अंशु मलिक ने रचा इतिहास, बनीं वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला
भारतीय रेसलर ने वूमेंस 57 किग्रा के फाइनल में जगह बना ली है। वह स्वर्ण पदक मुकाबले में 2016 की ओलंपिक चैंपियन हेलेन मारौलिस से भिड़ेंगी।
टोक्यो ओलंपियन अंशु मलिक (Anshu Malik) ने बुधवार को नॉर्वे के ओस्लो में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2021 में महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग के फाइनल में जगह बनाते हुए एक पदक पक्का कर दिया है।
यह एक ऐतिहासिक पल है क्योंकि वह विश्व चैंपियनशिप के किसी भी वर्ग के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली महिला भारतीय रेसलर हैं।
अभी तक विश्व चैंपियनशिप में केवल चार भारतीय महिलाओं ने पदक जीते हैं। गीता फोगाट (2012), बबीता फोगाट (2012), पूजा ढांडा (2018) और विनेश फोगट (2019) इन सभी ने सिर्फ कांस्य पदक ही जीते हैं।
वहीं, सुशील कुमार एकमात्र भारतीय पहलवान हैं जो विश्व चैंपियन बने।
अंशु मलिक ने दिन की शुरुआत राउंड ऑफ 16 में कजाकिस्तान की निलुफर राइमोवा (Nilufar Raimova) पर तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल करने के साथ की। इसके बाद उन्होंने क्वार्टर-फाइनल में मंगोलिया की दावाचिमेग एर्खेम्बयार (Davaachimeg Erkhembayar) के खिलाफ अंकों की बढ़त से जीत हासिल की।
सेमीफाइनल में यूक्रेन की सोलोमिया विनीक के खिलाफ वह और भी अधिक आक्रामक रहीं और एक बार फिर तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल करते हुए इतिहास रच दिया।
अंशु मलिक फाइनल में यूएसए की हेलेन लुईस मारौलिस (Helen Louise Maroulis) से भिड़ेंगी, जो रियो 2016 53 किग्रा चैंपियन और 57 किग्रा कांस्य पदक विजेता हैं।
भारत की सरिता मोर वूमेंस 59 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेंगी। उन्हें चार बार की यूरोपीय चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता बुल्गारिया की बिल्याना झिवकोवा दुडोवा (Bilyana Zhivkova Dudova) से सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि, सरिता मोर ने अंतिम चार में जगह बनाने के लिए कनाडा की मौजूदा चैंपियन मोरिस, और जर्मनी की सैंड्रा पारुसज़ेव्स्की (Sandra Paruszewski) को हराकर चौंका दिया था।
दो बार की एशियाई चैंपियन दिव्या काकरान (Divya Kakran) महिलाओं के 72 किग्रा के रेपेचेज राउंड में मंगोलिया की दावानासन एन्ख अमर (Davaanasan Enkh Amar) से भिड़ेंगी। इसके बाद इस मुकाबले की विजेता जर्मनी की अन्ना शेल के खिलाफ कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेगी।
दिव्या काकरान अंतिम आठ में जापान की मासाको फुरुइची से हार गईं और इसके चलते इस भारतीय रेसलर के लिए रेपेचेज राउंड के जरिए कांस्य पदक जीतने का रास्ता खुल गया।
इस बीच, भारत की रितु मलिक (Ritu Malik) महिलाओं के 68 किग्रा के राउंड ऑफ 16 में हार गईं।
एक अन्य भारतीय रेसलर पूजा जट्ट (Pooja Jatt) महिलाओं के 53 किग्रा के पहले रेपेचेज राउंड में इक्वाडोर की लुइसा वाल्वरडे मेलेंड्रेस (Valverde Melendres) से हार गईं।
महिलाओं के 76 किग्रा में किरण बिश्नोई (Kiran Bishnoi) प्लेऑफ में मिस्र की समर इब्राहिम हमज़ा (Ibrahim Hamza) से हारने के बाद कांस्य पदक हासिल करने से चूक गईं। इस भारतीय पहलवान ने इससे पहले पहले रेपेचेज राउंड में तुर्की की आयसेगुल ओजबेगे (Aysegul Ozbege) को हराया था।