टेबल टेनिस क्या है?
टेनिस की तरह ही टेबल टेनिस भी एक रैकेट और गेंद के साथ खेला जाता है। फ़र्क सिर्फ़ इतना है कि टेबल टेनिस एक टेबल पर खेला जाता है जो कि इसके नाम से स्पष्ट भी है। टेबल टेनिस दो खिलाड़ियों या युगल टीमों के बीच खेला जाता है।
टेबल टेनिस का आविष्कार कब हुआ, किसने किया और कहां से इसकी शुरुआत हुई?
ऐसा माना जाता है कि इंग्लैंड में उच्च वर्ग के विक्टोरियन लोगों ने 1880 के दशक में टेबल टेनिस का आविष्कार लॉन टेनिस के विकल्प के रूप में किया था जो वे रात के खाने के बाद खेला करते थे। इसके लिए उन्हें जो कुछ भी मिलता था उसे वे खेल के उपकरण के रूप में इस्तेमाल करते थे। अक्सर, किताबों की एक पंक्ति नेट के रूप में काम करती थी, शैम्पेन के कॉर्क (ढ़क्कन) का ऊपरी हिस्सा जो गोल होता है गेंद के काम में आता था और कभी-कभी सिगार बॉक्स का ढक्कन बतौर रैकेट इस्तेमाल होता था।
साल 1926 में, बर्लिन और लंदन में कई बैठकें आयोजित की गईं जिसके परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ (इंटरनेशनल टेबल टेनिस फ़ेडरेशन) का गठन हुआ।
ऐसा अनुमानित है कि दुनिया भर में क़रीब 40 लाख प्रतिस्पर्धी टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं और अनगिनत संख्या में लोग इसे मनोरंजन के रूप में खेल रहे हैं, जिससे यह दुनिया भर में सबसे अधिक लोगों के द्वारा खेला जाने वाला खेल बन गया है।
टेबल टेनिस के नियम क्या हैं?
इस खेल में स्कोरिंग के नियम हर टूर्नामेंट में बदलते रहते हैं। यहां तक कि कई बार स्कोरिंग के नियम एक ही स्पर्धा के अलग-अलग राउंड में भी अलग हो सकते हैं। लेकिन, आमतौर पर मैच बेस्ट-ऑफ़-5- या बेस्ट-ऑफ़-7-गेम होते हैं। हर गेम में दो प्वाइंट्स के अंतर के साथ सबसे पहले 11 प्वाइंट हासिल करने वाला खिलाड़ी विजेता होता है।
हालांकि, अगर बढ़त 2 अंकों से कम की होती है तो तब तक खेल जारी रहेगा जब तक कि विजेता खिलाड़ी के पास 2 स्पष्ट प्वाइंट की बढ़त न हो। खेल में किस प्रकार के पैडल (टेबल टेनिस का रैकेट) का इस्तेमाल किया जा सकता है, इस संबंध में भी नियम बनाए गए हैं।
ओलंपिक और टेबल टेनिस
पहली विश्व चैंपियनशिप साल 1926 में लंदन में आयोजित की गई थी। लेकिन, सियोल 1988 में ओलंपिक डेब्यू करने के लिए इस खेल को काफ़ी लंबा इंतज़ार करना पड़ा। चीन के एथलीटों ने साल 1988 से साल 2021 तक ओलंपिक में 37 में से 32 स्वर्ण पदक जीतकर खेल में अपना दबदबा क़ायम रखा है।
टेबल टेनिस के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
इसमें कोई दो राय नहीं कि चीनी पैडलर जैसे मा लॉन्ग, फैन ज़ेंडॉन्ग, चेन मेंग, सन यिंगशा, और अन्य खेल के शीर्ष पर बने हुए हैं और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। लेकिन इनके अलावा अलग-अलग टीमों ने कई अन्य खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में कड़ी प्रतिस्पर्धा पेश करने में सक्षम बनाया है, जिनमें जर्मनी, जापान, स्वीडन, ब्राज़ील, चीनी ताइपे, स्लोवेनिया और नाइजीरिया शामिल हैं। और फ़्रांसीसी भाइयों फेलिक्स और एलेक्सिस लेब्रून पर भी सभी की नजरें होंगी।