पैरालंपिक्स गेम्स में भारत की पहली गोल्डन गर्ल, अवनि लखेरा ने शूटिंग में जीता स्वर्ण पदक
अवनि लखेरा ने पैरालंपिक्स में रचा इतिहास, गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं
अवनि लखेरा ने ओलंपिक में अपना डेब्यू करते हुए महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग एसएच1 वर्ग के फाइनल में 249.6 अंक हासिल किए। यह पैरालंपिक में भारत का पांचवां स्वर्ण है।
टोक्यो 2020 पैरालंपिक्स में भारत की अवनि लखेरा (Avani Lekhara) ने सोमवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग एसएच1 क्लास में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया। ऐसा कारनामा करने वाली अवनि भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं।
वर्ल्ड रैंकिंग में 5वें स्थान पर काबिज अवनि ने फाइनल में 249.6 का स्कोर किया, अपने ओलंपिक डेब्यू में उन्होंने ना केवल एक नया पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया बल्कि उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी भी की।
यह शूटिंग में भारत का पहला पैरालंपिक मेडल है। वहीं स्विमर मुरलीकांत पेटकर (Murlikant Petkar) (1972), जेवलिन थ्रोअर देवेंद्र झाझरिया (Devendra Jhajharia) (2004, 2016) और हाई जम्पर मरियप्पन थंगावेलु (Mariyappan Thangavelu) (2016) के बाद अवनि लखेरा पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाली चौथी भारतीय हैं।
टोक्यो पैरालंपिक में भारत का यह चौथा पदक है। बता दे कि रियो 2016 पैरालंपिक खेलों में भी भारत ने कुल 4 पदक हासिल किए थे।
19 साल की अवनि लखेरा ने चीन की क्यूपिंग झांग (Cuiping Zhang) को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। झांग ने 248.9 अंक हासिल करते हुए सिल्वर मेडल जीता। इसके अलावा यूक्रेन की इरिना शचेतनिक (Iryna Shchetnik) ने 227.5 के स्कोर के साथ कांस्य अपने नाम किया।
क्यूपिंग झांग मौजूदा ओलंपिक चैंपियन थी जबकि इरीना शचेतनिक मौजूदा विश्व चैंपियन हैं।
इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में अवनि 621.7 के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर रही थीं।
SH1 राइफल शूटिंग क्लास में एथलीट राइफल के पूरे वजन को खुद उठा सकते हैं। एथलीटों के पैरों में कुछ परेशानी होती है - जैसे विच्छेदन या पैरापलेजिया। कुछ शूटर्स बैठकर प्रतिस्पर्धा करते हैं जबकि कुछ खड़े होकर।
अवनी लखेरा अब टोक्यो पैरालंपिक में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन एसएच1, मिक्स्ड 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 और मिक्स्ड 10 मीटर राइफल प्रोन एसएच1 स्पर्धाओं में भी भाग लेंगी।