जापान ओपन 2024 बैडमिंटन: सतीश कुमार करुणाकरन ने प्री-क्वार्टरफाइनल में बनाई जगह, भारत का युगल अभियान हुआ समाप्त

बी सुमीत रेड्डी-एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी चोट की वजह से रिटायर हो गई। वहीं, रुतुपर्णा पांडा/स्वेतापर्णा की जोड़ी को पहले राउंड में हार मिली।

2 मिनटद्वारा शिखा राजपूत
GettyImages-1411991409
(Getty Images)

भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सतीश कुमार करुणाकरन ने योकोहामा में बुधवार को जापान ओपन 2024 टूर्नामेंट में पुरुष एकल के राउंड ऑफ 16 में जगह बनाई।

बीडब्ल्यूएफ सुपर 750 इवेंट में सतीश कुमार करुणाकरण एकमात्र भारतीय दावेदार हैं।

पुरुष एकल के मैच में 47वें स्थान के खिलाड़ी सतीश का मुकाबला टूर्नामेंट में तीसरी वरीयता प्राप्त एंडर्स एंटोनसेन से था, लेकिन वह चोट की वजह से रिटायर हो गए और इस तरह से सतीश ने अगले राउंड में जगह बना ली।

23 वर्षीय सतीश का अगले राउंड में गुरुवार को दुनिया के 40वें नंबर के खिलाड़ी थाईलैंड के कांटाफोन वांगचारोएन से सामना होगा।

पुरुष एकल के पहले राउंड में विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में 37वें स्थान पर काबिज किरण जॉर्ज को जापान के 30वें स्थान के कांता सुनेयामा से सीधे गेम में 19-21, 14-21 से हार का सामना करना पड़ा।

जॉर्ज ने 51 मिनट तक चले मैच में कांता को कड़ी टक्कर दी, लेकिन वह एक भी गेम जीतने में कामयाब नहीं हुए। वहीं, कांता ने जॉर्ज को स्कोर बराबर करने का कोई मौका नहीं दिया।

किरण जॉर्ज ने अच्छी शुरुआत की और स्कोर19-16 कर दिया। वह मैच में 1-0 की बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन सुनेयामा ने लगातार पांच अंक हासिल कर पहला गेम अपने नाम कर लिया।

दूसरे गेम में 11-10 से बराबरी का मुकाबला देखने को मिला। सुनेयामा ने बढ़त बनाई और मैच को सीधे गेम में समाप्त करने से पहले 18-12 पर छह अंकों की बढ़त बनाई।

इसके अलावा मिश्रित युगल जोड़ी बी सुमीत रेड्डी/एन सिक्की रेड्डी का डेनमार्क के जेस्पर टॉफ्ट और अमली मैगेलुंड से मुकाबला हुआ, लेकिन भारतीय जोड़ी रिटायर होने के कारण आगे नहीं बढ़ सकी।

महिला युगल में रुतुपर्णा पांडा और स्वेतापर्णा पांडा को डेनमार्क की जूली फिने इप्सेन-माई सुरोव से 8-21, 14-21 से हार का सामना करना पड़ा। 34 मिनट तक चले मैच के पहले गेम से ही भारतीय जोड़ी अंक जुटाने के लिए संघर्ष कर रही थी और डेनमार्क की जोड़ी ने आसानी से यह गेम अपने नाम कर लिया।

दूसरे गेम में भी जूली-माई ने बढ़त के साथ अपना दबदबा कायम रखा। वहीं, रुतुपर्णा पांडा-स्वेतापर्णा ने स्कोर के अंतर को कम करने की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए।

इस हार के साथ ही भारत का युगल अभियान इस टूर्नामेंट में समाप्त हो गया। आपको बता दें, मालविका बंसोड़, अश्मिता चालिहा और आकर्षि कश्यप की हार के साथ मंगलवार को भारत का महिला एकल में अभियान समाप्त हो गया था।

से अधिक