भारत की पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा (Jwala Gutta) का मानना है कि रियो 2016 की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु (PV Sindhu) आगामी टोक्यो ओलंपिक में भारी दबाव में होंगी। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई है कि इन सब के बावजूद सिंधु का प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
ज्वाला गुट्टा ने इंटरेक्टिव ऑडियो प्लेटफॉर्म 'बैकस्टेज' पर एक चर्चा के दौरान अपनी दोस्त के बारे में कहा कि "मुझे उम्मीद है कि वह पदक जरूर जीतेंगी लेकिन सिंधु पिछली बार की तुलना में निश्चित रूप से अधिक दबाव रहने वाली है।"
ज्वाला ने कहा, “रियो में सिंधु के लिए परिस्थितियां बिल्कुल अलग थीं, अब स्थिति पूरी तरह से बदल गई है। उन पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है और यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह इस दबाव को कैसे झेलती हैं। अब हर कोई उनका खेल जानता है, सभी ने उन्हें देखा है।"
एक अन्य कारण जो पीवी सिंधु की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है, वह है मैच प्रैक्टिस की कमी। दरअसल टोक्यो ओलंपिक में जाने से पहले सिंधु को ज्यादा मैच खेलने के मौके नहीं मिले हैं।
भारत की इस स्टार खिलाड़ी ने आखिरी बार इस साल मार्च में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप खेली थी, जहां उनका सफर सेमीफाइनल में थम गया था।
उस समय से लेकर अब तक तीन टूर्नामेंट इंडिया ओपन, सिंगापुर ओपन और मलेशिया ओपन को कोविड 19 कारण या तो स्थगित कर दिया या फिर उसे रद्द करना पड़ा।
दो बार की ओलंपियन ज्वाला गुट्टा ने कहा, "हमारे खिलाड़ियों को पर्याप्त मैच का अभ्यास नहीं मिला है, और यह एक बड़ा नुकसान है।"
दो बार की ओलंपियन ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि सिंधु बैठकर बड़े खिलाड़ियों के साथ अपने मैच देख रही हैं, जिनके खिलाफ उन्हें जीत मिली या वह हारीं है। अगर मैं सिंधु होती तो अभी अपनी रणनीति और मानसिक मजबूती पर काम करती।”
पीवी सिंधु टोक्यो ओलंपिक में बैडमिंटन में भारत की एकमात्र महिला प्रतिनिधि होंगी और इस इवेंट में वह मेडल की प्रबल दावेदार के रूप में हिस्सा लेंगी। मौजूदा ओलंपिक चैंपियन कैरोलिना मारिन (Carolina Marin) के चोटिल होने के कारण नाम वापस लेने के बाद भारतीय खिलाड़ी की पदक जीतने की संभावना और बढ़ गई थी।
टोक्यो में पीवी सिंधु के साथ ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले बी साई प्रणीत (B Sai Praneeth) (पुरुष एकल) और चिराग शेट्टी (Chirag Shetty) और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी (Satwiksairaj Rankireddy) (पुरुष युगल) की जोड़ी होगी। ज्वाला गुट्टा इन खिलाड़ियों पर अपनी संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं।
ज्वाला गुट्टा ने बताया कि "साई प्रणीत ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य जीतने ( साल 2019) के बाद खुद पर विश्वास करना शुरू कर दिया है। चिराग और सात्विकसाईराज अभी जूनियर हैं और उनके पास खोने को कुछ नहीं है। उन्हें इस मौके का लाभ उठाने के लिए बिना किसी डर के अपना सब कुछ देना चाहिए।''