ISL के ईमर्जिंग प्लेयर लालेंगमाविया का लक्ष्य मारियो बालोतेली के रास्ते पर चलते हुए भारत के लिए है डेब्यू करना
आगामी FIFA वर्ल्ड कप क्वालिफ़ायर्स के लिए 35 सदस्यीय भारतीय दल का हिस्सा बन चुके हैं नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के लालेंगमाविया
नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफ़सी (NorthEast United FC) के मिडफ़िल्डर लालेंगमाविया (Lalengmawia) ने हाल ही में ख़त्म हुए इंडियन सुपर लीग (ISL) 2020-21 सीज़न के ईमर्जिंग प्लेयर विजेता रहे हैं।
20 वर्षीय इस मिज़ोरम के खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ख़ालिद जमील (Khalid Jamil) की हाईलैंडर्स को सेमीफ़ाइनल तक पहुंचाने में अहम किरदार निभाया। साथ ही साथ उन्हें ISL के ईमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर के ख़िताब से भी नवाज़ा गया।
इस साल जब भी नॉर्थईस्ट के लिए लालेंगमाविया मैदान में उतरे तो उन्होंने 45 नंबर की जर्सी पहन रखी थी, जबकि आम तौर पर ज़्यादा बड़े नंबर रिज़र्व खिलाड़ियों के लिए रखे जाते हैं। अपुइया के नाम से मशहूर लालेंगमाविया के पास और भी बेहतर नंबर वाली जर्सी पहनने का विकल्प था। लेकिन उन्होंने AIFF के साथ बातचीत में कहा कि ऐसा उन्होंने अपने आदर्श मारियो बालोतेली (Mario Balotelli) से प्रेरित होकर किया।
“45 मेरा पसंदीदा नंबर है और ये है सिर्फ़ एक खिलाड़ी मारियो बालोतेली की वजह से है। मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं और उनके आत्मविश्वास का दीवाना हूं।“
हालांकि इटली के स्ट्राइकर मारियो बालोतेली को उनके ग़ुस्से के लिए याद किया जाता है, एक समय वह दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली युवा फ़ुटबॉलर में से एक थे।
23 साल की उम्र में ही बालोतेली ने सीरी ए, UEFA चैंपियंस लीग और प्रीमियर लीग का ख़िताब अपने नाम कर चुके थे। जबकि कई दिग्गज खिलाड़ियों को इन सभी ट्रॉफ़ी को हासिल करने के लिए अपने करियर के काफ़ी साल गंवाने पड़ते हैं।
मैदान पर लालेंगमाविया के खेलने का तरीक़ा पूर्व मैनचेस्टर सिटी फ़ॉरवर्ड से बेहद अलग है, लेकिन मिज़ोरम का ये खिलाड़ी अपने हीरो की दूसरी सकारात्मक चीज़ों का क़ायल है। जिसमें सबसे ज़्यादा उन्हें मारियो बालोतेली का आत्मविश्वास प्रभावित करता है।
लालेंगमाविया ने अपनी प्रतिभा का लोहा तब मनवाया था जब उन्होंने केरला ब्लास्टर्स एफ़सी (Kerala Blasters FC) के ख़िलाफ़ अपना पहला आईएसएल गोल किया था। उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत नॉर्थईस्ट यूनाइटेड ने केरला ब्लास्टर्स को 2-0 से मात दी थी और हाईलैंडर्स को सेमीफ़ाइनल में पहुंचाया था।
इत्तेफ़ाक से वह गोल रेंज से किया गया था और इसी लॉन्ग-रेंज स्क्रीमर्स के लिए मारियो बालोतेली भी मशहूर थे।
लालेंगमाविया ने आईएसएल के सीज़न में दो बार टीम का नेतृत्व भी किया था, और इस तरह उन्होंने आईएसएल इतिहास के सबसे युवा कप्तान का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
इस सीज़न में लालेंगमाविया के बेहतरीन प्रदर्शन से प्रभावित होकर भारतीय फ़ुटबॉल टीम के हेड कोच इगोर स्टिमक (Igor Stimac) ने इस मिडफ़िल्डर को FIFA वर्ल्ड कप क्वालिफ़ायर्स के 35 सदस्यीय दल में भी शामिल किया। क्वालिफ़ायर्स के साथ साथ लालेंगमाविया AFC एशियन कप 2023 क्वालिफ़ायर्स की टीम में भी शामिल हैं, जो क़तर में खेली जानी है।
लालेंगमाविया ने बताया कि उन्हें आईएसएल में खेलता देख कैसा स्टिमक ने संदेश भेजा था।
“आईएसएल के दौरान ही मुझे स्टिमक का संदेश मिला था। जिसके बाद मैं बहुत ख़ुश हुआ था और साथ ही साथ अचंभित भी था। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने आपको कैंप के लिए चुना है ताकि मैं टीम की मदद कर सकूं। मैं स्टिमक के इस फ़ैसले से बेहद ख़ुश हूं और उम्मीद करता हूं कि उनके भरोसे पर खरा उतरूंगा।“
हालांकि ये युवा खिलाड़ी अच्छे से समझता है कि कैंप में खेलना और राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने में कितना फ़र्क है।
“मैंने अपनी मंज़िल अभी तक हासिल नहीं की है, मैं अभी बस संभावित में शामिल हूं टीम में चुना नहीं गया। मैं पूरी मेहनत करूंगा और उम्मीद करूंगा कि देश का नाम रोशन करूं।“