शूटर अवनि लखेरा ने रचा इतिहास, दो पैरालंपिक पदक जीतने वाली बनीं पहली भारतीय महिला

अवनि लखेरा ने वूमेंस 50 मीटर राइफल 3-पोजीशन SH1 में कांस्य पदक जीता और टोक्यो में वूमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग SH1 क्लास में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था।

2 मिनटद्वारा शिखा राजपूत
ASAKA, JAPAN - AUGUST 30: Avani Lekhara of Team India competes on her way to winning the gold medal in the R2 - Women's 10m AR Standing SH1 Qualification on day 6 of the Tokyo 2020 Paralympic Games at Asaka Shooting Range on August 30, 2021 in Asaka, Japan. (Photo by Dean Mouhtaropoulos/Getty Images)
(Dean Mouhtaropoulos/ Getty Images)

शुक्रवार को पैरा शूटर अवनि लखेरा (Avani lekhara) ने दो पैरालंपिक पदक हासिल कर पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रच दिया।

19 वर्षीय राइफल शूटर ने सोमवार को टोक्यो में वूमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग SH1 क्लास में स्वर्ण पदक जीता था, साथ ही वूमेंस 50 मीटर राइफल 3-पोजीशन SH1 में कांस्य पदक को जीतकर उसे अपनी टैली में जोड़ लिया। वह एक ही संस्करण में पैरा खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी बन गई हैं।

दूसरे स्थान पर 1176 अंकों के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद अवनि लखेरा ने मेडल राउंड में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा।

अवनि लखेरा ने धीमी शुरुआत करते हुए दो राउंड में आसानी से पकड़ बनाई, लेकिन तीसरे में 8.9 के स्कोर के साथ चूक गईं और कुछ 9 अंक ने उन्हें पीछे कर दिया।

दो बार के चैंपियन चीन के झांग कुइपिंग (zhang kuiping) ने 457.9 के नए पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि जर्मनी की नताशा हिलट्रॉप (Natasha Hilltrop) ने 457.1 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। अवनि ने कांस्य पदक जीतने के लिए कुल 445.9 के साथ फाइनल में प्रवेश किया।

वहीं मेंस 50 मीटर राइफल 3P SH1 क्लास में दीपक (Deepak) के लिए कोई उम्मीद नहीं थी, क्योंकि वह क्वालीफिकेशन में 18वें स्थान पर थे। भारतीय निशानेबाज ने कुल 1114 रन बनाए।

टोक्यो एक्वाटिक सेंटर में भारतीय पैरा स्विमर सुयश नारायण (Suyash Narayan) और निरंजन मुकुंदन (Niranjan Mukundan) टोक्यो 2020 में मेंस 50 मीटर बटरफ्लाई S7 इवेंट के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में सफल नहीं हो पाए।

सुयश नारायण 32.36 सेकेंड के समय के साथ ओवरऑल स्टैंडिंग में 10वें स्थान पर रहे, जबकि निरंजन मुकुंदन 33.82 सेकेंड के समय के साथ 11वें स्थान पर रहे।

बाद में, भारत की कैनोई स्प्रिंटर पारची यादव (Parchi Yadav) वूमेंस Va'A सिंगल 200 मीटर - VL2 के फाइनल में आठवें स्थान पर रहीं। सेमीफाइनल में अच्छे रन के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई करते हुए भारतीय एथलीट ने मेडल राउंड में 1:07.329 सेकेंड का समय निकाला।