ISL गोल्डन बूट विजेता: दिमित्रियोस डायमंटाकोस से लेकर एलानो तक, ISL के सभी गोल्डन बूट विजेताओं को जानिए

ISL के 10 सीजन में अब तक कुछ बेहतरीन गोल स्कोरर देखने को मिले हैं। आइए जानते हैं अब तक के सभी ISL गोल्डन बूट के विजेताओं की कहानी।

9 मिनटद्वारा विवेक कुमार सिंह
Dimitrios Diamantakos of KBFC
(ISL Media)

प्रत्येक सीजन के आईएसएल के शीर्ष स्कोरर को आईएसएल गोल्डन बूट के पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। ऐसे में भारत की प्रमुख फुटबॉल लीग में खेलने वाले सभी स्ट्राइकर इस सम्मान को हासिल करना चाहते हैं।

प्रशंसक भी हर सीजन में गोल्डन बूट की रेस को बारीकी से फॉलो करते हैं।

इन वर्षों में प्रतिष्ठित गोल्डन बूट को स्टिवेन मेंडोज़ा, एलानो ब्लूमर और फेरान कोरोमिनास जैसे कुछ शानदार स्ट्राइकरों ने जीता है। ग्रीक स्ट्राइकर दिमित्रियोस डायमंटाकोस आईएसएल 2023-24 में केरला ब्लास्टर्स एफसी के लिए 13 गोल करके इस शानदार सूची में शामिल हो गए।

यहां नौ सीजन में सभी ISL गोल्डन बूट विजेताओं की जानकारी दी गई है।

आईएसएल 2023-24 गोल्डन बूट विजेता - दिमित्रियोस डायमंटाकोस

आईएसएल 2023-24 गोल्डन बूट की दौड़ अब तक की सबसे करीबी दौड़ में से एक थी, जिसमें नौ खिलाड़ियों ने सीजन में दस या अधिक गोल किए थे। उनमें से दो खिलाड़ी, केरला ब्लास्टर्स एफसी के दिमित्रियोस डायमंटाकोस और ओडिशा एफसी के रॉय कृष्णा 13-13 गोल के साथ शीर्ष स्कोरर थे।

हालांकि, यह केबीएफसी के डायमंटाकोस थे जिन्होंने कृष्णा (25) की तुलना में कम मैच (17) खेलकर गोल्डन बूट हासिल किया।

आईएसएल 2023-24 में दिमित्रियोस डायमंटाकोस के आंकड़े

गोल: 13

असिस्ट: 3

मैच: 17

आईएसएल 2022-23 गोल्डन बूट विजेता - डिएगो मौरिसियो

आईएसएल 2022-23 गोल्डन बूट की कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, ओडिशा एफसी के डिएगो मौरिसियो ने कई दावेदारों की कड़ी चुनौतियों को पार करते हुए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता।

डिएगो मौरिसियो ने 21 मैचों में 12 गोल किए, जबकि एटीके मोहन बागान के ऑस्ट्रेलियाई फॉरवर्ड दिमित्री पेट्राटोस ने 23 मैचों में 12 गोल किए और ईस्ट बंगाल के ब्राजीलियाई स्ट्राइकर क्लिटन सिल्वा ने 20 मैचों में 12 गोल किए। हालांकि, डिएगो मौरिसियो ने गोल्डन बूट दोनों को पीछे छोड़ दिया क्योंकि उन्हें अपने 12 गोल करने में कम समय लगाया।

ब्राजीलियाई खिलाड़ी ने क्लिटन सिल्वा के 1778 और दिमित्री पेट्राटोस के 2091 की तुलना में 1536 मिनट खेले।

मौरिसियो के शानदार प्रदर्शन ने ओडिशा एफसी को टीम के इतिहास में पहली बार ग्रुप चरण से आगे बढ़ने में मदद की।

