क्रिसमस के दिन ओलंपिक शीतकालीन खेलों के 10 सबसे रोमांचक क्षणों पर डालें एक नजर

क्रिसमस के दिन, वीडियोस के साथ ओलंपिक शीतकालीन खेलों के इतिहास के इन 10 सबसे रोमांचक पलों का आनंद लें। लिस्ट लंबी है इसलिए इंतज़ार न करें।

7 मिनटद्वारा Guillaume Depasse and Michele Weiss
Tara Lipinski
(Bongarts)

अविश्वसनीय गति हो या बर्फ पर शानदार प्रदर्शन करने वाले स्कीयर्स, शीतकालीन ओलंपिक खेलों में कुछ क्षण ऐसे रहे हैं जो हर किसी के दिल और दिमाग में बस गए हैं। आज, यानी 25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन हम उन सभी पलों को फिर से जीएंगे, और वो भी वीडियोस के साथ। तो बस आनंद लें!

नागानो 1998: Hermann Maier, दुर्घटना और स्वर्ण पदक

कभी भी एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिताब नहीं जीतने वाले Hermann Maier ने 1998 में नागानो खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए जापान के लिए उड़ान भरी। वह डाउनहिल, सुपर-जी और जाइंट स्लैलम की स्टार्ट-लिस्ट में भी थे और अपने पहले इवेंट में, जो की डाउनहिल था, वह 105 किमी / घंटा की गति से एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हुए। 

हालांकि कई दिनों बाद, वह वापस लौटे और सुपर-जी और जाइंट स्लैलम में प्रतिस्पर्धा करते हुए उन्होंने दोनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीता। यह अतुल्य था।

इस प्रकार, एक ओलंपिक किंवदंती का जन्म हुआ।

नीचे दिए गए वीडियो को देखें और उनकी स्वर्ण पदक जीत को फिर से जिएं।

प्योंगचांग 2018: जब Felix Loch ने अपनी महाशक्तियों को खोया

प्योंगचांग 2018 में, जर्मन ल्यूज एथलिट Felix Loch - मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और खेल के एक दिग्गज, पहले तीन रन के बाद बढ़त के बावजूद स्वर्ण पदक की दौड़ में हार गए। अपने चौथे रन में भी, उन्होंने कई अप्रत्याशित गलतियाँ कीं और परिणामस्वरूप वे पांचवें स्थान पर रहे।

इससे पहले, उन्होंने सोची 2014 और वैंकूवर 2010 में पिछले दो मौकों पर स्वर्ण पदक जीते थे। 

लेकिन जैसा कि वे कहते हैं, हर अच्छी चीज को किसी न किसी दिन खत्म होना पड़ता है, उनके साथ भी ऐसा ही हुआ!

लिलेहैमर 1994: एक हार जिसने पूरे नॉर्वे को ठेस पहुंचाई

30,000 नॉर्वेजियन प्रशंसकों में से जो उस दिन वहां मौजूद थे, कई निश्चित रूप से उन 0.4 सेकंड के बारे में सोचेंगे, जिसने Bjorn Dahlie और उनके साथियों को लिलेहैमर 1994 में पुरुषों के 4x10 किमी क्रॉस-कंट्री रिले में प्रतीक्षित स्वर्ण पदक जीतने से रोका।

Vegard Ulvang, Bjorn Daehlie, Thomas Alsgaard और Sture Sivertsen की नॉर्वेजियन चौकड़ी को Maurilio De Zolt, Giorgio Vanzetta, Marco Albarello और Silvio Fauner की इतालवी टीम से फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। भले ही महान Daehlie ने ओलंपिक में बहुत कुछ जीता हो, लेकिन एक सेकंड के अंतिम अंश में केवल कुछ सेंटीमीटर की उस महाकाव्य हार की स्मृति उन्हें मुस्कुराने नहीं देगी - यहां तक कि इतने वर्षों बाद भी।

नीचे वह अविश्वसनीय वीडियो देखें!

