पुसरला वेंकट सिंधु को पीवी सिंधु के नाम से भी जाना जाता है। वह अब तक की सबसे बेहतरीन भारतीय एथलीटों में से एक हैं।
बैडमिंटन स्टार ने पिछले एक दशक से कोर्ट पर अपना दबदबा कायम रखा है। वह दो ओलंपिक पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला हैं। उन्होंने रियो 2016 में रजत और टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने 2019 में विश्व चैंपियनशिप का खिताब भी हासिल किया था।
बचपन से ही पीवी सिंधु ट्रॉफी जीतती रही हैं। इसकी वजह से वह बहुत कम उम्र में ही सुर्खियों में आ गईं थीं।
मीडिया की खास दिलचस्पी की बदौलत सिंधु हमेशा लोगों की नजरों में छाई रही हैं। यहां हम पीवी सिंधु के बारे में सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवालों के जवाब बता रहे हैं।
पीवी सिंधु कहां की निवासी हैं?
पीवी सिंधु हैदराबाद के ट्विन सिटी सिकंदराबाद से हैं, जो भारत के दक्षिण में स्थित तेलंगाना का हिस्सा है।
हालांकि, आंध्र प्रदेश से अलग होकर तेलंगाना के गठन के बाद से पीवी सिंधु के जन्म के राज्य को लेकर हमेशा विवाद रहा है।
दोनों राज्यों ने बैडमिंटन स्टार पर अपना दावा किया है। कुछ लोग उन्हें तेलंगाना 'बिड्डा' (तेलुगु में बच्चा) और कुछ लोग उन्हें आंध्र 'अम्मयी' (लड़की) कहकर बुलाते हैं।
वहीं, उनकी मां पी विजया ने सभी तर्कों को दरकिनार करते हुए कहा कि पीवी सिंधु पहले भारतीय हैं। रियो 2016 में अपनी बेटी के रजत पदक जीतने के बाद उन्होंने कहा, "आइए हम सभी जीत के इस पल का आनंद लें और स्वर्ण पदक जीतने की प्रतीक्षा करें और बेकार बहस का हिस्सा न बनें।"
पीवी सिंधु की बहन कौन हैं?
पीवी सिंधु की एक बड़ी बहन है जिनका नाम पीवी दिव्या है। वह राष्ट्रीय स्तर की एक हैंडबॉल खिलाड़ी थीं। लेकिन उन्होंने डॉक्टर बनने के लिए शिक्षा ग्रहण की।
दिव्या ने 2012 में श्रीराम गोल्ला से शादी की, लेकिन पीवी सिंधु इस शादी में शामिल नहीं हो पाईं। दरअसल, इसी दिन सैयद मोदी इंटरनेशनल इंडिया ग्रां प्री में उनका फाइनल मैच था।
पीवी सिंधु ने आईएएनएस से कहा था, "मैं टूर्नामेंट जीतने की कोशिश करूंगी और उन्हें उपहार के रूप में दूंगीं।" दुर्भाग्य से भारतीय शटलर इंडोनेशिया की लिंडावेनी फनेत्री से कड़े मुकाबले के बाद हार गई थीं।
पीवी सिंधु की लंबाई कितनी है?
पीवी सिंधु पांच फीट 11 इंच (179 सेंटीमीटर) लंबी हैं। वह महिला बैडमिंटन में सबसे लंबी एथलीटों में से एक है। वह कोर्ट पर कवरेज और स्मैश के लिए अपनी ऊंचाई का अच्छी तरह से इस्तेमाल करती हैं।
पीवी सिंधु ने बैडमिंटन खेलना कब शुरू किया?
ऑल इंग्लैंड ओपन 2001 में भारतीय बैडमिंटन स्टार पुलेला गोपीचंद की जीत से प्रेरित होकर पीवी सिंधु ने बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। पीवी सिंधु उस समय महज सात साल की थी।
युवा पीवी सिंधु ने बैडमिंटन की शुरुआती ट्रेनिंग सिकंदराबाद में इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्युनिकेशंस (IRISET) स्टेडियम में स्थित कोच महबूब अली के अकादमी में ली।
इसके बाद, पीवी सिंधु हैदराबाद के गाचीबोवली में पुलेला गोपीचंद की अकादमी में शिफ्ट हो गईं। वे अपने पिता के साथ सिकंदराबाद के मारेदपल्ली में अपने घर से हर रोज ट्रेनिंग सेंटर जातीं थीं। उनका घर उनके नए ट्रेनिंग सेंटर से लगभग 25 किमी दूर था।
वह बचपन से ही बहुत मेहनती और खेल के प्रति प्रतिबद्ध थी। पुलेला गोपीचंद ने द हिन्दू को 2008 में बताया था, "यह उनके खेल के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है और उन्हें अभी एक लंबा रास्ता तय करना है"
पीवी सिंधु ने डेब्यू कब किया था?
