मास्को ओलंपिक हॉकी चैंपियन रविंदर पाल सिंह का कोरोना के कारण निधन

रविंदर पाल सिंह ने 1980 में मास्को में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम में सेंटर-हाफ़ की भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने 1984 में लॉस एंजिल्स ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था।

2 मिनटद्वारा लक्ष्य शर्मा
Ravinder Pal Singh

मास्को 1980 ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के सदस्य और पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी रविंदर पाल सिंह (Ravinder Pal Singh) का शनिवार को कोरोना की वजह से निधन हो गया। वह 62 वर्ष के थे।

 कोरोना से संक्रमित होने के कारण रविंदर 24 अप्रैल से लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती थे। गुरुवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव भी आ गई थी, और उन्हें जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया था, लेकिन शुक्रवार को उनकी हालात ज्यादा गंभीर हो गई।

दो बार के ओलंपियन रविंदर पाल सिंह ने साल 1984 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा वह सेंटर हाफ 1980 और 1983 की चैंपियंस ट्रॉफी के साथ-साथ वर्ल्डकप और 1982 के एशिया कप में भी भारतीय टीम का हिस्सा थे। रविंदर ने अपने करियर का आगाज साल 1979 में किया था, तो आखिरी मैच उन्होंने साल 1884 में खेला था।

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै ने ट्विटर पर कहा कि “रविंदर पाल सर के निधन के बारे में सुनकर मुझे धक्का लगा है। 1980 के मास्को ओलंपिक के नायक रहें, और एक बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में उनके अमूल्य योगदान के लिए, हॉकी में हमेशा उन्हें याद किया जाएगा।“

सीतापुर में जन्मे रविंदर पाल सिंह ने शादी नहीं की थी, और वह अपने भतीजे के साथ रहते थे। 1980 के ओलंपिक में भारत ने आखिरी बार स्वर्ण पदक जीता था।

वहीं, दूसरी तरफ स्वर्ण पदक विजेता टीम के एक अन्य सदस्य एमके कौशिक भी कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं, वह नई दिल्ली के एक अस्पताल में 24 अप्रैल से भर्ती हैं। उनकी स्थिति भी गंभीर बनी हुई है, और वह डॉक्टर्स की निगरानी में हैं।