पुर्तगाली स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में से एक माना जाता है और उनके आंकड़ें यह साबित करने के लिए काफी हैं कि वह क्यों बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं।
बैलोन डी'ओर के पांच बार के विजेता क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने मेंस इंटरनेशनल फुटबॉल में सबसे अधिक गोल किए हैं और अपने क्लब और देश के लिए 800 से अधिक गोल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं।
2016 में क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपने देश को यूईएफए यूरोपीय चैंपियनशिप और 2018-19 में यूईएफए नेशंस लीग का खिताब जिताया था।
हालांकि, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और पुर्तगाल अभी तक फ़ीफ़ा विश्व कप का खिताब नहीं जीत पाए हैं और सुपरस्टार खिलाड़ी हमेशा मार्की शोपीस (महत्वपूर्ण मुकाबलों) में अपने शानदार प्रदर्शन से चूक गए।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने फ़ीफ़ा विश्व कप के 22 मैचों में 8 गोल किए हैं। वे साल 2006, 2010, 2014, 2018 और साल 2022 के विश्व कप में खेले हैं और हर संस्करण में स्कोर किया है। क़तर 2022 में घाना के ख़िलाफ़ पुर्तगाल के पहले मैच में गोल करने के बाद, क्रिस्टियानो रोनाल्डो पांच फ़ुटबॉल विश्व कप में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। 37 साल और 292 दिन की उम्र में, फ़ीफ़ा विश्व कप 2022 में गोल करने बाद रोनाल्डो पुर्तगाल के लिए गोल करने वाले सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी भी बन गए।
विश्व कप में पुर्तगाल के लिए शीर्ष गोल-स्कोरर के रूप में 9 फ़ीफ़ा विश्व कप गोल करने वाले दिग्गज यूसेबियो के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए रोनाल्डो सिर्फ एक गोल से पीछे हैं।
आइए, क्रिस्टियानो रोनाल्डो के फ़ीफ़ा विश्व कप में अब तक के गोल स्कोरिंग सफर के बारे में जानें।
2006 में क्रिस्टियानो रोनाल्डो का वर्ल्ड कप में डेब्यू
2006 फ़ीफ़ा विश्व कप में जोश से भरे हुए युवा क्रिस्टियानो रोनाल्डो को महान लुइस फिगो की कप्तानी में टीम में शामिल किया गया था। रोनाल्डो को पहले से ही वर्ल्ड फुटबॉल की अद्भुत प्रतिभाओं में से एक के रूप में जाना जाता है।
फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में 17वें नंबर की जर्सी पहनकर रोनाल्डो ने अंगोला के खिलाफ डेब्यू किया। उन्हें 26वें मिनट में पीला कार्ड मिला और उसके एक घंटे बाद उन्हें वापस शामिल किया गया।
अगले मैच में ईरान के खिलाफ क्रिस्टियानो रोनाल्डो का पहला फ़ीफ़ा विश्व कप गोल आया। उन्होंने 80वें मिनट में पेनल्टी को गोल में बदलते हुए पुर्तगाल को 2-0 से जीत दिलाई।
इस गोल की बदौलत उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरीं। इसके साथ ही रोनाल्डो 21 साल और 132 दिनों में फ़ीफ़ा विश्व कप मैच में स्कोर करने वाले सबसे कम उम्र के पुर्तगाली खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाई।
मैक्सिको के खिलाफ पुर्तगाल के आखिरी ग्रुप मैच में क्रिस्टियानो रोनाल्डो नहीं खेले और राउंड ऑफ 16 में नीदरलैंड पर 1-0 की संघर्षपूर्ण जीत में उनकी जगह पर मैच की शुरुआत में ही दूसरे खिलाड़ी को भेज दिया गया।
क्वार्टर-फ़ाइनल में पुर्तगाल ने इंग्लैंड के साथ मुकाबला 0-0 से ड्रॉ किया और शूटआउट में रोनाल्डो ने पेनल्टी के तौर पर मिले मौके को गोल में बदलते हुए अपने देश को सेमीफ़ाइनल में पहुंचाया।
