भारतीय दिग्गज शटलर पीवी सिंधु अपने बाएं टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण 22 अगस्त से टोक्यो में आयोजित होने वाली BWF बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022 में हिस्सा नहीं ले पाएंगी।
बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मलेशिया के गोह जिन वेई के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में खेलने के दौरान पीवी सिंधु चोटिल हो गईं थीं। भारतीय खिलाड़ी ने फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला एकल स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन जैसे-जैसे वह टूर्नामेंट में आगे बढ़ी, उनकी चोट बढ़ती चली गई।
पीवी सिंधु ने शनिवार को इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, "एक तरफ मैं भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद आत्मविश्वास के शिखर पर हूं, लेकिन दूसरी तरफ दुर्भाग्यवश मुझे वर्ल्ड चैंपियनशिप से बाहर होना पड़ा है। मुझे दर्द महसूस हुआ और क्वार्टर फाइनल में चोट लगने के बाद अपने कोच, फिजियो और ट्रेनर की मदद से मैंने आगे बढ़ने का फैसला किया।"
सिंधु ने आगे कहा, "फाइनल के दौरान और उसके बाद मेरा दर्द काफी असहनीय था। इसलिए जैसे ही मैं हैदराबाद वापस पहुंची, मैंने MRI कराया। इसके बाद डॉक्टरों ने मेरे बाएं पैर में स्ट्रेस फ्रैक्चर की पुष्टि की और मुझे कुछ हफ्तों के लिए आराम करने की सलाह दी गई है।"
बता दें कि भारतीय शटलर अपने टखने पर पट्टी बांधकर बर्मिंघम में बैडमिंटन स्पर्धा के सेमीफाइनल और फाइनल में खेलीं थीं।
2019 में स्वर्ण पदक सहित वर्ल्ड चैंपियनशिप में पांच बार की पदक विजेता पीवी सिंधु पर रिकवरी के दौरान पैनी नजर रखी जाएगी ताकि वह जल्दी चोट से उबर सकें।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता अक्टूबर में डेनमार्क और पेरिस ओपन से पहले खुद को फिट करने की पूरी कोशिश करेंगी।