नये साल में ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा का नया संकल्प: 90 मीटर को बनाया लक्ष्य 

टोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा कि 2022 के व्यस्त सीजन में वो अपने लक्ष्य तक पहुंचने लिए आश्वस्त हैं।

3 मिनटद्वारा रौशन प्रकाश वर्मा
Neeraj Chopra.
(Getty Images)

भारतीय जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा भले ही ओलंपिक चैंपियन हैं। लेकिन 24 वर्षीय इस खिलाड़ी का मानना है कि उन्हें स्पोर्ट्स में विश्व स्तर पर अपना नाम बनाने के लिए 90 मीटर का आंकड़ा पार करना होगा।

नीरज चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 88.07 मीटर का है जो उन्होंने मार्च 2021 में इंडियन ग्रां प्री में हासिल किया था। वहीं टोक्यो ओलंपिक 2020 में उन्होंने 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल जीता था। 

एथलेटिक्स में भारत के लिए पहला ओलंपिक मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा - "ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतना एक सपने के सच होने जैसा था। लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि वर्ल्ड क्लास एथलीट बनने के लिए 90 मीटर के आंकड़े को पार करना जरूरी है। हर जैवलीन थ्रोअर इस उपलब्धि को हासिल करना चाहता है।" 

उन्होंने आगे कहा "मैं 90 मीटर थ्रो से 2 मीटर दूर हूं। मुझे भरोसा है कि मैं इस साल ये उपलब्धि हासिल कर सकता हूं। मुझे पता नहीं किस प्रतिस्पर्धा में लेकिन मेरे पास 2022 में कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप और डायमंड लीग जैसे कई बड़े इवेंट्स हैं।"

2017 के वर्ल्ड चैंपियन, जर्मनी के जैवलीन थ्रोअर जोहानस वेटर को दूसरे जैवलीन थ्रोअर हराना चाहते हैं। टोक्यो 2020 में वेटर को हराकर ओलंपिक चैंपियन बनने के बाद चोपड़ा ने खुद को वर्ल्ड चैंपियनशिप के दावेदार के रूप में पेश किया है।

हालांकि नीरज चोपड़ा ये जानते हैं कि जर्मन प्रतिद्वंदी के खिलाफ खेलते हुए 90 मीटर का आंकड़ा छूना इतना आसान नहीं होगा। उन्हें अपने से चार साल बड़े खिलाड़ी जोहानस वेटर से कड़ी टक्कर मिलेगी।

नीरज चोपड़ा ने कहा कि "फिलहाल बहुत कम ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने 90 मीटर का आंकड़ा पार किया है। वेटर ऐसा लगातार करते रहे हैं। नई जेनरेशन की बात करें तो 2019 के वर्ल्ड चैंपियन एंडरसन पीटर्स भी इस आंकड़े के करीब पहुंच चुके हैं और आने वाले सालों में प्रतिस्पर्धा और अधिक मुश्किल हो जाएगी। 

90 मीटर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह ट्रेनिंग के दौरान क्या अलग कर रहे हैं, इस सवाल के जवाब में नीरज चोपड़ा ने कहा कि "मुझे नहीं लगता है कि मुझे मेरी तकनीक को बदलने की जरूरत है। हालांकि मैं इसे और बेहतर करने के लिए काम कर रहा हूं। थोड़े-बहुत सुधार के साथ मुझे कुछ और सेंटीमीटर की दूरी तय करने में मदद मिलेगी।"

टोक्यो 2020 के बाद नीरज चोपड़ा ने किसी भी इवेंट में प्रतिस्पर्धा नहीं की है। 2022 के व्यस्त सीजन को लेकर खुद को तैयार करने के लिए वे फिलहाल अमेरिका के चुला विस्टा एलिट एथीलट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे हैं।

इस युवा खिलाड़ी ने खुलासा करते हुए कहा कि टोक्यो गेम्स के बाद उनका वजन करीब 12 किग्रा बढ़ गया था। हालांकि उन्होंने बताया कि वो पहले ही आधा वजन कम कर चुके हैं और बेहतर तरीके से प्रोग्रेस कर रहे हैं। 

साल 2022 में नीरज चोपड़ा की निगाहें डायमंड लीग इवेंट्स, जुलाई में होने वाले एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स के साथ ही एशियन गेम्स में मेडल जीतने पर हैं। नीरज चोपड़ा एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के मौजूदा चैंपियन हैं।

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