बैडमिंटन: पलक कोहली-पारुल परमार ने किया टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई

पलक कोहली और पारुल परमार की भारतीय जोड़ी वर्तमान में SL3-SU5 महिला युगल स्पर्धा में छठे स्थान पर है।

2 मिनटद्वारा दिनेश चंद शर्मा
Palak Kohli with Gaurav Khanna 
(@palakkohli2002/Twitter)

भारत की पलक कोहली (Palak Kohli) और पारुल परमार (Parul Parmar) को शुक्रवार को बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने आधिकारिक पुष्टि की है। इसके मुताबिक जोड़ी ने SL3-SU5 महिला युगल स्पर्धा में टोक्यो पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है।

SL3-SU5 महिला युगल स्पर्धा 14 बैडमिंटन श्रेणियों में से एक है। टोक्यो पैरालंपिक में सात पुरुषों की, छह महिलाओं की और एक मिश्रित श्रेणी शुरू होंगी।

टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी पलक ने PTI से कहा, "हमें आज आधिकारिक सूचना मिली और मैं यह खबर सुनकर खुश हूं।"

दोनों ने विश्व की छठी रैंकिंग वाली जोड़ी के रूप में खेलों के लिए क्वालीफाई किया। रैंकिंग स्पैनिश ओपन के बाद जारी की गई थी, जहां भारतीय पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी भारत के यात्रियों पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण भाग नहीं ले सके।

हालांकि, पलक ने उल्लेख किया कि लखनऊ में मुख्य राष्ट्रीय कोच गौरव खन्ना के अधीन उनकी अकादमी में प्रशिक्षण में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में हासिल करने के लिए विशिष्ट लक्ष्य निर्धारित किए हैं। 

दिलचस्प बात यह है कि वो खेलों में महिला एकल SU5 स्पर्धा में भी हिस्सा लेंगी और देश के लिए पदक की सबसे बड़ी उम्मीद है।

पलक ने कहा, “पिछले कुछ महीनों से हम खुद को आगे बढ़ा रहे हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं। महामारी में भी हमने गौरव खन्ना सर के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण जारी रखा और कभी भी अपना ध्यान भटकने नहीं दिया।” 

उन्होंने कहा, "मैं आभारी हूं कि हम पहली बाधा को दूर करने में सक्षम हैं। हमें अब पोडियम पर अपने लक्ष्य निर्धारित करने होंगे और आने वाले दिनों में अपनी सारी ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समर्पित करनी होगी।”  

खन्ना भारत में अपनी तरह की पहली पैरा-बैडमिंटन अकादमी में लगातार पैरा-एथलीटों को तैयार कर रहे हैं, वो इस जोड़ी के लिए खुश हैं।

खन्ना ने कहा, "मैं रोमांचित हूं कि पलक और पारुल भारतीय पैरा-बैडमिंटन दल में टोक्यो पैरालंपिक के लिए टिकट पाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।" 

“महामारी हम सभी के लिए कठिन रही है, लेकिन यह खबर कुछ सकारात्मकता लेकर आई है। अब हमें यह ध्यान में रखते हुए तैयारी करनी होगी कि पैरालंपिक में हमारे लिए किस स्तर की कठिनाइयां होंगी। अच्छी प्रशिक्षण सुविधा होने से हमारे लिए काम कुछ आसान हो गया है। 

उन्होंने कहा, "हम भारतीय खेल प्राधिकरण, BAI, वेलस्पन इंडिया के बहुत आभारी हैं, जो लगातार हमारा सपोर्ट कर रहे हैं।"