एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) ने 23 सितंबर से 8 अक्टूबर 2023 तक चीन के हांगझोऊ में आयोजित होने वाले एशियाई खेल 2022 के लिए कट बनाने के इच्छुक भारतीय एथलीटों के लिए क्वालिफिकेशन मानक की सूची को अपडेट किया है।
बता दें कि एशियाई खेल का आयोजन साल 2022 में होना था लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे साल 2023 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। एशियाई खेल 2022 के लिए AFI द्वारा निर्धारित क्वालिफिकेशन स्टैंडर्ड की तुलना में हांगझोऊ 2022 की सूची में कुछ अपडेट किए हैं।
पुरुषों का 100 मीटर क्वालीफाइंग मार्क पहले 10.13 सेकेंड तय किया गया था और अब इसे 10.19 सेकेंड कर दिया गया है। जबकि पुरुषों के 200 मीटर रेस में, नया क्वालीफ़ाइंग मार्क 20.61 है, जो साल 2022 से 0.1 सेकेंड अधिक है।
हालांकि, अधिकांश रेस प्रतिस्पर्धा के लिए प्रवेश मानकों में कुछ बदलाव किए गए हैं। पुरुषों की 100 मीटर और 200 मीटर रेस में भारतीय एथलीटों को महाद्वीपीय प्रतियोगिता में चुने जाने के लिए मौजूदा राष्ट्रीय रिकॉर्ड को बेहतर करने की ज़रूरत होगी।
महिलाओं के लिए 100 मीटर रेस में नया क्वालीफ़ाइंग मार्क 11.42 सेकेंड निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल से 0.6 सेकेंड अधिक है।
दुती चंद ने जकार्ता में आयोजित हुए एशियाई खेल 2018 में 100 मीटर में 11.32 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता था। भारतीय धावक के नाम साल 2021 में महिलाओं के 100 मीटर रेस में 11.17 सेकेंड के समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज है।
उन्होंने जकार्ता 2018 में 23.20 सेकेंड का समय लेकर 200 मीटर रेस में भी रजत पदक जीता था। साल 2022 में, 200 मीटर में दुती चंद का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 23.60 सेकेंड का है।
एशियन गेम्स 2022 के लिए कट हासिल करने के लिए उन्हें आगामी सत्र में 23.43 सेकेंड तक सुधार करना होगा। बता दें कि एशियाई खेलों के लिए पिछला क्वालीफ़ाइंग मार्क 23.17 सेकेंड था।
भारतीय जंपर्स के लिए भी क्वालीफाइंग मार्क में बदलाव किए गए हैं।
भारतीय पुरुषों के लॉन्ग जंपर्स को पिछले 7.98 मीटर के बजाय 7.95 मीटर हिट करने की आवश्यकता होगी, जबकि पुरुषों के हाई जंपर्स को 2.25 मीटर की तुलना में 2.24 मीटर ऊंची छलांग (हाई जंप) लगाने की ज़रूरत है।
तेजस्विन शंकर ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 2.22 मीटर की ऊंची छलांग लगाकर कांस्य पदक जीता था।
बर्मिंघम में आयोजित हुए राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारतीय एथलीटों ने, विशेष रूप से जंप इवेंट में शानदार प्रदर्शन किया था।
एल्डोस पॉल ने CWG की ट्रिपल जंप स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था। जबकि अब्दुल्ला अबूबकर ने भी रजत पदक जीता था। मुरली श्रीशंकर ने पुरुषों के लॉन्ग जंप (लंबी कूद) में रजत पदक अपने नाम किया था, जबकि तेजस्विन शंकर ने हाई जंप (ऊंची कूद) में भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेल में पहला पदक जीता था।
चोट के कारण राष्ट्रमंडल खेल 2022 से बाहर होने वाले, भारत के टोक्यो 2020 भाला फेंक चैंपियन नीरज चोपड़ा चीन में अपने एशियन गेम्स ख़िताब का बचाव करते हुए नज़र आएंगे।
बताते चलें कि एशियाई खेल 2018 जकार्ता में आयोजित किया गया था, जहां भारत ने एथलेटिक्स में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए 20 पदक जीते थे, जिसमें 8 स्वर्ण, 9 रजत और 3 कांस्य पदक शामिल थे।
एशियाई खेल के लिए चयन प्रक्रिया
ओलंपिक के विपरीत एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाइंग स्टैंडर्ड हर देश के लिए अलग हो सकते हैं। ग़ौरतलब है कि ओलंपिक खेल में प्रत्येक देश के लिए क्वालीफाइंग मार्क एक समान होते हैं।
संबंधित संघ अपने ख़ुद के मानक निर्धारित करते हैं, जिसे एथलीटों को अंतिम टीम में चयन के योग्य होने के लिए एक निश्चित क्वालीफ़ाइंग समय के भीतर हासिल करने की ज़रूरत होती है।
यदि कोई एथलीट क्वालिफिकेशन मानक को पूरा नहीं करता है, तो चयन समिति उन एथलीटों का चयन कर सकती है जो उन्हें लगता है कि इस इवेंट में पदक जीत सकते हैं।
पिछले प्रदर्शन और अन्य फैक्टर के आधार पर प्रत्येक फेडरेशन को एक निश्चित संख्या में कोटा दिया जाता है। संबंधित संघ उन्हें आवंटित अधिकतम कोटा देकर अपनी अंतिम टीम का चयन कर सकते हैं।