टोक्यो का टिकट हासिल कर चुके भारतीय भालाफेंक नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने शनिवार को फिनलैंड में हुए कुओर्टेन खेलों में कांस्य पदक जीता।
नीरज चोपड़ा 86.79 मीटर थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। वह विश्व नंबर 1 और 2017 विश्व चैंपियन जर्मनी के जोहान्स वेटर (Johannes Vetter) और त्रिनिदाद और टोबैगो के लंदन 2012 के स्वर्ण पदक विजेता केशोर्न वालकॉट (Keshorn Walcott) से पीछे रहे।
जोहान्स वेटर ने 93.59 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि वॉलकॉट ने रजत पदक जीतने के अपने प्रयास में 89.12 मीटर का थ्रो किया। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता वॉलकॉट के लिए यह सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
बता दें कि टोक्यो 2020 मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में वेटर और वालकॉट दोनों ही पदक के बड़े दावेदार होंगे।
नीरज चोपड़ा ने अपने पहले थ्रो में 83.12 मीटर भाला फेंका और दूसरे प्रयास में इसे 86.79 मीटर तक बढ़ाया। भारत के शेष चार थ्रो फाउल रहे। लेकिन इसके बावजूद वह अपने दो सफल प्रयासों की बदौलत कांस्य पदक हासिल करने में कामयाब रहे।
नीरज ने कांस्य पदक पर दावा करने के लिए ग्रेनाडा के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स (Anderson Peters) को पीछे छोड़ दिया।
नीरज चोपड़ा यूरोप में एक के बाद एक गोल्ड मेडल जीतकर कुओर्टेन मीट में पहुंचे। उन्होंने पहला गोल्ड 83.18 मीटर थ्रो के साथ पुर्तगाल में मीटिंग सिडाडे डी लिस्बोआ में जीता था और दूसरा स्वीडन में फोल्क्सम ग्रां प्री के कार्लस्टेड लेग में 80.96 मीटर थ्रो के साथ हासिल किया था।
हालांकि नीरज ने फ़िनलैंड में स्वर्ण पदक नहीं जीता, लेकिन उन्होंने अपने अब तक के यूरोपीय दौरे में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हालांकि, इस थ्रो की दूरी मार्च में तीसरे भारतीय ग्रां प्री में उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और राष्ट्रीय रिकॉर्ड 88.07 मीटर से कम थी।