साक्षी मलिक ने विनेश फोग़ाट और बजरंग पुनिया को टोक्यो 2020 में पदक जीतने का प्रबल दावेदार बताया
इस बीच रियो 2016 खेलों की कांस्य पदक विजेता उम्मीद कर रही हैं कि उन्हें टोक्यो के लिए क्वालिफ़ाई करने का एक और मौका मिलेगा।
भारतीय पहलवान और ओलंपिक खेलों में भारत की एकमात्र महिला ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक (Sakshi Malik) अपना खोया हुआ आत्मविश्वास फिर हासिल करने और टोक्यो खेलों में 62 किग्रा वर्ग में स्थान बुक करने के लिए आश्वस्त हैं।
वहीं टोक्यो ओलंपिक गेम्स में वो भारतीय दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) से उम्मीद कर रही हैं।
2016 ओलंपिक में एक शानदार प्रदर्शन के बाद साक्षी मलिक ने ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता। इसके लिए हरियाणा की इस पहलवान को काफी संघर्ष करना पड़ा है।
हालांकि वो 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं, लेकिन साक्षी मलिक को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा था। बाद में साक्षी ने रेपचेज दौर में शानदार खेल दिखाया और कांस्य पदक पर अपना नाम लिख दिया।
इसके बाद वो एशियाई खेलों (Asian Games) से खाली हाथ लौटीं, तो सस्सारी सिटी मैटेलो पेलिकोन मेमोरियल (Sassari City Matteo Pellicone Memorial) और यासर डोगू मेमोरियल टूर्नामेंट (Yasar Dogu Memorial) में जल्दी बाहर हो गईं। लेकिन इन परिणामों ने उन्हें विचलित नहीं किया।
साक्षी मलिक ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि, "मुझे पता है कि मुझे कैसे वापस लय में आना है।"
27 वर्षीय पहलवान ने कहा, "जिस तरह से मैं प्रशिक्षण और अभ्यास कर रही हूं, मुझे विश्वास है कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगी और ओलंपिक कोटा हासिल करने में सफल रहूंगी।’’
सोनम मलिक (Sonam Malik) भी 62 किलोग्राम वर्ग में साक्षी मलिक के साथ खड़ी हैं, जिनके खिलाफ वह दो बार राष्ट्रीय ट्रायल में भाग ले चुकी हैं। लेकिन 27 साल की साक्षी मलिक टोक्यो गेम्स से पहले एक और मौके की उम्मीद के साथ इस गणित को और आसान बना देना चाहती हैं।
साक्षी मलिक ने कहा कि“मैंने उन मुक़ाबलों से सीखा है, मुझे पता है कि मुझे मुकाबले के अंतिम सेकंड में फ़ोकस रहने की ज़रूरत है, मैं विचलित नहीं होना चाहती हूं। अगर मैं अगले ट्रायल में क्वालिफाई करती हूं, तो मेरे पास गेम्स के लिए क्वालिफाई करने के लिए दो और मौके होंगे- एशियन वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स और वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स।"
विनेश फ़ोगाट और बजरंग पुनिया पदक के दावेदार
अब तक चार भारतीय पहलवान टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा बुक कर चुके हैं। हालांकि साक्षी मलिक के अनुसार, उनमें से दो पहलवान अगले साल पदक जीत सकते हैं।
"विनेश रियो में मजबूत पदक की दावेदार थीं।" 2020 की एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप रजत पदक विजेता ने कहा। “वो चोटिल हो गई, नही तो वो आगे तक जातीं और भारत के लिए पदक ज़रूर हासिल करतीं।’’
मलिक ने कहा कि, “मुझे विश्वास है कि वो इस बार पोडियम तक का सफर तय करेंगी। मुझे लगता है कि, विनेश और बजरंग देश के शीर्ष पदक के दावेदार हैं।”
लंदन 2012 ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता, योगेश्वर दत्त (Yogeshwer Dutt) ने भी विनेश फोगाट और दीपक पुनिया (Deepak Punia) के साथ बजरंग पुनिया को ओलंपिक पदक के लिए अपने फेवरेट पहलवान के रूप में चुना था।