एशियाई खेलों की पदक विजेता और ओलंपियन लिलिमा मिंज ने अपने हॉकी करियर को कहा अलविदा

मिडफील्डर ने 2011 में डेब्यू करने के बाद से भारत के लिए 156 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 12 गोल अपने नाम किए हैं।

2 मिनटद्वारा सतीश त्रिपाठी
Lilima Minz
(Hockey India)

भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर लिलिमा मिंज ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया है। उन्होंने खेल की दुनिया में लंबे समय तक अपना योगदान दिया।

ओडिशा की रहने वाली 27 वर्षीय मिंज रियो 2016 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली टीम का हिस्सा रही हैं। आपको बता दें कि यह मिडफील्डर उस भारतीय टीम का भी हिस्सा थीं, जिसने ओडिशा के भुवनेश्वर में FIH हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर 2019 के माध्यम से टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाई थी।

लिलिमा मिंज की उपलब्धियों पर एक नज़र डालें तो उन्होंने दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 एशियाई खेलों में कांस्य पदक अपने नाम किया था।

इसके बाद इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में 2018 संस्करण में एक रजत पदक भी हासिल किया था। वह उस टीम का भी हिस्सा थीं, जिसने FIH वूमेंस सीरीज के फाइनल में स्वर्ण पदक जीता था, जो हिरोशिमा 2019 में आयोजित हुआ था।

साल 2011 में अर्जेंटीना में चार देशों की सीरीज़ में नेशनल टीम के लिए डेब्यू करने वाली लिलिमा ने भारत के लिए 156 मैच खेले और 12 गोल करने में सफलता हासिल की। 

उन्होंने इंग्लैंड के लंदन में 2018 महिला हॉकी विश्व कप और ग्लासगो 2014 और गोल्ड कोस्ट 2018 कॉमनवेल्थ खेलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

लिलिमा को अभी हाल ही में बेंगलुरु में वूमेंस हॉकी नेशनल कैंप के लिए चुना गया था। उन्होंने आखिरी बार दक्षिण कोरिया में वूमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2021 में देश का प्रतिनिधित्व किया था।

बता दें कि उनका आखिरी मैच थाईलैंड के खिलाफ वूमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में था, जिसे भारत ने 13-0 से जीता था। उस मैच में लिलिमा ने दो गोल किए थे।

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