आईएसएल 2022-23 में डिएगो मौरिसियो के आंकड़े

गोल: 12

असिस्ट: 4

मैच: 21

आईएसएल 2021-22 गोल्डन बूट विजेता - बार्थोलोम्यू ओगबेचे

2019-20 में एक तकनीकी रूप से चूकने के बाद, बार्थोलोम्यू ओगबेचे ने आईएसएल 2021-22 गोल्डन बूट की रेस में बने रहने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। वास्तव में, नाइजीरियाई स्ट्राइकर ने अपने प्रतिस्पर्धियों से इस सीजन लगभग दोगुना स्कोर किया है।

हैदराबाद एफसी के लिए खेलते हुए, बार्थोलोम्यू ओगबेचे ने 20 मैचों में 18 गोल किए और निजाम को फाइनल में पहुंचाया और अंत में आईएसएल खिताब जीता।

मुंबई सिटी एफसी के लिए खेल रहे इगोर एंगुलो और जमशेदपुर एफसी के ग्रेग स्टीवर्ट ने 10-10 गोल किए और गोल्डन बूट की रेस में नाइजीरियाई विश्व कप खिलाड़ी से पीछे रहे।

ओगबेचे ने इस दौरान आईएसएल 2017-18 के दौरान फेरान कोरोमिनास द्वारा किए गए 18 गोलों की बराबरी भी कर ली, जो एक आईएसएल सीज़न में किसी खिलाड़ी द्वारा किए गए सबसे अधिक गोल थे।

आईएसएल 2021-22 गोल्डन बूट जीतने के रेस में, बार्थोलोम्यू ओगबेचे भारत के दिग्गज सुनील छेत्री को पछाड़कर आईएसएल इतिहास में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी भी बन गए।

आईएसएल 2021-22 में बार्थोलोम्यू ओगबेचे के आंकड़े

गोल: 18

असिस्ट: 1

मैच खेले: 20

आईएसएल 2020-21 के गोल्डन बूट विजेता - इगोर एंगुलो

सातवें सीजन के अंतिम दिन एक फाइनल मुकाबले में एक जोरदार टक्कर देखने को मिली। निर्धारित समय के एक मिनट पहले तक दोनों टीमें एक दूसरे से बेहतर नजर आ रही थीं। जिसमें एफसी गोवा के स्ट्राइकर इगोर एंगुलो ने आईएसएल 2020-21 का गोल्डन बूट जीता, हालांकि एटीके मोहन बागान के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी रॉय कृष्णा ने भी उनके बराबर 14 गोल किए थे लेकिन उन्होंने इगोर से एक मैच अधिक खेला था।

दोनों खिलाड़ियों ने 14 गोल किए लेकिन रॉय कृष्णा ने 14 गोल करने के लिए 2062 मिनट लिए, जबकि इगोर एंगुलो ने सिर्फ 1645 मिनट लिए हैं। फाइनल में एक गोल के साथ रॉय कृष्णा के पास इगोर से आगे निकलने का मौका था, लेकिन वो गोल करने में असफल रहे।

कृष्ण के पास आठ असिस्ट था जबकि इगोर का असिस्ट वाला कॉलम बिल्कुल खाली है। उनके नाम एक भी असिस्ट नहीं है।

ISL 2019-20 तक अगर दो या दो से अधिक खिलाड़ियों के गोल एक बराबर होते, तो अधिक असिस्ट वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट दिया जाता। लेकिन इस नियम को आईएसएल 2020-21 में बदल दिया गया।

फेरान कोरोमिनास के जाने के बाद एफसी गोवा ने इगोर एंगुलो को अपनी टीम के लिए साइन किया, जो सर्वकालिक उच्चतम आईएसएल गोल स्कोरर हैं।

स्पैनियार्ड ने 21 मैचों में 14 गोल दागकर अपनी उपयोगिता बेहतरीन अंदाज में साबित की।

