खेलो इंडिया: यूथ गेम्स, यूनिवर्सिटी गेम्स और विंटर गेम्स के बारे में जानिए
खेलो इंडिया यूथ गेम्स, यूनिवर्सिटी गेम्स और विंटर गेम्स भारत में ज़मीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देते हैं।
खेलो इंडिया की पहल से पिछले वर्षों में भारतीय युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने के लिए एक नया मंच मिला है।
खेलो इंडिया को भारत सरकार ने साल 2017 में जमीनी स्तर पर बच्चों के साथ जुड़कर भारत में खेल की भावना को पुनर्जीवित करने के लिए शुरु किया था।
इस पहल ने विभिन्न खेलों के लिए देश भर में खेल के बेहतर बुनियादी ढांचे और विभिन्न खेल अकादमी के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित किया।
इस दौरान खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG) को वार्षिक आयोजनों के रूप में आयोजित किया जाने लगा, जहां अपने राज्यों और विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व करने वाले युवाओं ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया है और पदकों के लिए प्रतिस्पर्धा की है।
इन आयोजनों में प्रतिस्पर्धा करने वाले कुछ बड़े नामों में दुती चंद और तीरंदाज पार्थ सालुंखे और कोमलिका बारी शामिल हैं।
पहला खेलो इंडिया गेम्स कब आयोजित हुआ था?
नई दिल्ली में आयोजित 2018 में खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के साथ इस पहल की शुरुआत हुई। इस पहल को बड़ी सफलता तब मिली, जब भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) उस साल के अंत में इस पहल से जुड़ गया और खेलो इंडिया स्कूल गेम्स का नाम बदलकर 2019 से खेलो इंडिया यूथ गेम्स कर दिया गया। साल 2019 का संस्करण पुणे में हुआ था।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का पहला संस्करण 2020 में कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT), ओडिशा में आयोजित किया गया था।
खेलो इंडिया विंटर गेम्स (KIWG) के तीन संस्करण कश्मीर के लेह, लद्दाख और गुलमर्ग में आयोजित किए गए हैं। खेलो इंडिया विंटर गेम्स का पहला संस्करण साल 2020 में आयोजित किया गया था।
खेलो इंडिया गेम्स में कितने खेल शामिल हैं?
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2018 में 18 खेलों को शामिल किया गया था, जिसमें एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, फुटबॉल, जिमनास्टिक, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, टेनिस, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, तैराकी और शूटिंग शमिल थे।
2024 में, जब KIYG तमिलनाडु में आयोजित किया गया था, तो इसमें 26 खेल थे - तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, साइकिलिंग (रोड और ट्रैक), तलवारबाजी, फुटबॉल, गतका, जिमनास्टिक, हॉकी, जूडो, कबड्डी, कलारीपयट्टू, खो-खो, मलखंब, निशानेबाजी, तैराकी, टेबल टेनिस, टेनिस, थांग-ता, वॉलीबॉल, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, योगासन और स्क्वैश। सिलंबम को एक प्रदर्शन खेल के रूप में भी प्रदर्शित किया गया था।
KIYG में प्रतियोगिताएं लड़कों और लड़कियों के लिए अंडर -17 और अंडर -21 श्रेणियों में आयोजित की जाती हैं।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG ) के उद्घाटन संस्करण में भी 18 खेल शामिल थे - लेकिन KIYG कार्यक्रम में होने वाले जिमनास्टिक और खो-खो के आयोजन की बजाय यहां तलवारबाजी और रग्बी को शामिल किया गया था। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के दूसरे संस्करण में 20 खेल शामिल थे - जिनमें दो स्वदेशी खेल, योगासन और मलखंब भी KIUG प्रोग्राम का हिस्सा थे।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण (KIUG 2022) का आयोजन 2023 में उत्तर प्रदेश के चार शहरों में किया गया था। इस संस्करण में कुल 21 खेलों को शामिल किया गया था।
खेलो इंडिया विंटर गेम्स के लिए खेलों की सूची में स्नो बेसबॉल, स्नो स्की, माउंटेनियरिंग, आइस स्केटिंग, आइस हॉकी, स्नो रग्बी, आइस स्टॉक और स्नोशू रनिंग शामिल हैं।
खेलो इंडिया गेम्स के लिए प्रतिभागियों का चयन कैसे किया जाता है?
उभरते हुए खेल प्रतिभाओं की पहचान वार्षिक तौर पर एक निम्न स्तर और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं से की जाती है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए, प्रतिभागियों को वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के मानदंडों के आधार पर चुना जाता है।
खेल प्रतिभाओं को खेलो इंडिया ई-खेल पाठशाला, खेलो इंडिया सेंटर, खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (KISCE), खेलो इंडिया मान्यता प्राप्त अकादमी और योजना द्वारा पहचाने गए अन्य प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों के माध्यम से विकसित किया जाता है।
खेलो इंडिया सेंटर
खेलो इंडिया सेंटर पहल का उद्देश्य भारत में खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। यह अन्य चीज़ों के साथ-साथ वित्तीय सहायता और सहायक कर्मचारियों और उपकरणों की पेशकश करके मौजूदा खेल प्रशिक्षण सुविधा का समर्थन करके करता है। यह खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (KISCE) योजना के तहत आता है। खेलो इंडिया सेंटर मुहिम इसे जमीनी स्तर पर पर बढ़ावा देता है।