पीवी सिंधु ने 24 मार्च 2009 को हैदराबाद में आयोजित इंडिया ओपन में सीनियर अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया, जहां वह क्वालीफायर में अपर्णा बालन से हार गईं।
सीनियर स्तर पर पीवी सिंधु का पहला खिताब 2011 में मालदीव इंटरनेशनल चैलेंज में आया था। वह उस समय सिर्फ 15 साल की थीं।
सीनियर स्तर पर पहुंचने से पहले सिंधु जूनियर सर्किट में पहले से ही अपना दबदबा बना चुकीं थीं। उन्होंने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई टूर्नामेंट जीते थे।
हैदराबाद की इस युवा खिलाड़ी की उपलब्धियों में ऑल इंडिया रैंकिंग टूर्नामेंट (अंडर-10 और अंडर-13), नेशनल स्कूल गेम्स (अंडर-14 टीम) और सब-जूनियर नेशनल (अंडर-13 युगल) में स्वर्ण पदक शामिल है।
पीवी सिंधु ने 2009 की सब-जूनियर एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। यह उनका किसी भी स्तर पर पहला अंतरराष्ट्रीय इवेंट था।
पीवी सिंधु ने कितनी पढ़ाई की है?
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने हैदराबाद के मेहदीपट्टनम में सेंट ऐंस कॉलेज फॉर वूमेन से बैचलर्स ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम) में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है।
पीवी सिंधु ने इसी कॉलेज से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) की डिग्री भी हासिल की है। इसके अलावा उन्होंने चेन्नई वेल्स विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी हासिल की है।
छोटी उम्र से ही सिंधु दुनिया भर में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं, लेकिन उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि उनकी पढ़ाई में कोई दिक्कत न आए।
पीवी सिंधु ने 2017 में क्विंट से कहा, “मैंने बैडमिंटन में अपने सपनों को पूरा करते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी है। और मैंने इसे अच्छी तरह से मैनेज किया है क्योंकि मेरा एक साल भी बेकार नहीं गया और न ही मैं फेल हुई ।”
"7वीं क्लास तक मैं अपनी क्लास में टॉप करती थी। उसके बाद जब मैंने बैडमिंटन पर ध्यान देना शुरू किया, तब भी मैंने इसे अच्छे से मैनेज किया।"
पीवी सिंधु ने हैदराबाद के ऑक्सिलियम हाई स्कूल से पढ़ाई की है।’
पीवी सिंधु किस रैकेट का इस्तेमाल करती हैं?
पीवी सिंधु ने अपने करियर के दौरान ली निंग और योनेक्स दोनों ब्रांडों का इस्तेमाल किया है। वर्तमान में वह ली निंग बैडमिंटन रैकेट का इस्तेमाल करती हैं।
भारतीय स्टार ने 2016 से 2019 तक तीन साल तक योनेक्स का उपयोग करने के बाद 2019 में चीनी ब्रांड ली निंग के साथ चार साल की स्पॉन्सरशिप पर हस्ताक्षर किया। सिंधु ने 2014-2015 में भी ली निंग का इस्तेमाल किया।
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले मैच में पीवी सिंधु द्वारा इस्तेमाल किए गए रैकेट को एक कंजर्वेशन प्रोजेक्ट को लेकर फंड जुटाने के लिए नीलाम किया गया था।
** पीवी सिंधु की हॉबी क्या है?**
पीवी सिंधु ने आईड्रीम स्पोर्ट्स को बताया कि उन्हें संगीत सुनना पसंद है। उन्होंने कहा, “मैं हर तरह का संगीत सुनती हूं। कभी-कभी मैं अपनी दुनिया में बस संगीत सुन रही होती हूं, जब मैं तैयार भी हो रही होती हूं।”
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी को पार्टियों में जाने का शौक नहीं है और छुट्टी के दिनों में वह अपने परिवार के साथ घर पर समय बिताती हैं। हालांकि, सिंधु अनिवार्य रूप से शाकाहारी हैं, लेकिन वह अपनी मां द्वारा पकाए गए मांसाहारी भोजन की काफी शौकीन है।