10 मीटर एयर राइफ़ल शूटिंग में हाथ आज़माना चाहते हैं क्रिकेटर मनोज तिवारी
पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर चाहते हैं कि वो क्रिकेट के बाद 10 मीटर एयर राइफ़ल के ज़रिए ओलंपिक में जगह बनाएं।
जब से भारतीय निशानेबाजों ने ओलंपिक में पदक जीतना शुरू किया है, तब से ही इस खेल की लोकप्रियता ने देश में लगातार इज़ाफ़ा किया है। ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि अंतर्राष्ट्रीय भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) ने भविष्य में आराम करने के बजाय अपनी क्रिकेटिंग किट रखने के बाद भी राइफ़ल उठाने की उम्मीद की है।
मनोज तिवारी ने एक यूट्यूब शो काउ कॉर्नर क्रोनिकल में कहा कि, "मैं अन्य खेलों में अपना हाथ आज़माना चाहता हूं, जहां फिजिकल जरुरतें जैसे दौड़ने की आवश्यकता नहीं है।"
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने आगे कहा कि, "आप मुझे 10 मीटर (एयर) राइफल शूटिंग (मेरे संन्यास के बाद) में देख सकते हैं और ओलंपिक में भी जा सकता हूं। ये वे चीज है जो मैं करना चाहता हूं। लेकिन जब अन्य जिम्मेदारियां हमेशा बनी रहती हैं। ये आसान नहीं है। देखते हैं कि कैसे मैं अपने शेड्यूल से समय निकालूं और 10 मीटर राइफ़ल शूटिंग के लिए भी कुछ समय दूं।"
34 वर्षीय मनोज तिवारी ने 2004 से बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेला है और भारत के लिए भी तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के अलावा 12 वनडे मैचों में भी अपना योगदान दिया है। वनडे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में मनोज तिवारी ने देश के लिए एक शतक (104*) भी जड़ा है।
इसके अलावा वो भारतीय घरेलू क्रिकेट लीग (इंडियन प्रीमियर लीग) में **दिल्ली डेयरडेविल्स (**Delhi Daredevils), कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) और किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) के लिए भी खेल चुके हैं। बंगाल में जन्मे मनोज तिवारी ने 100 से अधिक प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, अपने करियर में दो अलग-अलग खेलों में भाग लेने का विचार करने वाले वो पहले भारतीय नहीं हैं।
क्रिकेट के बाद दूसरे खेलों में दिखाया दम
स्कीट शूटर मैराज ख़ान (Mairaj Khan) ने 2016 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। वो एक पूर्व क्रिकेटर थे जो जूनियर टूर्नामेंट में खेल चुके थे और विरेन्दर सहवाग (Virender Sehwag) के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे, जिन्होंने बाद में अंतरराष्ट्रीय जगत में धूम मचाई।
मैराज खान ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "मैं एक शूटर हूं, लेकिन मैं अभी भी अपने पहले प्यार क्रिकेट से जुड़ा हुआ हूं।" "मैं अभी भी क्रिकेट को फॉलो करता हूं।"
बंगाल के एक अन्य स्पोर्टिंग स्टार सुबिमल चुन्नी गोस्वामी (Subimal ‘Chuni’ Goswami) को भी फुटबॉल और क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते देखा गया। भारतीय फुटबॉल आइकन का 30 अप्रैल को हृदय गति रुकने से निधन हो गया।
भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया के एलिसे पेरी (Ellyse Perry) और **एशले बार्टी (**Ashleigh Barty), दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) ऐसे खिलाड़ी रहें हैं जिनको दूसरे खेलों में भी अपने करियर में शानदार प्रदर्शन करते देखा गया है।
जहां बार्टी एक बड़ी टेनिस स्टार हैं, जो 2019 में डब्ल्यूटीए रैंकिंग में न्युमेरो यूनो तक पहुंच गई थीं, उन्होंने महिला बिग बैश लीग में दो फ्रेंचाइजियों के लिए खेला है, जो कि एक फ्रेंचाइजी आधारित टी-20 लीग है। 2015-16 में टेनिस से ब्रेक के दौरान उन्होंने अपने करियर में ये बदलाव किया था।
एलिसे पेरी एक प्रतिभावान ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी हैं, जिसने 2011 फीफा महिला विश्व कप में राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए भी खेला था। जबकि दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स भी एक शानदार हॉकी खिलाड़ी थे, जो क्रिकेट से पहले राष्ट्रीय हॉकी टीम का भी हिस्सा रह चुके थे।