IPL और प्रीमियर लीग के सफल आयोजन के बाद अब ISL को भी बायो बबल्स बनाएगा क़ामयाब! 

लगातार जांच और सुरक्षा व्यवस्ता के कड़े इंताजाम में COVID-19 के कारण देश में लागू लॉकडाउन के बाद ISL 2020-21भारत में खेला जाने वाले पहला बड़ा इवेंट होगा। 

6 मिनटद्वारा विवेक कुमार सिंह
Mumbai CFC THUMB

इंडियन सुपर लीग (Indian Super League) 2020-21 सीज़न के शुरू होने में कुछ ही दिन रह गया है और इस बार का आयोजन पहले से बाहतर और शानदार होने की उम्मीद है। 

भारतीय फुटबॉल की दो दिग्गज टीमों के शामिल होने से इस लीग का रोमांच और बढ़ जाएगा। मोहन बागान (Mohun Bagan) इस लीग में एटीके मोहन बागान (ATK Mohun Bagan) के नाम से खेलेगी, जबकि ईस्ट बंगाल (East Bengal) इस रोमांच को और बढ़ाने का काम करेगी। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है, क्लबों का बेहतरीन खिलाड़ियों को टीम के साथ जोड़ना।

कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी की वजह से ISL 2020-21 को गोवा में ही खेला जाएगा और सभी मैच बायो-सिक्योर वातावरण में खेले जाएंगे।

क्लब उन कदमों से खुश हैं जो लीग आयोजकों ने सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए हैं।

बेंगलुरु एफसी के बेंगलुरु के सीईओ मंदर तमहाने (Mandar Tamhane) ने कहा, "मुझे लगता है कि लीग ने चीजों को सही तरीके से मैनेज किया है।"

“मुझे लगता है कि लीग को सही तरीके से आयोजित करने के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना सही फैसला है। लीग को धन्यवाद करना चाहिए।”

तमहाने भारतीय फुटबॉल के साथ सदियों से जुड़े हैं। उनको विश्वास है कि जो भी कदम उठाए गए हैं वो सही दिशा में हैं। मैदान थोड़ा अलग जरूर होगा, लेकिन ज्यादा कुछ नहीं बदलेगा। लगातार हो रहे ऑपरेटिंग सिस्टम में बदलाव ये बताते हैं कि सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम होंगे।

“ये सब आईएसएल में पहली बार हो रहा है, कुछ फैसलों में बदलाव किए गए हैं, जो शुरूआत में जरूरत पड़ने पर लिए गए थे। देखा जाए तो ये सब नए बदलाव की तरह है।"

तमहाने ने आगे कहा, "पहला और आखिरी लक्ष्य है ये सुनिश्चित करना है कि सुरक्षा पहलू का ध्यान रखा जाए और क्लबों को उनकी जरूरत के हिसाब से मदद की जाए।"

पिछले कुछ महीनों में, आईएसएल इस नए में जीवन का अध्ययन करने और समझने के लिए कुछ यूरोपीय लीग आयोजकों के साथ लगातार संपर्क में है।

जबकि इंग्लैंड में होने वाले प्रीमियर लीग के साथ उनकी रणनीतिक साझेदारी रही है, ऐसे में आईएसएल का आयोजन तो होना ही था।

तमहाने ने कहा, ''इस लीग को बायो बबल्स का सबसे अच्छे उदहारण मिला है, जो न केवल इंडियन प्रीमियर लीग में देखने को मिला, बल्कि विभिन्न लीग में भी देखने को मिले थे।

“हमने बुंडेसलीगा और प्रीमियर लीग, और यहां तक कि यूएसए में एमएसएल (Major League Soccer) और एनबीए (नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन) के साथ बातचीत देखी है। मुझे लगता है कि आईएसएल दुनिया भर के विभिन्न आयोजकों के साथ अपनी बात-चीत के बाद ही कई फैसले लिए हैं। यहां तक कि एआईएफएफ (ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन) ने दक्षिण कोरिया में लीग आयोजकों के साथ बात की, क्योंकि दक्षिण कोरिया एशिया में इस लेवल पर लीग शुरू करने वाला पहले देश था।"

आईएसएल की चार स्तरीय सिस्टम

कई आयजकों से सलाह लेने के बाद आईएसएल ने एक ऐसी प्रणाली तैयार की है कि लीग से जुड़े सभी लोगों को इस सीजन में सुरक्षित रखे जाने की उम्मीद है। ये आईएसएल से जुड़े लोगों को अलग-अलग नियमों के साथ चार स्तरों में बांटेगा।

