दो बार की ओलंपिक चैंपियन पीवी सिंधु ने बुधवार को कल्लांग में सिंगापुर बैडमिंटन ओपन 2024 बीडब्ल्यूएफ सुपर 750 टूर्नामेंट के शुरुआती दौर में डेनमार्क की लाइन होजमार्क केजर्सफेल्ट को हराकर प्रतियोगिता के राउंड ऑफ 16 में जगह बनाई।
पूर्व सिंगापुर चैंपियन ने डेनमार्क की शटलर को 44 मिनट तक चले मैच में 21-12, 22-20 से हराया।
भारतीय शीर्ष महिला शटलर ने पहले गेम को आसानी से जीत लिया। इस सिलसिले में 4-3 की बढ़त के साथ सिंधु ने शुरुआत की लेकिन इसके बाद उन्होंने आक्रामक खेल दिखाते हुए लगातार लीड बनाए रही और 21-12 के अंतर से पहले गेम को जीतकर प्रतियोगिता की शानदार शुरुआत की।
विश्व बैडमिंटन रैंकिंग के 12वें स्थान पर काबिज़ सिंधु ने दूसरे गेम में अपनी लय बरकरार रखी और 13-9 की बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, इसके बाद डेनमार्क की शटलर ने शानदार वापसी करते हुए 14-14 के स्कोर के साथ गेम में बराबरी कर ली।
इसके बाद विश्व की 21वें नंबर की शटलर केजर्सफेल्ट ने पांच और अंक हासिल कर मैच में बड़ी बढ़त हासिल कर ली। मैच का रोमांच अपने सातवें आसमान पर था, और डेनमार्क की खिलाड़ी दूसरा गेम जीतने के काफी करीब थी, लेकिन भारतीय शटलर ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए पलटवार किया और गेम को 20-20 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद सिंधु ने दो लगातार अंक हासिल करके प्रतियोगिता की अपनी पहली जीत सुनिश्चित कर ली।
इस प्रतियोगिता में गैरवरीयता प्राप्त सिंधु ने साल 2022 में पहली बार सिंगापुर ओपन का खिताब अपने नाम किया था। वह सिंधु का बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर का उनका आखिरी खिताब था।
भारतीय शीर्ष एकल खिलाड़ी एचएस प्रणॉय ने भी अपने पहले मैच में जीत हासिल करते हुए टूर्नामेंट के राउंड ऑफ 16 में जगह बना ली। सिंगापुर ओपन के 8वीं वरीयता प्राप्त प्रणॉय ने बेल्जियम के जूलियन कैरागी को 21-9, 18-21, 21-7 से हराकर अगले राउंड में जगह बनाई।
पुरुष एकल में कॉमनवेल्थ चैंपियन लक्ष्य सेन को निराशा हाथ लगी। शीर्ष वरीयता प्राप्त विक्टर ऐक्सेलसन ने भारतीय शटलर को 21-13, 16-21, 21-13 से हराकर प्रतियोगिता से बाहर कर दिया।
डेनमार्क के ऐक्सेलसन ने पहला गेम जीत कर लक्ष्य सेन को बैकफुट पर धकेल दिया। लेकिन इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने पलटवार करते हुए मैच में 1-1 की बराबरी कर ली। अंतिम और निर्णायक गेम में भारतीय खिलाड़ी को एक बार फिर से हराकर डेनमार्क के शटलर ने मैच को जीत लिया।
एक अन्य पुरुष एकल मैच में किदांबी श्रीकांत को रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। इससे पहले वह जापान के कोडई नाराओका के खिलाफ पहला गेम 14-21 से गंवा चुके थे और दूसरे गेम में 3-11 से पीछे चल रहे थे।
मिश्रित युगल इवेंट में भी भारतीय खिलाड़ियों का दिन कुछ खास नहीं रहा। वेंकट गौरव प्रसाद और जुही देवगन की जोड़ी को मैड्स वेस्टरगार्ड और क्रिस्टिन बुश की जोड़ी से 8-21, 8-21 से निराशा हाथ लगी।
इसके अलावा, बी सुमिथ रेड्डी और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी भी गोह सून हुआत और लाई शेवन जेमी की मलेशियाई जोड़ी से 18-21, 19-21 से हारकर बाहर हो गई।
एक अन्य मिश्रित मुकाबले में चीन की गुओ जि वा और चेन फांग हुई ने सतिश कुमार करुनाकरण और आद्या वरियाथ को 21-15, 18-21, 21-11 से हराया।
तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी को भी पहले राउंड में हार का सामना करना पड़ा। भारतीय जोड़ी को महिला युगल वर्ग में पोलिना बुहरोवा और येवहेनिया कांतेमेयर की यूक्रेन की जोड़ी से 21-18, 19-21, 19-21 से हार मिली।
पुरुष युगल में कृष्णा प्रसाद गर्गा और साई प्रतीक की जोड़ी भी दूसरे राउंड में पहुंचे में असफल रही। भारतीय जोड़ी को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के लियांग वी केंग और वांग चांग की जोड़ी से 16-21, 22-24 से हार मिली।