ब्राज़ील के साथ फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप चैंपियन, रियल मैड्रिड के साथ चार बार ला लीगा और तीन बार यूईएफ़ए चैंपियंस लीग विजेता, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि 1997 में फ़्रांस के ख़िलाफ़ 'दैट' चमत्कारी फ़्री-किक को गोल में बदलने वाले रॉबर्टो कार्लोस सही मायने में एक बड़े फ़ुटबॉल दिग्गज हैं।
ब्राज़ीलियाई डिफ़ेंडर को आमतौर पर बेहतरीन खेल खेलने के लिए सबसे अच्छे लेफ्ट-बैक के तौर पर जाना जाता है और ज़्यादातर प्रशंसक उन्हें लॉस गैलेक्टिको और 2000 के दशक की शुरुआत के अजेय ब्राज़ीलियाई नेशनल फ़ुटबॉल टीम के खिलाड़ी के तौर पर याद करते हैं।
हालांकि, यह बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि रॉबर्टो कार्लोस का शानदार करियर कब और कैसे समाप्त हुआ। ब्राज़ील के प्रसिद्ध ‘एल होम्ब्रे बाला’ या ‘द बुलेट मैन’ ने वास्तव में भारत में अपने क्लब करियर का आख़िरी पेशेवर मैच खेला था। यह मैच उन्होंने इंडियन सुपर लीग (ISL) में दिल्ली डायनामोज़ एफ़सी के साथ खेला था।
ISL में रॉबर्टो कार्लोस का सफ़र
रॉबर्टो कार्लोस 2015 में प्रतियोगिता के दूसरे सीज़न से पहले आईएसएल में शामिल हुए। दिल्ली डायनामोज़ द्वारा ब्राज़ीलियाई खिलाड़ी को एक उम्दा खिलाड़ी के तौर पर इतालवी आइकन एलेसेंड्रो डेल पिएरो की जगह पर साइन किया गया था।
अटलांटा 1996 के ग्रीष्मकालीन खेलों में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और ब्राज़ीलियाई खिलाड़ी उस समय 42 वर्ष के थे और अपने करियर के शानदार दिनों को पार कर चुके थे।
इस समय तक रॉबर्टो कार्लोस को रियल छोड़े आठ साल हो गए थे। तुर्की की टीम फेनरबाश, ब्राज़ीलियाई दिग्गज कोरिंथियन और रूसी क्लब एफ़सी अंझी मखाचकला के साथ अपने संक्षिप्त कार्यकालों को समाप्त करके स्पेन से प्रस्थान के बाद, रॉबर्टो कार्लोस ने पेशेवर फ़ुटबॉल करियर से संन्यास लेने की घोषणा कर दी।
अंझी के साथ अपने आख़िरी सीज़न के दौरान, गाज़ी गज़ीयेव को बर्ख़ास्त किए जाने के बाद कार्लोस ने अस्थायी रूप से एक कार्यवाहक कोच के रूप में पदभार संभाला।
संन्यास लेने के बाद ब्राज़ीलियाई दिग्गज ने तुर्की टीम सिवस्पोर के मुख्य कोच के रूप में पदभार संभाला और बाद में सिवस्स्पोर के स्थानीय प्रतिद्वंद्वी अखिसार्सपोर के मैनेजर के रूप में कार्य किया।
जुलाई 2015 में, यह घोषणा की गई कि रॉबर्टो कार्लोस प्लेयर-मैनेजर के रूप में आईएसएल क्लब दिल्ली डायनामोज़ में शामिल होंगे।
ब्राज़ीलियाई ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, “नमस्ते इंडिया। मैं आपके पास आ रहा हूं, क्लब से जुड़ने, जो अब मेरा होगा। मैं साथ मिलकर जीत हासिल करना चाहता हूं। दिल्ली डायनामोज़, जय हिंद।”
