BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता पीवी सिंधु को मिला मुश्किल ड्रॉ

टोक्यो में सेमीफाइनल से पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी की भिड़ंत एशियाई खेलों की चैंपियन चीन की वांग झी यी और कोरिया की एन से यंग से हो सकती है।

3 मिनटद्वारा रितेश जायसवाल
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(2022 Getty Images)

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन सहित भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी 22 अगस्त से टोक्यो में शुरू होने वाली BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022 में अपनी लय को जारी रखना चाहेंगे।

जापान में कुल 27 शटलर भारतीय दल का हिस्सा होंगे।

बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेल का अपना पहला एकल स्वर्ण जीतने वाली वर्ल्ड नंबर 7 पीवी सिंधु 2019 में इस इवेंट को जीतने के बाद अपने दूसरे विश्व खिताब को जीतने की उम्मीदें लगाए होंगी।

हालांकि, यह दो बार की ओलंपिक पदक विजेता के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि सेमीफाइनल से पहले उनका सामना चीन की मौजूदा एशियाई चैंपियन वांग ज़ी यी और विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में नंबर 3 पर काबिज कोरिया की एन से यंग से हो सकता है।

पीवी सिंधु को पहले राउंड में बाई मिला है और दूसरे राउंड में उनका सामना वांग झी यी से हो सकता है। वहीं क्वार्टर-फाइनल में उनकी संभावित प्रतिद्वंद्वी एन से यंग हो सकती हैं।

इस बीच, पूर्व विश्व नंबर 1 साइना नेहवाल राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर होने के बाद कोर्ट पर वापसी करेंगी। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता, जो वर्तमान में 28वें स्थान पर हैं, वह अपने पहले मुकाबले में जोंग कांग की चेउंग नगन यी से भिड़ेंगी और दूसरे राउंड में उनका सामना वर्ल्ड रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज जापान की नोजोमी ओकुहारा से हो सकता है।

मालविका बंसोड़ महिला एकल ड्रॉ में तीसरी भारतीय हैं और वह वर्ल्ड रैंकिंग में 21वें स्थान पर काबिज रेखा क्रिस्टोफरसन के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगी।

पुरुषों में भारत के किदांबी श्रीकांत (13वें स्थान पर), लक्ष्य सेन (10वें स्थान पर) और एचएस प्रणॉय (18वें स्थान) के ड्रॉ भी काफी मुश्किल हैं और उनमें से केवल एक ही सेमीफाइनल में जगह बना सकता है।

सभी का ध्यान लक्ष्य सेन पर होगा, जिन्होंने इस सप्ताह बर्मिंघम में पुरुष एकल का स्वर्ण पदक जीता था। उन्हें टोक्यो वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए पहले दौर में बाई मिला है।

किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने स्पेन में विश्व चैंपियनशिप के अंतिम संस्करण में क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता था।

दुनिया के 5वें नंबर के मलेशिया के शटलर ली जी जिया और दुनिया के दूसरे नंबर के जापान के केंटो मोमोटा भारतीय पुरुष खिलाड़ियों के लिए सबसे बड़ा खतरा होंगे।

बी साई प्रणीत भी भारतीय बैडमिंटन दल का हिस्सा हैं, लेकिन वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन के खिलाफ उनकी पहली चुनौती काफी मुश्किल होगी।

बर्मिंघम 2022 के स्वर्ण पदक विजेता सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी भारतीय दल की पुरुष युगल टीम की अगुवाई करेंगे। वहीं मनु अत्री/बी सुमीत रेड्डी, कृष्ण प्रसाद गरागा/विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला और एमआर अर्जुन/ध्रुव कपिला की जोड़ी भी मैदान में होगी।

इस बीच, त्रिशा जॉली/गायत्री गोपीचंद और अश्विनी पोनप्पा/एन सिक्की रेड्डी महिला युगल में भारत की सर्वश्रेष्ठ उम्मीद होंगी। इसके अलावा पूजा दांडू/संजना संतोष और अश्विनी भट्ट/शिखा गौतम भी अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने की कोशिश करेंगी।

मिश्रित युगल वर्ग में ईशान भटनागर/तनिषा क्रास्टो और वेंकट गौरव प्रसाद/जूही देवांगन की दो भारतीय जोड़ी खेलेंगी।

भारतीय शटलरों ने इससे पहले विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में 12 पोडियम स्थान सुनिश्चित किए हैं, लेकिन पीवी सिंधु का 2019 में महिला एकल स्वर्ण एकमात्र शीर्ष पोडियम फिनिश है।