डोपिंग के कारण एमआर पूवम्मा पर लगा प्रतिबंध; एशियाई खेलों, विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप से हुईं बाहर

पिछले साल इंडियन ग्रां प्री I के दौरान भारतीय एथलीट के सैंपल में वाडा कोड के तहत एक उत्तेजक मिथाइलहेक्सानेमाइन पाया गया था। जिसके कारण उनपर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है।

2 मिनटद्वारा रौशन कुमार
Poovamma
(2014 Getty Images)

अनुभवी क्वार्टर-मिलर और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता एमआर पूवम्मा पर पिछले साल डोपिंग टेस्ट में फेल होने के बाद दो साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है। NADA (राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी) के ADAP (डोपिंग रोधी अपील पैनल) ने तीन महीने के निलंबन के फैसले को बदल कर अब दो साल कर दिया है।

32 वर्षीय पूवम्मा का डोप सैंपल पिछले साल 18 फरवरी को पटियाला में इंडियन ग्रां प्री 1 के दौरान लिया गया था। भारतीय एथलीट के सैंपल में वाडा कोड के तहत एक उत्तेजक मिथाइलहेक्सानेमाइन पाया गया था। इसके बाद नाडा ने जून में उन्हें सिर्फ तीन महीने का निलंबन सौंपा था। हालंकि अनुशासनात्मक पैनल के फैसले के खिलाफ NADA की अपील पर ADAP ने पूवम्मा पर अब दो साल का प्रतिबंध लगा दिया है।

पूवम्मा 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली 4x400 मीटर महिला और मिश्रित रिले टीमों की सदस्य थीं और 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली 4x400 मीटर रिले टीम का भी हिस्सा थीं।

उन्होंने 2012 एशियाई खेलों में व्यक्तिगत 400 मीटर में कांस्य भी जीता था। उन्हें 2015 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

पिछले साल टोक्यो ओलंपिक से कुछ हफ्ते पहले पटियाला में आयोजित रिले ट्रायल से बाहर होने के बाद पूवम्मा के डोप में विफल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। बाद में उन्होंने राष्ट्रीय शिविर को खुद छोड़ दिया जिसके बाद उनके इस फैसले ने सभी को हैरान कर दिया था।

उन्होंने 13 और 23 मार्च को तिरुवनंतपुरम में आयोजित इंडियन ग्रां प्री I और II में 53.39 सेकेंड और 52.44 सेकेंड के सर्वाधिक समय के साथ रजत पदक हासिल किए थे।

उन्होंने अप्रैल में मलप्पुरम में फेडरेशन कप में भी 52.70 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता था। इस निलंबन के बाद अब उनके तीनों पदक उनसे वापस ले लिए जाएंगे।

इस निलंबन का मतलब है कि एमआर पूवम्मा अगले साल होने वाले एशियाई खेलों, विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप से बाहर हो जाएंगी।