साल 2019 में भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास ने विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे नामी क्रिकेटरों के साथ सुर्खियां बटोरी थीं। जहां 2019 में भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर रही थी। वहीं, दूसरी ओर हिमा दास ने कुल 19 दिनों में भारत के लिए 5 स्वर्ण पदक जीतकर लोगों का दिल जीत लिया था। हिमा दास ने चोट के बाद एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में वापसी की और दुनिया को अपना कौशल दिखाया।
पोलैंड के पोज़नान में पहले इवेंट में हिमा दास ने रेस जीतकर पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। पोज़नान एथलेटिक्स ग्रां प्री के दौरान हिमा ने 23.65 सेकेंड की बेहतरीन टाइमिंग के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। वहीं साउथ अफ्रीका की तमज़ीन थॉमस ने रजत पदक पर कब्ज़ा किया। ग़ौरतलब है कि यह रेस 200 मीटर की थी। इतना ही नही भारतीय स्प्रिंटर वीके विस्माया ने भी 23.75 का समय लेकर कांस्य पदक अपने नाम किया।
यहां हिमा दास की स्वर्ण पदक की सूची पर एक नज़र डालें...
हिमा दास ने कुटनो एथलेटिक्स में जीता दूसरा स्वर्ण पदक
कुछ दिन बाद ही हिमा दास ने कुटनो एथलेटिक्स में भी 200 मीटर स्वर्ण पदक पर अपने नाम की मुहर लगा दी। भारतीय एथलीट ने 23.97 सेकेंड की टाइमिंग के साथ वीके विस्माया को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। यह कहना ग़लत नहीं होगा कि भारतीय रेसर हिमा दास अपने सपनों की ओर तेज़ी से दौड़ रही हैं।
जहां भारतीय क्रिकेट टीम विश्व कप से जुलाई 9 को बाहर हो गई थी वही 4 दिन बाद हिमा दास ने भारतीय स्पोर्ट्स फैंस को खुशियां मनाने का एक मौक़ा दिया।
कल्दनो मेमोरियल में जीत की यादें
अब बारी थी कल्दनो मेमोरियल की और हिमा दास ने फिर एक बार भारतीय खेमे में जीत डाल दी। इस असम की स्प्रिंटर ने 200 मीटर में स्पर्धा करते हुए 23.43 सेकेंड की बेहतरीन टाइमिंग से गोल्ड की हैट्रिक जड़ दी और एक फिर जाकर पोडियम के शीर्ष पर जगह बनाई।
उन्होने अपनी प्रतिद्वंदी हाफसातु कामारा को मात दी। गौरतलब है कि हाफसातु कामारा ने 24.25 का समय लेकर रजत पदक हासिल किया। इसी रेस में तीसरे नंबर पर ब्राज़ील की तामीरिस डी लिज़ रहीं और उन्होंने कांस्य पदक पर अपने नाम की मुहर लगा दी।
ताबोर एथलेटिक्स, चेक रिपब्लिक में जीता चौथा स्वर्ण पदक
20 वर्षीय एथलीट ने 15 दिनों में ही एक और यानी चौथा स्वर्ण पदक हासिल कर लिया। इस भारतीय धावक ने बता दिया कि अगर हौसलों में जान हो तो मंजिल मिल ही जाती है। हिमा दास का कारवां ताबोर एथलेटिक्स तक पहुंच गया था और अब भी एक जीत बाकी थी। इस मुक़ाबले में हिमा ने 23.25 सेकेंड के समय के साथ एक और स्वर्ण पदक हासिल किया और वीके विस्माया के ने रजत जीता। 2013 यूरोपीय चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली क्लारा सिदलोवा ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
मेज़िनारोडनी एटलेटिक मितिंक, चेक रिपब्लिक में 5वां गोल्ड
अपने स्वर्ण पदक की रेस में भारतीय धावक हिमा दास ने 400 मीटर रेस को भी अव्वल नंबर पर खत्म किया। प्राग में हुई मेज़िनारोडनी एटलेटिक मितिंक पहली तीन पोज़ीशन भारतीय खिलाडियों के नाम रही। हिमा दास गोल्ड (52.09),**वीके विस्माया (**52.48 सेकेंड) और सरिता गायकवाड़ (53.28 सेकेंड)। भारतीय देश के लिए वाकई में यह पल हसीन और गर्व के थे।
