शुक्रवार देर रात COVID-19 के कारण तीन बार के ओलंपियन मिल्खा सिंह के निधन से भारतीय खेल जगत में शोक का माहौल छा गया, जिसके बाद भारतीय स्प्रिंट दिग्गज मिल्खा सिंह (Milkha Singh) को श्रद्धांजलि दी गई।
कुछ दिन पहले, मिल्खा सिंह की पत्नी और भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर (Nirmal Kaur) का भी COVID-19 के कारण निधन हो गया था।
मिल्खा सिंह पिछले एक महीने से कोविड 19 के संक्रमण से जूझ रहे थे और चंडीगढ़ के मेडिकल फेकेलटी में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन हालत बिगड़ने की वजह से शुक्रवार देर रात उनका निधन हो गया। बता दें कि मिल्खा सिंह को फ्लाइंग सिख के नाम से भी जाना जाता था
पांच बार के एशियन खेलों के स्वर्ण पदक विजेता को खेल के कई दिग्गजों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी।
युवा भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास (Hima Das) ने मिल्खा सिंह के बधाई संदेश को याद किया, जब उन्होंने 2018 विश्व अंडर -20 चैंपियनशिप में 400 मीटर का स्वर्ण पदक जीता था।
हिमा दास ने ट्वीट करते हुए कहा कि "विश्व चैंपियनशिप अंडर -20 खिताब और एशियन खेलों में पदक जीतने के बाद, मुझे अभी भी मिल्खा सिंह सर का एक कॉल याद है, जब उन्होंने कहा था कि, 'हिमा बस कड़ी मेहनत करते रहिए, आपके पास पर्याप्त समय है और आप वैश्विक स्तर पर हमारे देश के लिए स्वर्ण पदक जीत सकती हैं। , 'मैंने कहा था “आपके सपने को पूरा करने की कोशिश करूंगी सर।“
‘भाग मिल्खा भाग’ बायोपिक में मिल्खा सिंह की भूमिका निभाने वाले बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) ने दिग्गज धावक के लिए एक भावुक नोट लिखा।
अभिनेता ने कहा, “मेरा मन अभी भी ये मानने से इंकार कर रहा है कि आप नहीं रहे। हो सकता है कि ये वो जिद्द हो, जो मुझे आपसे विरासत में मिली है.. वो मन जब किसी चीज को चाह लेता है, तो कभी हार नहीं मानता।”
फरहान अख्तर ने उन्हें 'निरंतर प्रेरणा देने वाले और सफलता में भी विनम्रता को न भूलने वाला इंसान बताया।
फरहान अख्तर ने कहा, "सच्चाई ये है कि आप हमेशा जिंदा रहेंगे।" "क्योंकि आप एक बड़े दिल वाले, प्यार करने वाले, गर्मजोशी से भरे, जमीन से जुड़े इंसान थे।
स्प्रिंटर दुती चंद (Dutee Chand) ने मिल्खा सिंह की उन उपलब्धियों की सराहना की, जब देश में खेल शायद ही कभी सुर्खियों में रहता था और तब मिल्खा सिंह ने देश को गौरवान्वित किया।
दुती चंद ने News18 वेबसाइट को बताया, "उनका जीवन भी संघर्षों से भरा रहा।" “उनकी बायोपिक भाग मिल्खा भाग मैंने पांच-छह बार देखी है। मैं उनके और मेरे संघर्षों में कुछ समानताएं देख सकती हूं। उचित आहार नहीं था, दौड़ने के लिए कोई ट्रैक नहीं था। मुझे जितनी भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, उन्होंने भी उनका सामना किया है। सिर्फ उन कठिनाइयों की कल्पना कर सकते हैं जिनसे उन्हें गुजरना पड़ा और जिससे उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनका जीवन मेरे लिए प्रेरणा रहा है।"
मिल्खा सिंह राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय है। वो रोम में 1960 के ओलंपिक में एक पदक जीतने से चुक गए थे, जहां फोटो फिनिश के जरिए फैसला हुआ और वो सिर्फ 0.1 सेकंड से कांस्य पदक से चूक गए।
दुती ने कहा, "रोम ओलंपिक में उनका प्रदर्शन दिग्गजों की तरह का था।" “हम कोच के अनुपलब्धता और ट्रैक के बारे में शिकायत करते रहते हैं, लेकिन ऐसे समय में जब उचित दौड़ने वाले जूते मिलना मुश्किल था और वो नंगे पैर अभ्यास करते थे और मिल्खा सिंह ने ओलंपिक में जगह बनाई। यही सबसे बड़ी बात है।"
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री (Sunil Chhetri) ने भी श्रद्धांजलि दी। फुटबॉलर ने ट्विटर पर लिखा, “हमने आपको प्रतिस्पर्धा करते नहीं देखा होगा, लेकिन हर बार जब हम बच्चे दौड़ते थे, तो हम मिल्खा सिंह की तरह दौड़ते थे। और मेरे लिए, वो हमेशा लीजेंड रहेंगे। आप सिर्फ दौड़े नहीं, आपने प्रेरित किया। आपकी आत्मा को शांति मिले, सर।”
भारतीय मुक्केबाजी क्वीन एमसी मैरी कॉम (MC Mary Kom), व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले एकमात्र भारतीय अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) और 2012 लंदन खेलों की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल (Saina Nehwal) ने भी इस स्प्रिंट दिग्गज खिलाड़ी को श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि मिल्खा सिंह का शनिवार को चंडीगढ़ में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।