टॉप टीयर - टीयर I - में खिलाड़ी, फर्स्ट-टीम स्टाफ और उनके परिवार शामिल होंगे, जबकि दूसरा टीयर उन लोगों से बनेगा जो टॉप टीयर पर सदस्यों के साथ रहते हैं।

तीसरा टीयर क्लब के स्टाफ सदस्यों और हर किसी के लिए होगा, जिन्हें खेल, प्रतियोगिता क्षेत्र, प्रतिनिधि क्षेत्र और मीडिया ट्रिब्यून के क्षेत्र में आने जाने की आवश्यकता होती है। इस बीच, चौथे टीयर में वे लोग शामिल होंगे, जिनकी पहुंच स्टेडियम तक ही सीमित होगी।

टॉप टीयर पर सदस्यों को तीन अनिवार्य आरआरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना पड़ेगा और केवल बबल्स के अंदर ही रहने की अनुमति दी जाएगी, वो भी तब, जब उनका रिपोर्ट नेगेटिव आता है। एक बार बबल्स के अंदर जाने पर हर तीसरे दिन टेस्ट के एक सेट से गुजरना होगा, ताकि कोरोना वायरस के जोखिम को कम किया जा सके।

जबकि नियम III के अंतर्गत आने वाले लोगों के लिए समान है, तीसरे श्रेणी के सदस्यों के लिए, प्रत्येक पांचवें दिन एक आरआरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा, जबकि टीयर IV के तहत आने वाले लोगों पर ISL हेल्थ ऐप का उपयोग करके निगरानी की जाएगी।

इसके अलावा, इस सीज़न में किसी भी मीडिया को स्टेडियम के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जबकि अनिवार्य प्री-मैच और पोस्ट-मैच प्रेस वार्ता वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित की जाएगी।

अगर बायो बबल्स के अंदर कोई भी कोरोना वायरस का पॉज़िटीव केस पाया गया तो, आयोजक मामले की गंभीरता से जांच करेगी और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।

एफसी गोवा में टीम मैनेजर और फर्स्ट-टीम संचालन के प्रमुख कार्तिक मेंडा ने कहा, "ये निर्णय केस के आधार पर लिया जाएगा।"

“जबकि सदस्य (जिसका COVID-19 का टेस्ट पोजिटिव आया है) आइसोलेशन में जाएगा, इसके बाद आरआरटी-पीसीआर का टेस्ट होगा और पूरी टीम का एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। आगे की कार्रवाई इन टेस्ट के परिणामों पर निर्भर करेगा।"

"अगर पॉज़िटीव खिलाड़ी का मामला गंभीर है और अगर उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है, तो वो पहले किया जाएगा। या अगर आपको उस खिलाड़ी या पूरी टीम को अलग करना होगा तो वो भी कदम उठाया जाएगा।"

हालांकि SOP (Standard operating procedure) और दिशा-निर्देश सभी संबंधित लोगों को बता दिया गया है, टीमों ने ये सुनिश्चित किया है कि वे बिना असफल हुए उनका पालन करने में विशेष ध्यान रखेंगे।

“हम उस दिन से उन सब दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं, जबसे हमने बबल्स में प्रवेश किया है। लीग ने बबल के अंदर के संचालन के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित किए हैं।"

“सभी अभ्यासों के पहले और बाद में सभी उपकरणों को साफ करने और साफ करने की आवश्यकता होती है। टीम जिन बसों का उपयोग करती है, उन्हें एक विशेष समाधान के साथ हर उपयोग के बाद साफ करने की आवश्यकता होती है। हर किसी को हैंड सैनिटाइज़र ले जाना होता है और मास्क पहनना होता है। मुझे लगता है कि ये भी मदद करेगा कि लोग इसे समझे कि ये बीमारी कितनी खतरनाक है। एफसी गोवा के एक अधिकारी ने कहा कि ये सुनिश्चित करने के लिए ही स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों का अच्छी तरह से पालन किया जा रहा है।"

बढ़े हुए सुरक्षा प्रोटोकॉल और COVID-19 के प्रसार से बचने के सर्वोत्तम उपायों के साथ, ISL 2020-21 शुरू होने के लिए पूरी तरह तैयार है।