फ़्रीस्टाइल पहलवान अमन सहरावत ने गुरुवार को कज़ाकिस्तान के अस्ताना में जारी एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2023 में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता।
पिछले साल स्पेन में अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाले अमन सहरावत प्रतियोगिता के अंतिम दिन पुरुषों के 57 किग्रा फ़्रीस्टाइल वर्ग में पोडियम में शीर्ष पर रहे।
भारतीय पहलवान ने क्वार्टर-फ़ाइनल में जापान के रिकुटो अराई पर 7-1 से जीत दर्ज करते हुए सेमीफ़ाइनल बाउट में चीन के जोउ वानहाओ को 7-4 के स्कोर से मात दी।
फ़ाइनल में अमन सहरावत ने पिछले साल के कांस्य पदक विजेता किर्गिस्तान के अल्माज़ स्मानबेकोव को 9-4 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा किया।
अमन सहरावत ने अंतिम जीत के बाद कहा, "मैं यहां कोई अन्य रैंकिंग के लिए समझौता करने नहीं बल्कि स्वर्ण पदक जीतने के लिए आया था। मैंने फ़ाइनल में दो गलतियां कीं। मैंने फ़ाइनल से पहले अल्माज़ के मुक़ाबले देखे थे और मुझे लगा कि वह काउंटर्स पर काफ़ी निर्भर करते हैं। लेकिन मैं स्कोर करने के लिए दौड़ पड़ा। मैंने मन ही मन सोचा कि मैं आसानी से नहीं थकता हूं इसलिए मैं स्कोर करने की लगातार कोशिश करता रहा। इस दौरान मेरा दो बार विरोध हुआ। उसके बाद, मैंने अपना सिर नीचे किया और ध्यान केंद्रित किया।”
यह अमन सहरावत का साल का दूसरा पोडियम फ़िनिश था। बता दें, उन्होंने जनवरी में ज़ाग्रेब ओपन में कांस्य पदक जीता था।
अस्ताना में अमन सहरावत की जीत ने ये सुनिश्चित किया कि पुरुषों की फ़्रीस्टाइल 57 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक लगातार चौथे वर्ष भारत के पास रहा। टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया ने 2020, 2021 और 2022 में इस श्रेणी में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
रवि दहिया इस साल की एशियाई चैंपियनशिप में चोट के कारण बाहर हो गए थे और अमन सहरावत ने चयन ट्रायल के माध्यम से अपना स्थान अर्जित करने के बाद भारतीय दल में ओलंपिक पदक विजेता की जगह ली।
अन्य भारतीय पहलवानों में दीपक (79 किग्रा) ने कांस्य जीता जबकि दीपक नेहरा (97 किग्रा) अपना कांस्य पदक मैच हार गए।
कांस्य पदक मैच में दीपक ने तज़ाकिस्तान के शुहरत बोजोरोव को 12-1 से हराया जबकि दीपक नेहरा को उज़्बेकिस्तान के मखसूद वेयसालोव से 12-9 से हार का सामना करना पड़ा।
इस बीच, अनुज कुमार (65 किग्रा) और मुलायम यादव (70 किग्रा) को क्रमशः क्वार्टर-फ़ाइनल और रेपेचाज राउंड में हार मिली।
यह प्रतियोगिता में भारत का 12वां पदक था। ग्रीको-रोमन पहलवानों ने चार पदक जीते जबकि महिला पहलवानों ने सात पदक अपने नाम किए।