अपनी मंजिल की ओर बढ़ती हिमा दास को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर तक ने बधाई देकर उनका हौसला बढ़ाया।
इतना ही नहीं भारतीय फ़िल्मी सितारे भी तारीफ़ करने में पीछे नहीं रहे। अमिताभ बच्चन, अनुष्का शर्मा जैसे बहुत से सितारों ने ‘गोल्डन गर्ल’ हिमा को बधाई दी।
हिमा दास ने यूरोप में जीता पांचवां स्वर्ण पदक
समय आगे बढ़ रहा था लेकिन हिमा दास का संकल्प अडिग रहा और जीत के लिए उनका जुनून एकबार फिर दिखाई दिया। चेक रिपब्लिक में हुई एथलेटिक मिंक रीटर 2019 में हिमा ने 300 मीटर में एक और स्वर्ण पदक पर अपने नाम की मुहर लगा दी और साथ ही अपने करियर में चार चांद लगा दिए।
अपने करियर के फास्ट ट्रैक पर दौड़ती हिमा दास ने दुनियाभर में बहुत सा नाम कमा लिया था। 5 पदक जीतने के बाद ANI ने उन्हें सम्मानित करते हुए एक वीडियो डाला जिसके बाद इस स्प्रिंटर ने कहा, “ऐसी तारीफ़ सुन कर बहुत अच्छा लगता है। मैं उम्मीद करती हूं कि ऐसे ही सभी लोग मुझे आशीष देते रहेंगे।”
“हालांकि, जिन स्पर्धाओं में मैंने 5 स्वर्ण पदक जीते हैं वह आने वाली बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए एक वार्म-अप था। कृपया मुझे सपोर्ट करते रहें ताकि मैं बड़े मंच पर अच्छा प्रदर्शन कर सकूं।”
हिमा दास ने देख परख कर अपनी सफलता की ओर कदम बढ़ाए हैं। आपको बता दें कि पोलैंड में हुई चैंपियनशिप में दो इवेंट एफ ग्रेड के थे और चेक रिपब्लिक में हुई चैंपियनशिप ई ग्रेड की टी और इसी वजह से वह इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (IAAF) के अंतर्गत आती हैं।
स्पर्धाओं की टाइमिंग से हिमा दास के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ की तुलना
इसके अलावा, पांच पदक जीतने के दौरान हिमा दास का प्रदर्शन उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों से कोसों दूर था।
IAAF वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप 2018 के स्वर्ण पदक विजेता की इन पांच स्पर्धाओं के दौरान ताबोर में 200 मीटर स्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ समय 23.25 सेकेंड था। 200 मीटर में उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 22.88 सेकेंड की तुलना में यह कम था, जो उन्होंने जून 2021 में पटियाला में बनाया था।
नोवे मेस्टो में 52.09 सेकंड में उनकी स्वर्ण जीतने वाली 400 मीटर दौड़ भी उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 50.79 सेकंड से मेल नहीं खाती - एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड - जो उन्होंने जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में अपने रजत पदक के दौरान बनाया था।
यहां तक कि 2018 राष्ट्रमंडल खेल में छठे स्थान पर रहने के दौरान उनकी 51.32 सेकेंड की दौड़ भी बेहतर थी।
हालांकि, इस दौड़ के अपने फायदे भी थे। गंभीर चोट से वापसी करते समय, किसी भी रूप में सफलता, एथलीटों के लिए बहुत बड़ा प्रोत्साहन होती है और उन्हें काफ़ी आत्मविश्वास मिलता है। हिमा दास के लिए भी यह अलग नहीं था।
सुर्खियों में रहने वाली इस युवा खिलाड़ी की परिपक्वता दिखाते हुए प्रशंसा से प्रभावित हुए बिना चीजों को परिप्रेक्ष्य में रखने की उसकी क्षमता को भी साबित किया।