भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम ने मंगलवार को बेंगलुरु के श्री कांतीरावा स्टेडियम में रोमांचक पेनल्टी शूटआउट में कुवैत को 5-4 से हराकर SAFF चैंपियनशिप 2023 का ख़िताब जीता।
हालिया फ़ीफ़ा रैंकिंग में 100वें स्थान पर पहुंचे भारत ने 14 संस्करणों में अपनी नौवीं SAFF चैंपियनशिप 2023 जीती। पिछले महीने इंटरकांटिनेंटल कप जीतने के बाद यह भारत का लगातार दूसरा ख़िताब था।
निर्धारित समय में मैच 1-1 से बराबरी पर समाप्त होने के बाद जब अतिरिक्त समय में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी, तो फ़ाइनल पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया। करो या मरो की स्थिति में कुवैत के कप्तान हज्जिया निर्णायक स्पॉटकिक से चूक गए।
हाल ही में AIFF प्लेयर ऑफ द ईयर लालियानजुआला चांग्ते (39') ने शबैब अल खाल्दी (14') द्वारा कुवैत फ़ुटबॉल टीम को शुरुआती बढ़त दिलाने के बाद भारत के लिए बराबरी कर ली।
टचलाइन से प्रतिबंधित कर दिए गए भारतीय मुख्य कोच इगोर स्टिमैक को यह मैच स्टैंड से देखना पड़ा। सेमीफ़ाइनल में लेबनान के ख़िलाफ़ शुरू हुए शुरुआती प्लेइंग इलेवन में तीन बदलाव किए। आकाश मिश्रा और निखिल पुजारी फुल-बैक के रूप में लौटे, जबकि संदेश झिंगन, जिन्हें पिछले मैच में निलंबित कर दिया गया था, डिफेंस के केंद्र में मेहताब सिंह की जगह लेने के लिए लौटे।
चार सदस्यीय डिफेंस के साथ खेल रहे भारत ने सतर्क रहते हुए शुरुआत की और जवाबी अटैक किए। इस बीच, कुवैत ने ज़ोर लगाया और भारत के हाफ में जबरदस्त क्रॉस और थ्रू-बॉल से अटैक की कोशिश की। यह मेहमान टीम थी जिसने मैच के पहले क्वार्टर में शबैब अल ख़ाल्दी के ज़रिए शुरुआती बढ़त हासिल की।
अल फेनीनी ने भारतीय हाफ़ में ड्रिबल किया और गेंद को बॉक्स में शबैब अल ख़ाल्दी को पास किया, जिन्होंने इसे भारतीय गोलकीपर को चकमा देते हुए कुवैत को 1-0 की बढ़त दिला दी।
एक गोल से पिछड़ने के बाद, भारत ने बराबरी की तलाश में अपने खिलाड़ियों को आगे बढ़ाया। कुछ मिनट बाद मेज़बान टीम के पास स्कोर बराबर करने का सुनहरा मौका था, लेकिन लालियानजुआला चांग्ते के लंबी दूरी के शॉट को गोलकीपर मुबारक मारज़ौक ने बचा लिया।
जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, भारत का आत्मविश्वास बढ़ता गया। लगातार अटैक जारी रखने के दौरान मेज़बान टीम बराबरी का गोल करने में सफल रही। कुवैत के हाफ में आशिक कुरुनियान ने गेंद हासिल की और सुनील छेत्री को दी। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान ने लालियानजुआला चांग्ते को एक लम्बा थ्रू-बॉल पास किया, जिन्होंने इसे गोल में बदलते हुए मैच को 1-1 से बराबर कर दिया।
पहला हाफ 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुआ।
दूसरे हाफ की शुरुआत में, निखिल पुजारी और लालियानजुआला चांग्ते ने दाईं ओर से सुनील छेत्री को गेंद देने की कोशिश में फ्लैंक से ओवरलैपिंग रन किया। हालांकि, कुवैत के डिफेंस ने ख़तरे को विफल कर दिया।
भारत के पास 62वें मिनट में मैच में आगे बढ़ने का सुनहरा मौका था जब कुवैत के गोलकीपर मुबारक मारज़ौक की किक को सुनील छेत्री ने लालियानज़ुआला चांग्ते की ओर वापस कर दिया। हालांकि, गोल पर मिजोरम के खिलाड़ी के कमजोर शॉट को कुवैत के गोलकीपर ने आसानी से रोक लिया।
जैसे-जैसे समय आगे बढ़ा, मुक़ाबला काफ़ी दिलचस्प होता गया और रेफरी ने दोनों पक्षों के खिलाड़ियों को पीला कार्ड दे दिया।
निर्धारित समय का मैच 1-1 के स्कोर के साथ समाप्त हुआ। जिसके चलते यह मैच अतिरिक्त समय में चला गया।
अतिरिक्त समय में दोनों टीमों के पास मैच जीतने के कई मौके थे लेकिन कोई भी निर्णायक गोल नहीं कर सका और रोमांचक मोड़ ले चुका फ़ाइनल मुक़ाबला पेनल्टी शूटआउट में चला गया, जहां भारत ने शानदार जीत हासिल की।
फ़ाइनल के सफ़र में, भारतीय फ़ुटबॉल टीम ने पाकिस्तान और नेपाल पर जीत के साथ ग्रुप चरण को समाप्त करने के बाद सेमीफ़ाइनल में लेबनान को हराया, जबकि कुवैत के खिलाफ ड्रॉ खेला।