पुर्तगाल को फ़्रांस और जर्मनी से हार का सामना करना पड़ा और वह चौथे स्थान पर रही और इसी के साथ क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपने पहले फ़ीफ़ा विश्व कप अभियान को एक गोल के साथ समाप्त किया।
2010 में संभाली कप्तानी
चार साल बाद अगले फ़ीफ़ा विश्व कप के आने तक क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने बैलन डी'ओर और यूईएफए चैंपियंस लीग में अपना दबदबा कायम करते हुए शानदार जीत हासिल की और अपने ड्रीम क्लब रियल मैड्रिड का हिस्सा बने।
इसके अलावा विरासत में उन्हें लुइस फिगो से नंबर 7 की जर्सी और पुर्तगाल की कप्तानी मिली।
हालांकि, अपने चार मैचों में पुर्तगाल ने उत्तर कोरिया को 7-0 से हराकर सिर्फ एक मुकाबले में गोल किया, जहां क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने छठा गोल दागा और दूसरे गोल के लिए असिस्ट किया।
और पुर्तगाल अंतिम चैंपियन स्पेन से 1-0 से हारकर बाहर हो गया।
चोट की वजह से पटरी से उतरा 2014 का अभियान
क्वालीफ़ायर में क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने स्वीडन पर 3-2 से जीत में शानदार हैट्रिक के साथ 2014 फीफा वर्ल्ड कप पक्का कर लिया था।
हालांकि, पुर्तगाली स्टार खिलाड़ी को विश्व कप से पहले चोट लग गई और वह टूर्नामेंट में पूरी तरह से फिट नहीं हो पाए।
इसके परिणामस्वरूप पुर्तगाल को अपने पहले मैच में जर्मनी से 4-0 से हार का सामना करना पड़ा। यूएसए के साथ दूसरा मैच 2-2 से ड्रॉ हुआ, जिसमें क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने मैच में बराबरी करने के लिए गोल करने में मदद की।
अपने आख़िरी ग्रुप मुक़ाबले में रोनाल्डो ने घाना पर 2-1 से जीत दर्ज करने में मदद की। लेकिन, टीम के लिए यह जीत ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ने के लिए काफी नहीं थी।
2018 में बनाई हैट्रिक
2018 फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में पुर्तगाल ने पहला मैच स्पेन के खिलाफ खेला था, जो क्रिस्टियानो रोनाल्डो के लिए पुर्तगाल के लिए खेले गए सबसे यादगार मैचों में से एक था।
चौथे मिनट में रोनाल्डो ने पेनल्टी को गोल में तब्दील करते हुए अपनी टीम को बढ़त दिलाई और हाफ़-टाइम से पहले फिर से गोल करके डिएगो कोस्टा की बराबरी करने के बाद उन्हें 2-1 की बढ़त दिलाई। हालांकि, जल्द ही डिएगो कोस्टा और नाचो फर्नांडीज के गोल ने स्पेन को 3-2 की बढ़त दिला दी।
इसके बाद क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने एक फ्री-किक को गोल में बदल दिया और 88वें मिनट में एक शानदार हैट्रिक पूरी की और पुर्तगाल के लिए एक अंक बचाने में सफल रहे।
इस गोल ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो को फ़ीफ़ा विश्व कप के इतिहास में हैट्रिक बनाने वाला सबसे उम्रदराज़ खिलाड़ी बना दिया।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने मोरक्को पर 1-0 की जीत में भी गोल दागा और ईरान के साथ खेले गए मुकाबले को 1-1 से ड्रॉ किया। पुर्तगाल ने राउंड ऑफ 16 में जगह बनाई, जहां वह उरुग्वे से 2-1 से हार गई।
फ़ीफ़ा विश्व कप में सभी ग्रुप स्टेज में कुल मिलाकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 8 गोल किए हैं और दो गोल करने में मदद की है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो के फ़ीफ़ा विश्व कप के गोल