फ़ीफ़ा विश्व कप के हर संस्करण में खिलाड़ियों और उनकी टीम द्वारा कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की गई हैं। इसके साथ ही फ़ीफ़ा विश्व कप के अब तक हुए 22 संस्करणों में कुछ मैचों में सबसे अधिक स्कोर वाले मैच भी शामिल हैं।
क़तर में हुए 22वें संस्करण में, इंग्लैंड ने ईरान को 6-2 से और स्पेन ने कोस्टा रिका को 7-0 से हराया। इन मैचों में हुए कई गोल की बदौलत फ़ुटबॉल प्रशंसकों को जश्न मनाने का अच्छा अवसर मिला है।
लेकिन फ़ुटबॉल विश्व कप में सर्वाधिक गोल वाले मैच का सर्वकालिक रिकॉर्ड 12 गोल का है। आइए इन रिकॉर्ड पर एक नज़र डालते हैं।
फ़ीफ़ा विश्व कप में सबसे ज़्यादा गोल वाले मैच
12 गोल: स्विट्ज़रलैंड 1954 में ऑस्ट्रिया 7-5 स्विट्ज़रलैंड
स्विट्ज़रलैंड 1954 के विश्व कप में ऑस्ट्रिया और स्विट्ज़रलैंड ने गोल की बरसात कर दी थी, इस मैच में कुल 12 गोल दागे गए। फ़ुटबॉल विश्व कप के इस मैच में सबसे ज़्यादा गोल किए गए।
लुसाने में क्वार्टर-फ़ाइनल में दो खिलाड़ियों ऑस्ट्रिया के थियोडोर वैगनर और स्विट्ज़रलैंड के जोसेफ ह्यूगी ने शुरुआती हाफ़ में दो बार गोल किया।
मेज़बान टीम शुरुआती 20 मिनट में 3-0 के स्कोर के साथ आगे बढ़ रही थी, लेकिन ऑस्ट्रिया ने वापसी करते हुए अगले 15 मिनट में 5 बार गोल करके 5-4 की बढ़त बना ली।
हालांकि, उस दिन मौसम का पारा चढ़ा हुआ था, (40 डिग्री सेल्सियस) तापमान के कारण दूसरा हाफ़ काफी शांत रहा और तीन गोल के साथ वैगनर और ह्यूगी ने अपनी हैट्रिक पूरी की। वहीं, ऑस्ट्रिया ने इस मैच में 7-5 से जीत हासिल की।
अगर ऑस्ट्रिया के रॉबर्ट कोर्नर ने 42वें मिनट में पेनल्टी को गोल में तब्दील कर दिया होता तो इस रिकॉर्ड में एक और गोल शामिल होता।
11 गोल: स्पेन 1982 में हंगरी 10-1 एल साल्वाडोर
1982 में स्पेन के एल्चे में एल साल्वाडोर को 10-1 से हराकर फ़ुटबॉल विश्व कप मैच में 10 गोल करने वाली हंगरी पहली टीम बनी।
इस ग्रुप-स्टेज मैच में हंगरी के छह खिलाड़ियों ने गोल किए। दूसरे हाफ़ में लेज़्लो किस ने सबसे ज़्यादा तीन गोल दागे। वहीं, टिबोर न्यालासी और लेज़्लो फज़ेकास ने दो-दो गोल कर हंगरी को जीत हासिल करने में मदद की।
लुइस रामिरेज़ ने एल साल्वाडोर के लिए एक गोल दागा।
हालांकि, बेल्जियम और अर्जेंटीना ने हंगरी और एल साल्वाडोर दोनों को ग्रुप स्टेज से बाहर कर दिया था।
11 गोल: स्विट्ज़रलैंड 1954 में हंगरी 8-3 जर्मनी
50 के दशक की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक मानी जाने वाली हंगरी ने बासेल में 1954 के विश्व कप में जर्मनी को 8-3 से मात दी थी।
हेलसिंकी 1952 में शीर्ष पुरस्कार हासिल करने के बाद हंगरी मौजूदा ओलंपिक चैंपियन के रूप में स्विट्ज़रलैंड में हुए विश्व कप में शामिल हुआ था।
ग्रुप स्टेज मैच में जर्मनी के ख़िलाफ़ सबसे बड़ी जीत हासिल करने के साथ विश्व कप में उनकी जीत की लय बरक़रार रही। सांडोर कॉक्सिस ने चार बार गोल किए, जो फ़ीफ़ा विश्व कप मैच में सर्वाधिक गोल की लिस्ट में दूसरे स्थान पर काबिज़ हैं।
इस टीम ने ऑस्ट्रिया और स्विट्ज़रलैंड के 12-गोल का रोमांचक मुक़ाबला होने से छह दिन पहले ही फ़ुटबॉल विश्व कप में सर्वोच्च गोल स्कोरिंग मैच का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिया था।
11 गोल: फ़्रांस 1938 में ब्राज़ील 6-5 पोलैंड
साल 1938 में वैश्विक टूर्नामेंट के तीसरे संस्करण में ब्राज़ील ने पोलैंड को 6-5 से हराया, जो 1954 के संस्करण तक विश्व कप में सर्वोच्च गोल स्कोरिंग मैच था।
राउंड ऑफ़ 16 में पोलिश स्ट्राइकर अर्नस्ट विलिमोव्स्की एक विश्व कप मैच में 4 बार गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने।
विलिमोव्स्की के शानदार प्रदर्शन ने पोलैंड को निर्धारित समय में 4-4 से बराबरी करने में मदद की, लेकिन ब्राज़ील के लियोनिडस ने भी अतिरिक्त समय में अपनी हैट्रिक पूरी करके दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र को जीत दिलाई।
10 गोल: स्वीडन 1958 में फ़्रांस 7-3 पैराग्वे
1958 का विश्व कप फ़्रेंच स्ट्राइकर जस्ट फॉन्टेन के रिकॉर्ड तोड़ बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मशहूर है। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 13 गोल दागे, जो किसी भी फ़ीफ़ा विश्व कप में एक खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक गोल करने का रिकॉर्ड है।
फॉन्टेन के इस शानदार प्रदर्शन के दम पर स्वीडन 1958 के ग्रुप चरण में फ़्रांस ने पैराग्वे को 7-3 से शिकस्त दी।
फोन्टेन की हैट्रिक से अभिभूत होकर फ़्रांस ने दूसरे हाफ़ में पांच बार गोल करके वापसी की और मैच अपने नाम कर लिया।
सेमी-फ़ाइनल में ब्राज़ील से हारने के बाद फ़्रांस ने विश्व कप में तीसरे स्थान पर जगह बनाई।