ISL 2020-21 में इगोर अंगुलो के आँकड़े

गोल: 14

असिस्ट: 0

मैच खेले: 21

2019-20 गोल्डन बूट विजेता – नेरिज्स वाल्सकीस

चेन्नईयिन एफसी के नेरिज्स वाल्सकीस ने सीजन 2019-20 में गोल्डन बूट पर कब्ज़ा जमाया था और यह भी माना जाता है उस साल गोल्डन बूट की रेस ISL क इतिहास की सबसे बेहतरीन तीन खिलाड़ी – वाल्सकीस, ATK के रॉय कृष्ण (Roy Krishna) और पूर्व केरला ब्लास्टर्स स्ट्राइकर बर्थोलोमेव ओगबेचे ने उस सीज़न में 15 गोल दागे थे।

उस सीजन तक आईएसएल के नियमों के अनुसार, यदि सीज़न के अंत तक कई खिलाड़ी गोल करने के मामले में बराबरी पर हैं, तो अधिक असिस्ट करने वाला खिलाड़ी गोल्डन बूट जीतेगा। यदि वे गोल और असिस्ट दोनों में समान हैं, तो कम मिनट खेलने वाला खिलाड़ी पुरस्कार का दावा करता है।

उस सीजन की बात करें तो कृष्णा और वाल्सकीस दोनों ने ही सीजन के अंत तक 15 गोल पर अपने नाम की मुहर लगे थी लेकिन ऐसे में उथियानियाई खिलाड़ी को यह खिताब दिया गया क्योंकि उन्होंने 20 मुकाबले खेले थे, कृष्णा के मुकाबले एक कम। वहीं ओगबेचे ने 18 मुकाबलों में 15 गोल किए थे और एक असिस्ट भी उनके नाम थे इसी वजह से वह गोल्डन बूट की रेस से बाहर हो गए थे।

गौरतलब है कि वाल्सकीस और कृष्णा की यह लड़ाई ISL 2019-20 फाइनल के दिन सुलझ पाई जब कृष्णा के हाथ एक असिस्ट आया और वाल्सकीस की झोली में एक गोल।

हालांकि आईएसएल 2020-21 के लिए प्रदर्शन करते हुए जमशेदपुर एफसी के प्रति स्थानांतरित करने के बाद वाल्सकिस मुख्य कोच ओवेन कोयल के अधीन बने रहे, जिनके चेन्नईयिन एफसी में आने से उनके स्कोरिंग रन की शुरुआत हुई।

ISL 2019-20 में नेरिज्स वाल्सकीस के आंकड़े

गोल: 15

असिस्ट: 6

मुकाबले: 20

2018-19 ISL गोल्डन बूट विजेता – फेरान कोरोमिनास

(FC Goa / Twitter)

ISL में अभी तक सबसे ज़्यादा गोल (48) फेरान कोरोमिनास से ही आए हैं और उन्होंने यह कीर्तिमान 57 मुकाबलों में स्थापित किया है। इसमें अचंभा नहीं है कि फेरान कोरोमिनास गोल्डन बूट के खिताब को अपने नाम कर सकते हैं, बल्कि उन्होंने ऐसा एक नहीं दो बार किया है। 2018-19 सीज़न में वह उनका दूसरा खिताब था।

ISL इतिहास में कोरोमिनास इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने लगातार दो बार गोल्डन बूट खिताब को अपने नाम किया है। इतना ही नहीं 2019-20 में भी वह इस खिताब के बहुत नज़दीक आए थे और उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए 17 मुकाबलों में 14 गोल दागे थेI

SL 2018-19 में फेरान कोरोमिनास के आंकड़े

गोल: 16

असिस्ट: 7

मैच खेले: 20

2017-18 ISL गोल्डन बूट विजेता - फेरान कोरोमिनास

क्लब डोक्सा कैटोकोपिया का तजुर्बा लेकर एफसी गोवा से जुड़े कोरोमिनास ने अपने पहले ही सीज़न से अपने कौशल का प्रमाण पेश करना शुरू कर दिया थ
20 मुकाबलों में इस खिलाड़ी ने 18 गोल मारे थे और 5 में असिस्ट भी किया था। वह उस सीज़न ISL के टॉप स्कोरर थे और उन्होंने मीकु (20 मुकाबलों में 15 गोल) और सुनील छेत्री (21 मुकाबलों में 12 गोल) को पीछे छोड़ा था।।