साल्ट लेक सिटी 2002: जब कनाडा की महिला आइस हॉकी टीम ने दिल दहला देने वाले फाइनल में जीत हासिल की

महिलाओं की आइस हॉकी को पहली बार 1998 के नागानो, जापान में हुए ओलंपिक शीतकालीन खेलों में ओलंपिक कार्यक्रम में पेश किया गया था, और बिना किसी आश्चर्य के, कनाडा और अमेरिका स्वर्ण पदक के लिए फाइनल में भिड़े।

जहां अमेरिका ने उस प्रतियोगिता में 3-1 से जीत हासिल की, वहीं कनाडा ने चार साल बाद साल्ट लेक सिटी ओलंपिक में फाइनल में 3-2 से जीत के साथ अपना बदला लिया (और साथ ही इस प्रक्रिया में अमेरिका के खिलाफ अपने पिछले आठ मैचों में पहली जीत हासिल की)। यह कनाडाई टीम के लिए एक उल्लेखनीय जीत थी, और उनके खिलाड़ी अंतिम सीटी के बाद बर्फ पर नाचते और चिल्लाते नजर आए।

नीचे दिए गए वीडियो में उस प्रतियोगिता का आनंद लें

प्योंगचांग 2018: Ledecka ने जादुई दोहरा स्वर्ण जीता

भले ही यह चार साल से भी कम समय पहले हुआ हो, लेकिन 2018 प्योंगचांग ओलंपिक सुपर-जी में Ester Ledecká की उपलब्धि अभी भी लोगों के दिलों-दिमाग में ताजा है। लेकिन इसके बारे में ऑस्ट्रिया की Anna Veith से बात न करें, जो उस प्रतियोगिता के दौरान आगे चल रही थीं और लगभग यह तय भी था कि वह ही स्वर्ण पदक जीतेंगी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और उन्हें अंत में चेक गणराज्य की एक कम जानी पहचानी स्कीयर से हार का सामना करना पड़ा।

हालांकि 23 वर्षीय Ledecká ने इससे पहले सुपर-जी में कुछ भी उल्लेखनीय हासिल नहीं किया था, और इस तरह जीत के बाद उनके चेहरे के भावों ने समझाया कि इसका उनके लिए क्या मतलब है। लेकिन यह उनके लिए काफी नहीं था। कुछ दिनों बाद, Ledecká ने पैरेलल जाइंट स्लैलम इवेंट में स्नोबोर्डिंग में भी जीत हासिल की, और इस प्रकार शीतकालीन ओलंपिक खेलों के इतिहास में एक ही संस्करण में विभिन्न खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला बन गईं।

नीचे दिए गए हाइलाइट्स देखें!

साल्ट लेक सिटी 2002: जब Steven Bradbury ने सभी को अपनी स्वर्ण पदक जीत से चौंकाया

लगभग एक दशक तक दुर्भाग्य का शिकार हुए ऑस्ट्रेलियाई शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटर Steven Bradbury, जिन्हें कई गंभीर चोटें भी लगी और जिसके कारण उनका करियर भी दांव पर लग गया था, उन्होंने अपने जीवन का सबसे बड़ा क्षण तब जीया जब उन्होंने साल्ट लेक सिटी 2002 में पुरुषों की 1000 मीटर फ़ाइनल स्वर्ण पदक जीता और दुनिया को चौंका दिया।

क्वार्टर और सेमीफाइनल में साहसी सफलताओं के साथ फाइनल में पहुंचने के बाद (रेपेचेज और अपने विरोधियों की अयोग्यता के लिए धन्यवाद), स्केटर, जो उस समय अपने करियर के अंतिम चरण में थे, ने चार पसंदीदा एथलीट्स होने के बाद स्वर्ण पदक जीता। आखिरी लैप में उन चार एथलीटों की एक जोरदार टक्कर के साथ, उस वक़्त अपने भाग्य का फयदा उठाते हुए उन्होंने जीत हासिल की।

