भारत के कृष्णा नागर ने टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन गोल्ड जीतने के लिए किया शानदार प्रदर्शन
कृष्णा नागर ने कड़े मुकाबले में हांगकांग के चू मान काई को हराकर टोक्यो पैरालंपिक बैडमिंटन में भारत का दूसरा स्वर्ण पदक जीता।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर (Krishna Nagar) ने रविवार को टोक्यो पैरालंपिक में मेंस सिंगल्स SH6 कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता।
विश्व के दूसरे नंबर के पैरा शटलर कृष्णा नागर ने फाइनल में हांगकांग के चू मान काई (Chu Man Kai) को 21-17, 16-21, 21-17 से हराया।
स्वर्ण पदक मैच में सिर्फ एक गेम को गंवाते हुए कृष्णा नागर योयोगी नेशनल स्टेडियम में खिताब के प्रबल दावेदार बन गए थे। लेकिन चू मान काई ने हारने से पहले नागर को कांटे की टक्कर दी।
कृष्णा नागर और चू मान काई दोनों ही खिलाड़ियों ने अच्छी शुरुआत की और कुछ बेहतरीन रैलियों का प्रदर्शन किया।
हांगकांग के शटलर ने ब्रेक के समय तक 11-10 की मामूली बढ़त हासिल कर ली, इसके बाद कृष्ण नागर ने अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करते हुए महज़ 15 मिनट के भीतर शुरुआती गेम जीतने के लिए शानदार वापसी की।
यह भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एक समय पर 11-16 से पीछे हो गया और फिर 15-17 के स्कोर तक अपने संघर्ष में बेहतर करते रहना जारी रखा। वहां से उनके द्वारा हासिल किए लगातार छह अंकों ने उन्हें पहला गेम अपने नाम करने में मदद की।
दूसरे गेम में इसके विपरीत परिणाम देखने को मिले, क्योंकि कृष्णा नागर को अपनी सर्विस के बाद से ही संघर्ष करते हुए देखा गया और आखिरकार उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ा। और इसी के साथ उनके प्रतिद्वंद्वी ने मैच में वापसी कर ली।
निर्णायक गेम में चू मान काई ने कुछ शानदार शॉट लगाते हुए 11-7 की बढ़त हासिल कर ली, लेकिन कृष्णा नागर ने लगातार पांच अंक हासिल करते हुए इस बढ़त को खत्म कर दिया। वहीं से भारतीय ने गेम को जीतने के लिए अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और मैच जीत लिया।
कृष्णा नागर की जीत से भारत ने टोक्यो 2020 में अपना पांचवां स्वर्ण पदक जीता। भारतीय दल पैरालंपिक खेलों में अब तक कुल 19 पदक हासिल कर चुका है।