टोक्यो ओलंपियन डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर पर डोपिंग मामले में लगा तीन साल का प्रतिबंध
कमलप्रीत कौर को प्रतिबंधित पदार्थ स्टेनोजोलोल के लिए पॉजिटिव रिपोर्ट पाए जाने के बाद उन पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भारतीय डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर पर डोपिंग के कारण तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है। वर्ल्ड एथलेटिक्स से संबंधित अंतरराष्ट्रीय संस्था, एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (AIU) ने बुधवार को घोषणा करते हुए कहा कि प्रतिबंधित पदार्थ के इस्तेमाल के कारण उन पर ये प्रतिबंध लगाया गया है।
बता दें कि यह प्रतिबंध 29 मार्च, 2022 से तीन साल तक जारी रहेगा। इस दौरान वो किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सकेंगी।
26 वर्षीय कमलप्रीत कौर को इस साल मई में प्रतिबंधित पदार्थ स्टेनोजोलोल के लिए टेस्ट किया गया था, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।
स्विट्जरलैंड के लुसाने में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में उनके सैंपल का परीक्षण किया गया था।
स्पोर्टस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, कमलप्रीत कौर ने एक निजी प्रयोगशाला में अपने सैंपल टेस्ट किया था और वाडा ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला में इसका परीक्षण करने की अनुमति भी दी थी, जहां उन्हें स्टेनोजोलोल के लिए पॉजिटिव पाया गया था।
हालांकि, नोटिस मिलने के 20 दिनों के अंदर कमलप्रीत कौर ने अपने उल्लंघन को स्वीकार किया। जिससे उन्हें अपने ऊपर एक साल का प्रतिबंध हटाने में मदद मिली।
इसके साथ ही अगले साल होने वाले एशियाई खेलों के साथ-साथ 2024 पेरिस ओलंपिक से भारतीय डिस्कस थ्रोअर बाहर हो जाएंगी।
डिस्कस थ्रो में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक कमलप्रीत कौर ने टोक्यो 2020 में ओलंपिक में डेब्यू किया था, जहां वह फाइनल में छठे स्थान पर रही थीं।
कमलप्रीत कौर के अलावा उनकी साथी डिस्कस थ्रोअर नवजीत कौर ढिल्लों, धाविका धनलक्ष्मी सेकर और क्वार्टर-मिलर एमआर पूवम्मा पहले ही प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा जैवलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह को भी डोपिंग मामले में निलंबित कर दिया गया है।