फ़ीफ़ा विश्व कप में लियोनेल मेसी के गोल: दिग्गज खिलाड़ी ने की अर्जेंटीना के शीर्ष स्कोरर गेब्रियल बतिस्तुता के रिकॉर्ड की बराबरी 

लियोनेल मेसी ने वर्ल्ड कप में 25 मैचों में 11 गोल किए हैं। उन्होंने क़तर 2022 के दौरान 5 गोल किए हैं।

6 मिनटद्वारा शिखा राजपूत
Lionel Messi's World Cup goals tally is 11.
(2022 Getty Images)

फ़ुटबॉल के इतिहास में सबसे बेहतरीन गोल स्कोरर के रूप में लियोनेल मेसी ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है, जो उन्हें सभी खिलाड़ियों से अलग करती है। उन्होंने अपने क्लब और देश के लिए 750 से भी अधिक गोल दागे हैं।

लेकिन अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में गोल करने के मामले में थोड़ा पिछड़े रह गए।

फ़ीफ़ा विश्व कप के पांच संस्करणों (2006, 2010, 2014, 2018 और 2022) में लियोनेल मेसी ने 25 मैचों में 11 गोल किए हैं। फ़ुटबॉल के विश्व कप में मेसी अर्जेंटीना के दूसरे शीर्ष गोल स्कोरर हैं।

आंकड़ों की मानें तो फ़ुटबॉल विश्व कप में लियोनेल मेसी की स्कोरिंग रेट सिर्फ 0.41 गोल प्रति गेम है। हालांकि, यह भी एक प्रभावशाली आंकड़ा है, लेकिन अर्जेंटीना के लिए उनके द्वारा किए गए प्रति गेम 0.55 गोल से कम है।

लियोनेल मेसी ने अपने करियर में 171 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 96 गोल किए हैं और वे अर्जेंटीना के लिए अब तक के सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं। मेसी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में भी चौथे स्थान पर हैं। सक्रिय खिलाड़ियों में गोल करने के मामले में वे दूसरे स्थान पर हैं। इस सूची में पहले स्थान पर क्रिस्टियानो रोनाल्डो काबिज़ हैं।

लेकिन विश्व कप में गोल करने की रेस में मेसी थोड़ा पीछे हैं। प्रत्येक चार साल पर होने वाली इस प्रतियोगिता में जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोस (24 मैचों में 16 गोल) शीर्ष गोल स्कोरर हैं।

फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में गेब्रियल बतिस्तुता (12 मैचों में 10 गोल) अर्जेंटीना के सबसे बेहतरीन गोल स्कोरर रहे हैं। डिएगो माराडोना (21 मैच)और उरुग्वे 1930 में गोल्डन बूट विजेता गिलर्मो स्टेबिल (4 मैच) ने इस प्रतियोगिता में 8-8 गोल किए हैं।

फ़ीफ़ा विश्व कप क्वालीफ़ायर में लियोनेल मेसी का अच्छा गोल स्कोरिंग रिकॉर्ड है। उन्होंने 60 मैचों में 28 गोल किए हैं।

35 साल के लियोनेल मेसी अपने करियर के आख़िरी पड़ाव में पहुंच गए हैं। इसी के साथ इस साल के आखिर में क़तर में होने वाले फ़ीफ़ा विश्व कप 2022 में वह विश्व कप में अपने गोल स्कोरिंग रिकॉर्ड को बेहतर करने की कोशिश करेंगे।

क़तर में पूरी दुनिया मेसी के शानदार प्रदर्शन का बेसब्री से इंतज़ार कर रही है। यहां फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना के दिग्गज के गोल पर एक नज़र डालें

लियोनेल मेसी का पहला फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप गोल बनाम सर्बिया और मोंटेनेग्रो

फुटबॉल वर्ल्ड कप में लियोनेल मेसी ने अपना पहला गोल 2006 फ़ीफ़ा विश्व कप में जर्मनी के हैम्बर्ग में फ़ीफ़ा विश्व कप स्टेडियम में अर्जेंटीना के दूसरे ग्रुप सी मुकाबले में सर्बिया और मोंटेनेग्रो के खिलाफ दागा था।

अपने ग्रुप ओपनर मैच में वह मैदान पर नहीं उतरे और टीम ने आइवरी कोस्ट को 2-1 से मात दी। इसके बाद लियोनेल मेसी ने विश्व कप में सर्बिया और मोंटेनेग्रो के खिलाफ मुकाबले में 75वें मिनट में अपना डेब्यू किया।

इस मैच में अर्जेंटीना पहले से ही 3-0 से आगे चल रहा था और अपने डेब्यू में सिर्फ तीन मिनट के अंदर ही लियोनेल मेसी ने चौथे गोल के लिए हर्नान क्रेस्पो की मदद की। 88वें मिनट में कार्लोस टेवेज के पास से गेंद टकराने के बाद मेसी ने स्कोरशीट पर अपना दबदबा कायम कर लिया और गोलकीपर को चकमा देकर स्कोर 6-0 कर दिया।