नीचे दिए गए वीडियो में देखें वह अविश्वसनीय फाइनल

वैंकूवर 2010: जब Shaun White ने पहले डबल मैकट्विस्ट 1260° के साथ इतिहास रचा

मौजूदा ओलंपिक चैंपियन Shaun White अपने दूसरे रन की शुरुआत से पहले स्वर्ण पदक जीतने के लिए पसंदीदा थे। वह 46.8 के स्कोर के साथ पहले से ही फिनलैंड के Peetu Piiroinen से आगे चल रहे थे, जिनका स्कोर 45.0 था। अब स्वर्ण पदक सुरक्षित होने के साथ, White ने स्नोबोर्ड डिसिप्लिन में पहले 'टॉमहॉक' उर्फ डबल मैकट्विस्ट 1260 ° को अंजाम देकर इतिहास रच दिया।

नीचे दिए गए वीडियो में देखें वह परफॉर्मेंस

सोची 2014: एक अद्वितीय स्की क्रॉस फिनिश

सोची 2014 में स्की क्रॉस प्रतियोगिता के दूसरे ओलंपिक संस्करण में कई यादगार क्षण थे। जबकि अंतिम पोडियम पर तीनो एथलीट्स फ्रेंच थे, जिनमें शामिल थे Jean-Frédéric Chapuis (स्वर्ण), Arnaud Bovolenta (रजत) और Jonathan Midol (कांस्य), यह पहले क्वार्टर फाइनल में था जहां एक बहुत ही विशेष फिनिश देखने को मिली: जहां तीन में से केवल एक ही एथलीट ने अपनी स्की पर लाइन पार की।

इस उदासीन इवेंट को नीचे दिए गए वीडियो में देखें।

कैलगरी 1988: Eddie the Eagle की सबसे ऊंची उड़ान

Michael Edwards के लिए ओलंपिक खेलों में भाग लेना सिर्फ एक सपने को साकार करने जैसा नहीं था, बल्कि उससे मुश्किल था। वह एक कुलीन एथलीट नहीं थे और उनके देश, ग्रेट ब्रिटेन की टीम में कोई स्की जंपर्स भी नहीं था। लेकिन जब वह कैलगरी 1988 के लिए अल्पाइन स्की टीम में चयनित होने में विफल रहे, तो उन्होंने अपने ओलंपिक सपने को पूरा करने के लिए टीम जीबी से पहला स्की जम्पर बनने का प्रयास करने का फैसला किया।

और कनाडा में उन्होंने अपने इस सपने को साकार किया। जबकि वह दो इवेंट्स में अंतिम स्थान पर रहा, उन्होंने Eddie the Eagle का उपनाम अर्जित किया और अभी भी अपने प्रशंसो में इस नाम के लिए प्रसिद्ध है।

नीचे दिए गए वीडियो में देखें उनका सफर।

नागानो 1998: Tara Lipinski का गोल्डन वर्ल्ड प्रीमियर

अमेरिकी फिगर स्केटर, Tara Lipinski नागानो 1998 खेलों में केवल 15 वर्ष की थी, लेकिन इतनी कम उम्र में भी, वह पहले ही 1997 की विश्व चैंपियनशिप जीत चुकी थी। हालांकि, नागानो में लंबे कार्यक्रम से पहले, वह दूसरे स्थान पर थी और पोडियम के टॉप पर चढ़ने के लिए उन्हें एक आदर्श प्रदर्शन करने की जरूरत थी।

फिर उन्होंने कुछ ऐसा करने की कोशिश की जिसे महिला फिगर स्केटिंग में पहले कभी नहीं आजमाया गया था - और वह था ट्रिपल लूप/ट्रिपल लूप कॉम्बिनेशन। इसके बाद जो हुआ वह ओलंपिक इतिहास बन गया।

नीचे दिए गए वीडियो में देखें Tara Lipinski का सफर

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