फेरान कोरोमिनास ने अपने पहले ही मुकाबले में चेन्नईयिन एफसी के खिलाफ गोल दागा था और आज तक इस लीग के इतिहास में वह एक सीज़न में सबसे ज़्यादा गोल (18) मारने वाले फुटबॉलर हैं2017-18 ISL में फेरान कोरोमिनास के आंकड़े

गोल: 18

असिस्ट: 5

मैच खेले: 20

ISL 2016 गोल्डन बूट विजेता – मार्सेलो

मार्सेलो लीते परेरा को मार्सेलो के नाम से भी जाना जाता है और इन्होंने अपना जादू 2016 में दिखाया था और सभी फुटबॉल प्रेमियों के दिलों में एक ख़ास जगह बना ली थी। हालांकि दिल्ली डायनामोज को सेमी-फाइनल में बाहर का रास्ता देखना पड़ा था लेकिन फिर भी शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए मार्सेलो ने 15 मुकाबलों में 10 गोल अपने नाम किए थे। ATK के लेन ह्य 14 मुकाबलों में 7 गोल के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। उरुग्वे के डिएगो फोरलान समेत 7 खिलाड़ियों ने इस सीज़न में 5 बार गोल को अपना निशाना बनाया था।

2017-18 ISL में मार्सेलो के आंकडे

गोल: 10

असिस्ट: 5

मैच खेले: 15

ISL 2015 गोल्डन बूट विजेता – स्टीवन मेंडोजा

(Delhi Dynamos / Twitter)

ISL 2015 को स्टीवन मेंडोज़ा शो के नाम से याद किया जाता है। यह इस खिलाड़ी का दूसरा सीज़न था लेकिन चोट ने हमेशा इन्हें बांधे रखा। हालांकि साल 2014 में भी इस फुटबॉलर ने अपने कौशल की झलकियाँ दिखा दी थी।

अपने दूसरे सीज़न में स्टीवन मेंडोज़ा ने अपने प्रतिद्वंदियों के डिफेंस को तोड़ना शुरू किया और गोल्डन बूट अपने नाम किया। कुल 16 मुकाबलों में इस खिलाड़ी ने 13 बार गोल मारा और अपनी टीम को आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया। इस दौरान ATK के लेन ह्यूम भी बूट के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे।

सीज़न का सबसे यादगार गोल इस खिलाड़ी न एफसी गोवा के खिलाफ मारा था। ग़ौरतलब है कि फाइनल में मेंडोज़ा की टीम 2-1 से पीछे चल रही थी और ठीक समय पर इस खिलाड़ी ने लक्ष्मीकान्त कट्टीमनी को अपना ही गोल मारने पर मजबूर किया।

कोल्मिया के इस खिलाड़ी के कदम यही नहीं रुके। आखिरी के क्षणों में स्कोर कर चेन्नईयिन एफसी को अपना पहले खिताब जितवाया था। ISL के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था कि विजेता टीम के खिलाड़ी ने ही गोल्डन बूट पर अपना कब्ज़ा जमाया था।

ा के

(ISL / Twitter)
(Chennaiyin FC / Twitter)

ISL इतिहास का सबसे पहले गोल्डन बूट चेन्नईयिन एफसी के खिलाड़ी एलानो ब्लूमर ने अपने नाम किया था। पूर्व मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाड़ी चेन्नईयिन एफसी के लिए एक मार्की प्लेयर की हैसियत से खेले थे।

फ्री किक और लॉन्ग शॉट के माहिर एलानो ने 2014 में 8 गोल दागे थे जो कि किसी भी खिलाड़ी से 3 गोल ज़्यादा थे। इनके इसी खेल की वजह से इनकी टीम सेमी-फाइनल तक का सफ़र तय करने में सफल रही थी।

2014 में ISL में एलानो ब्लूमर के आंकड़े

गोल: 8

असिस्ट: 1

मैच खेले: 11

आईएसएल गोल्डन बूट विजेताओं की सूची

से अधिक