भारत की पोपी हजारिका (महिला 64 किग्रा), उषा कुमारा (महिला 87 किग्रा), विकास ठाकुर और रागला वेंकट राहुल (दोनों पुरुषों के 96 किग्रा) ने कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना स्थान पक्का करने के लिए सिंगापुर वेटलिफ्टिंग इंटरनेशनल 2022 में पदक जीते हैं।
शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता I मीराबाई चानू (वूमेंस 55 किग्रा), बिंद्यारानी देवी (वूमेंस 59 किग्रा), संकेत महादेव और चनंबम ऋषिकांत सिंह (दोनों मेंस 55 किग्रा) के साथ सिंगापुर मीट में पदक जीतकर कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए भी क्वालीफाई किया था।
इसका मतलब है कि सिंगापुर इंटरनेशनल के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी आठ भारतीयों ने पदक जीते और जुलाई-अगस्त में होने वाले बर्मिंघम 2022 गेम्स में अपनी जगह भी पक्की कर ली।
कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता पोपी हजारिका ने शनिवार को कुल 193 किग्रा (84 किग्रा स्नैच + 109 किग्रा क्लीन एंड जर्क) उठाया। उन्होंने वूमेंस 64 किग्रा वर्ग में सिंगापुर की निकोल हेंग को पछाड़कर स्वर्ण पदक जीता। वहीं, निकोल ने कुल 161 किग्रा (70+91) का भार उठाया।
वहीं दिन में एक मुकाबले में उषा कुमारा ने वूमेंस 87 किग्रा में अकेले प्रतिस्पर्धा करते हुए 208 किग्रा (95 + 113) उठाकर अपना CWG 2022 कोटा हासिल किया।
रविवार को पुरुषों के 96 किग्रा में भारत के विकास ठाकुर और रागला वेंकट राहुल का आमना सामना हुआ। दो बार के कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेता विकास ठाकुर ने स्वर्ण पदक जीतकर कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना स्थान सुनिश्चित किया। उन्होंने 339 किग्रा (151+188) का भार उठाया।
वहीं, दूसरी ओर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप के पदक विजेता रागला वेंकट राहुल ने कुल 328 किग्रा (146+182) भार उठाकर कांस्य पदक जीता। ऑस्ट्रेलिया के रिज बैरेडो ने 336 किग्रा (149+187) के साथ रजत पदक जीता।
सिंगापुर वेटलिफ्टिंग मीट बर्मिंघम गेम्स के लिए अंतिम क्वालीफाइंग इवेंट था। हर कैटेगरी के शीर्ष आठ फिनिशरों ने कट बनाया।
बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए भारत के 12 वेटलिफ्टर ने क्वालीफाई कर लिया है। पिछले साल दिसंबर में जेरेमी लालरिनुंगा, अचिंता शुली, अजय सिंह और पूर्णिमा पांडे ने कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2021 में अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर अपना स्थान पक्का किया था।