी जिनपर होंगी निगाहें
उम्मीद जताई जा रही है कि ग्लोबल सुपरस्टार काइलियन एम्बाप्पे पेरिस 2024 में फ़्रांस की ओर से प्रतियोगिता का हिस्सा होंगे। हालांकि, पुरुषों का टूर्नामेंट बड़े पैमाने पर अंडर -23 खिलाड़ियों तक ही सीमित है, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि किन खिलाड़ियों को बुलाया जाएगा।
महिला टूर्नामेंट में उम्र की कोई सीमा नहीं है।
पिछले कई सालों से संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस खेल में अपना दबदबा बनाए रखा है लेकिन जर्मनी, इंग्लैंड (जो ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन की अधिकांश टीम बनाते हैं) और मौजूदा ओलंपिक चैंपियन कनाडा भी शीर्ष स्थान तक पहुंचने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
स्ट्राइकर एलेक्स मॉर्गन USWNT की ओर से चौथी बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। वहीं, मेगन रापिनो भी पेरिस 2024 में खेलने के लिए उत्सुक हैं, जिन्होंने 2019 महिला विश्व कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इन दोनों में से किसी एक को सोफिया स्मिथ के लिए जगह छोड़नी पड़ सकती है, जो बेहद प्रभावशाली प्रदर्शनों के माध्यम से ख़ुद को साबित कर रही हैं। इसके अलावा पूर्व बास्केटबॉल स्टार डेनिस रोडमैन की बेटी ट्रिनिटी रोडमैन एक और युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने पिछले कुछ समय में काफ़ी सुर्खियां बटोरीं हैं।
मेज़बान फ़्रांस के पास डिफ़ेंडर वेंडी रेनार्ड और फ़ॉरवर्ड यूजिनी ले सोमर सहित कई स्टार खिलाड़ी हैं। सोमर अपने देश के लिए 100 गोल करने के करीब पहुंच रहे हैं।
ब्राज़ील की छह बार की फ़ीफ़ा प्लेयर ऑफ़ द ईयर मार्टा, अब भी बेहतरीन खिलाड़ियों में शुमार हैं। हालांकि, उनका बाद का करियर चोट के कारण काफ़ी हद तक प्रभावित रहा है। वह पेरिस में एक शानदार प्रदर्शन के साथ अपने करियर को ख़त्म करने की उम्मीद कर रही होंगी।