विश्व चैंपियन निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन की अगुवाई वाली भारतीय मुक्केबाजी टीम ने पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ में आयोजित एशियन गेम्स 2023 में पांच पदक जीते, जिसमें एक रजत और चार कांस्य पदक शामिल रहे।
एशियन गेम्स 2023 में बॉक्सिंग का आयोजन हांगझोऊ जिम्नेजियम में 24 सितंबर से 5 अक्टूबर तक किया गया। मुक़ाबले प्रिलिमनरी राउंड से शुरू हुए जिसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल का आयोजन किया गया।
एशियाई खेलों में पुरुष मुक्केबाजी की शुरुआत मनीला 1954 से हुई थी। हालांकि, महिला मुक्केबाजी को साल 2010 में चीन के गुआंगझोऊ में आयोजित एशियन गेम्स के संस्करण में शामिल किया गया था। एशियाई खेलों के 19वें संस्करण में मुक्केबाजी प्रतियोगिता में ओलंपिक भार वर्ग में 13 स्वर्ण पदक दांव पर थे, जिसमें पुरुषों के लिए 7 और महिलाओं के 6 पदक शामिल थे।
हांगझोऊ एशियन गेम्स में भारत ने 13-सदस्यीय मुक्केबाजी टीम भेजी थी।
टोक्यो 2020 ओलंपिक कांस्य पदक विजेता, लवलीना बोरगोहेन ने महिलाओं के 75 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता।
इस बीच, राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता निकहत जरीन ने एशियाई खेल में अपना डेब्यू करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। प्रीति पवार (54 किग्रा) और परवीन हुड्डा (57 किग्रा) महिलाओं की प्रतियोगिता में अन्य पदक विजेता रहीं।
पुरुषों की स्पर्धा में, नरेंद्र बेरवाल पोडियम पर जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय मुक्केबाज थे।
एशियाई खेल 2023 में मुक्केबाजी, पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए एक क्वालीफायर इवेंट भी था। पुरुषों की स्पर्धा में, सात भार वर्गों में से प्रत्येक में स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं ने पेरिस 2024 के लिए कोटा स्थान हासिल किया। महिला वर्ग में, 66 किग्रा और 75 किग्रा को छोड़कर सभी भार वर्गों के लिए चार कोटा उपलब्ध थे। 66 किग्रा और 75 किग्रा भार वर्ग में, पुरुषों की ही तरह दो कोटा स्थान उपलब्ध थे। प्रत्येक भार वर्ग में हर देश से सिर्फ एक मुक्केबाज कोटा के लिए पात्र हैं।
इसी के साथ भारत ने हांगझोऊ में पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए चार मुक्केबाजी कोटा भी हासिल किए - निकहत जरीन (50 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), परवीन हुडा (57 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा)।
भारत ने एशियन गेम्स बॉक्सिंग में अब तक कुल 62 पदक जीते हैं जिसमें 9 स्वर्ण, 17 रजत और 36 कांस्य पदक शामिल हैं।