दिलचस्प बात यह है कि रॉबर्टो कार्लोस ISL में पहले प्लेयर-कम-मैनेजर थे। एक खिलाड़ी के रूप में उनकी इस पोज़ीशन का मतलब यह भी था कि उनको अपने संन्यास से बाहर आना था।
ISL में एक खिलाड़ी के रूप में रॉबर्टो कार्लोस
रॉबर्टो कार्लोस ने 4 अक्टूबर, 2015 को गोवा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एफ़सी गोवा के ख़िलाफ़ एक अवे मैच में दिल्ली डायनामोज़ के लिए अपना ISL डेब्यू किया।
ब्राज़ील के इस लेफ्ट-बैक खिलाड़ी ने मैच की शुरुआत बेंच से की, लेकिन उनकी टीम हाफ़ टाइम में 2-0 से पीछे हो गई। इसके बाद हंस मूल्डर की जगह लेते हुए रॉबर्टो कार्लोस मैदान में उतरे और पूरा दूसरा हाफ खेले।
हालांकि, वह अपनी टीम को हारने से नहीं बचा सके। फिर भी रॉबर्टो कार्लोस ने सुनिश्चित किया कि मौजूदा स्कोर में उनके ख़िलाफ़ बनाई गई यह बढ़त और अधिक न हो। यह मैच एफ़सी गोवा के पक्ष में 2-0 से समाप्त हुआ।
इसके बाद कई और मैचों में भी बेंच पर बैठने के बावजूद, रॉबर्टो कार्लोस ने दिल्ली डायनामोज़ के लिए केवल दो और गेम खेले। इसके बाद उन्होंने एटलेटिको डी कोलकाता पर 1-0 से जीत दर्ज की। एक खिलाड़ी के तौर पर दिल्ली डायनामोज़ जर्सी में ब्राज़ीलियाई खिलाड़ी की ये एकमात्र जीत थी।
एक खिलाड़ी और प्रोफ़ेशनल फ़ुटबॉलर के तौर पर दिल्ली डायनामोज़ के लिए रॉबर्टो कार्लोस का फ़ाइनल मैच नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफ़सी के ख़िलाफ़ 1-1 से ड्रॉ रहा। उन्होंने अपने आख़िरी मैच में डायनामोज़ की कप्तानी भी की।
रॉबर्टो ने एक खिलाड़ी के तौर पर ISL में केवल तीन मैच खेले और उनमें से किसी में भी गोल करने में असफल रहे।
ISL खिलाड़ी के रूप में रॉबर्टो कार्लोस का रिकॉर्ड
मैच और परिणाम
1. एफ़सी गोवा के ख़िलाफ़: 2-0 से हार गए
2. एटलेटिको डी कोलकाता के ख़िलाफ़: 1-0 से जीत हासिल की
3. नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफ़सी के ख़िलाफ़: 1-1 से मैच ड्रॉ रहा
ISL में मैनेजर के तौर पर रॉबर्टो कार्लोस
देखा जाए तो मैनेजर के तौर पर दिल्ली डायनामोज़ के डगआउट में रॉबर्टो कार्लोस का कार्यकाल मैदान पर खिलाड़ी के तौर पर बिताए गए उनके समय की तुलना में कहीं अधिक अच्छा रहा था।
ब्राज़ीलियाई के नेतृत्व में, दिल्ली डायनामोज़ छह जीत, चार ड्रॉ और चार हार के साथ लीग चरण में चौथे स्थान पर रही। यह वह मौक़ा था जब दिल्ली ने पहली बार आईएसएल के प्लेऑफ़ के लिए क्वालीफ़ाई किया।
दो-लेग वाले सेमीफ़ाइनल में, रॉबर्टो कार्लोस ने पहले चरण में एफ़सी गोवा पर 1-0 से जीत दर्ज की। फिर उनके साथी ब्राज़ीलियाई दिग्गज ज़िको के सानिध्य में परिणाम अच्छे नहीं रहे। दूसरा लेग कार्लोस के पहले लेग जैसा नहीं रहा, क्योंकि एफ़सी गोवा ने 3-0 से शानदार जीत हासिल की।
ISL में मैनेजर के तौर पर यह रॉबर्टो कार्लोस का अंतिम मैच था।
ISL में मैनेजर के रूप में रॉबर्टो कार्लोस का रिकॉर्ड