भारतीय तैराक शिव श्रीधर के बारे में जानिए

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 में कोयम्बटूर के रहने वाले शिव श्रीधर ने रिकॉर्ड आठ स्वर्ण पदक जीते थे। उनके नाम 200 मीटर मेडले का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी दर्ज है।

5 मिनटद्वारा शिखा राजपूत
Siva Sridhar, Indian swimmer.
(Khelo India)

युवा भारतीय तैराक शिव श्रीधर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं।

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2021 में शिव श्रीधर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक के बाद एक कई पदक जीते। इस दौरान उन्होंने सात स्वर्ण और दो रजत पदक अपने नाम किया। इसके अलावा KIUG 2021 में, उन्हें व्यक्तिगत चैंपियन ख़िताब से भी नवाजा गया जो सबसे बेहतरीन एथलीट को दिया जाता है।

KIUG 2022 में, शिवा श्रीधर ने आठ स्वर्ण सहित 11 पदक जीतकर अपने रिकॉर्ड को बेहतर किया और एक बार फिर इंटर-यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में सबसे सफल और बेहतरीन एथलीट बनकर उभरे।

तैराक सिद्धांत सेजवाल और साधवी धुरी ने 2020 संस्करण में पांच-पांच स्वर्ण पदक जीते थे, जो कि KIUG में पिछला सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन था।

अपनी उम्र की 20 के दशक में ही शिव श्रीधर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफ़ी ख्याति हासिल कर ली है। उन्होंने साउथ एशियन गेम्स 2019 में 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले इवेंट में जीत दर्ज की। शिव ने FINA विश्व तैराकी (25 मीटर) चैंपियनशिप 2022 में 1:59.80 सेकेंड का समय लेकर 200 मीटर की व्यक्तिगत मेडले पूरी कर अपने नाम भारतीय राष्ट्रीय तैराकी रिकॉर्ड भी दर्ज किया है।

शिव श्रीधर - भारतीय तैराकी का उभरता हुआ सितारा

7 नवंबर, 2000 को कोयंबटूर, तमिलनाडु में जन्मे शिव श्रीधर को उनके बेहद सक्रिय स्वभाव के कारण चार साल की उम्र में ही उनके माता-पिता ने उनका एडमिशन तैराकी में करा दिया था।

विनिंग एज नामक एक यूट्यूब टॉक शो में शिव ने कहा, "वह अपनी ऊर्जा का सही दिशा में इस्तेमाल करना चाहते थे।" उन्होंने कोच हरिदास के सानिध्य में पर्क्स स्कूल में अपना पहला प्रशिक्षण लिया।

हालांकि, कुछ वर्षों के लिए 25 मीटर के छोटे पूल में प्रशिक्षण उनके लिए पर्याप्त नहीं था। असाधारण प्रतिभा होने के कारण शिव को अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन करने के लिए बेहतर कोचिंग और सुविधाओं की आवश्यकता थी।

इसलिए, उनके कोच के समझाने पर शिव के पिता ने कोयम्बटूर में अपनी नौकरी छोड़ दी। इसके बाद वह बेहतर प्रशिक्षण सुविधाओं के लिए अपने बेटे के साथ बेंगलुरु चले गए।

बेंगलुरु के प्रतिष्ठित बसवनगुडी एक्वेटिक सेंटर (BAC) में शिव ने द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच प्रदीप कुमार के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेना शुरू किया, जिन्होंने कई नेशनल चैंपियन और ओलंपियन के करियर को संवारा है।

शिव श्रीधर ने याद करते हुए कहा, “यही वह जगह है जहां मैंने वास्तव में तैराकी की नींव को विकसित करना शुरू किया और सब-जूनियर और जूनियर तैराक के रूप में प्रदर्शन करना शुरू किया। इसके बाद ही मेरे पदक जीतने का सिलसिला भी शुरू हो गया।”

BAC में कुछ साल बिताने के बाद शिव की प्रतिभा को एक भारतीय कंपनी ने पहचाना जिसने उन्हें छात्रवृत्ति देकर दक्षिण अफ्रीका में ओलंपिक और विश्व चैंपियन चाड डी क्लोस के साथ प्रशिक्षण का अवसर दिया।

शिव श्रीधर के प्रेरणास्त्रोत रहे चाड डी क्लोस दक्षिण अफ्रीका के चार बार के ओलंपिक पदक विजेता हैं। उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में 20 से अधिक पदक जीते हैं।

दक्षिण अफ्रीका में शिव का सफर चुनौतियों से भरा हुआ था।

“मैं भारत में हमेशा जीत हासिल करता था और जब मैं ऐसे माहौल में गया, जहां मेरा सामना लगातार हार से होता रहता था, तब मेरे दिमाग में यह बात आई कि दक्षिण अफ्रीका में डायट भी एक बड़ी चुनौती थी।"

इसके परिणामस्वरूप शिव अपने समय में बहुत अधिक सुधार नहीं कर सके और वह साल 2017 में भारत लौट आए।

“जब मैं वापस आया, तो मैं नेशनल के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर सका। यह बहुत खराब प्रदर्शन था और मुझे वापसी करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी।"

18 वर्षीय युवा तैराक ने मेहनत करना नहीं छोड़ा और इसका परिणाम जल्द ही पूल में नजर आने लगा।

शिव श्रीधर ने साल 2019 में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में अपना पहला पदक जीता। इस प्रतियोगिता में उन्होंने 3 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य पदक हासिल किया। 

दुनिया भर में कोविड महामारी के कारण खेल जगत भी इससे प्रभावित हुआ। इसके बाद शिव ने जीत का सफर तय करना शुरू किया। उन्होंने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपयिननशिप 2021 में तीन व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीते।

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2021 में स्वर्ण पदक

KIUG 2021 के मेज़बान जैन यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व करने वाले शिव श्रीधर प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ तैराक रहे।

कोयम्बटूर के रहने वाले शिव ने 100 मीटर बैकस्ट्रोक, 100 मीटर बटरफ्लाई, 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले, 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले और 400 मीटर मेडले इवेंट में पांच व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीते।

शिव श्रीधर ने 100 मीटर बैकस्ट्रोक,100 मीटर बटरफ्लाई, 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले और 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले में KIUG रिकॉर्ड भी तोड़ा।

उन्होंने टोक्यो 2020 ओलंपियन श्रीहरि नटराज के साथ रिले में 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल और 4x200 मीटर फ्रीस्टाइल इवेंट में भी जीत हासिल की।

शिव ने कहा, "हम दोनों (शिव और श्रीहरि) अक्सर हमारी रेस के बाद आइसक्रीम खाते हैं। यह हम कई सालों से कर रहे हैं और यह एक आदत के जैसा है।"

शिव श्रीधर कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और ओलंपिक में हिस्सा लेने की इच्छा रखते हैं। अब उनका लक्ष्य 100 मीटर बैकस्ट्रोक में 1.5 सेकेंड का समय निकाल कर एशियन गेम्स 2022 के लिए क्वालीफाई करने का है।

जिस गति से शिव आगे बढ़ रहे हैं। उनसे आने वाले समय में कई और आइसक्रीम स्कूप्स और पदकों की उम्मीद की जा सकती है।

KIUG 2022 में तोड़ा रिकॉर्ड

शिव श्रीधर ने उत्तर प्रदेश में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 के लिए वापसी की और अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा। इस बार उनके खाते में 8 स्वर्ण सहित 11 पदक आए।

इस दौरान उन्होंने 400 मीटर मेडले इवेंट में 4:37.21 का नया मीट रिकॉर्ड भी बनाया।

से अधिक