विश्व की प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अपने पहले गोल के साथ लियोनेल मेसी फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना के सबसे कम उम्र के गोल स्कोरर बन गए। जब उन्होंने विश्व कप में पहला गोल दागा तब वे 18 साल और 357 दिन के थे।

अर्जेंटीना के कोच जोस पेकरमैन ने लियोनेल मेसी को अपने पहले फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में खेलने का मौका दिया। यह मैच नीदरलैंड के खिलाफ था, जो 0-0 से ड्रॉ हुआ। युवा खिलाड़ी मेसी बतौर सब्यट्यूट शामिल हुए और अर्जेंटीना ने राउंड ऑफ 16 में मैक्सिको को 2-1 से मात दी। हालांकि, वह खेल में अप्रयुक्त सब्सट्यूट थे और क्वार्टर-फाइनल में जर्मनी ने पेनल्टी के माध्यम से अर्जेंटीना को बाहर का रास्ता दिखाया।

दक्षिण अफ्रीका में आयोजित 2010 का विश्व कप रहा निराशाजनक

2006 के विश्व कप में उन्होंने एक उभरते हुए युवा खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाई। इसके विपरीत दक्षिण अफ्रीका में आयोजित 2010 फ़ीफ़ा विश्व कप में लियोनेल मेसी उम्मीदों के बोझ के तले दबे हुए थे।

लियो मेसी ने बार्सिलोना के साथ अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर और बीजिंग 2008 में ओलंपिक स्वर्ण पदक के लिए अर्जेंटीना का मार्गदर्शन करने के बाद एक बार फिर अपना दबदबा कायम किया। हालांकि, अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी का खेल अपने योजना के अनुसार नहीं चल पाया।

जर्मनी द्वारा कप से बाहर किए जाने से पहले एक बार फिर अर्जेंटीना ने क्वार्टर में जगह बनाई। मेसी ने अच्छा खेल जरूर दिखाया लेकिन वह अपने पांच मैचों में एक भी गोल नहीं कर पाए। इस संस्करण में राउंड ऑफ 16 में अर्जेंटीना की मैक्सिको पर 3-1 से जीत में उनका एकमात्र गोल का योगदान कार्लोस टेवेज के गोल करने के मदद में था।

ब्राज़ील 2014 फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप का शानदार सफर

2010 के बाद ब्राज़ील में फ़ीफ़ा विश्व कप 2014 के शुरू होने तक लियोनेल मेसी के पास खुद को साबित करने के लिए अच्छा मौका था। इस बार उन्होंने टूर्नामेंट पर अपनी पकड़ मजबूत की। मेसी ने सात मैचों में चार गोल और एक गोल करने में मदद की और अर्जेंटीना को अकेले दम पर फ़ाइनल तक पहुंचा दिया। लेकिन फाइनल में जर्मनी ने एक बार फिर से 1-0 से हराकर मेसी एंड कंपनी को पीछे छोड़ दिया।

ग्रुप मैच में उन्होंने दो गोल किए और नाइजीरिया को 3-2 से हराया। यह एकमात्र मौका है जिसमें लियोनेल मेसी ने फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप मैच में एक से अधिक गोल किए हैं।

2014 वर्ल्ड कप में अपनी टीम के लिए शीर्ष स्कोरर होने के साथ लियोनेल मेसी को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने गोल्डन बॉल का पुरस्कार भी अपने नाम किया।

रूस 2018 में हुआ जल्दी बाहर

रूस में हुए फ़ीफ़ा विश्व कप 2018 में अर्जेंटीना को राउंड ऑफ़ 16 में पिछली बार की चैंपियन फ़्रांस ने हराकर बाहर कर दिया।

अर्जेंटीना के पहले गेम में आइसलैंड के ख़िलाफ़ मैच में पेनल्टी से चूकने के बाद भी लियोनेल मेसी अर्जेंटीना के लिए टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी थे। वरना, यह दक्षिण अमेरिकियों के लिए काफी निराशाजनक अभियान था।

टूर्नामेंट में फ़ाइनल ग्रुप मैच में मेसी ने एकमात्र गोल नाइजीरिया के खिलाफ मैच में किया था, जिसमें टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। यह दोनों टीमों के लिए नॉकआउट में जगह बनाने के लिए एक वर्चुअल प्लेऑफ़ गेम था।

सबसे दिलचस्प बात यह है कि 2018 संस्करण में नाइजीरिया के खिलाफ अपने गोल के साथ मेसी फ़ीफ़ा विश्व कप में किशोरावस्था, उम्र के 20वें दशक और 30वें दशक में स्कोर करने वाले इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए।

फ़्रांस के ख़िलाफ़ अंतिम-8 मुक़ाबले में मेसी ही वह खिलाड़ी थे, जिन्होंने अर्जेंटीना की जीत की उम्मीदों को आख़िर तक बनाए रखा था। उन्होंने टीम के तीन गोलों में से दो में सहायता प्रदान की थी। हालांकि, उनकी टीम को फ्रांस के ख़िलाफ़ 4-3 से हार झेलनी पड़ी थी।

लियोनेल मेसी के फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप के गोल

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