टोक्यों ओलंपिक के स्थगित होने से हमें तैयारी करने के लिए और अधिक समय मिला है: रोहन बोपन्ना
रोहन बोपन्ना और दिविज शरण से भारत को पुरुष युगल टेनिस स्पर्धा में अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में पदक की उम्मीद है।
दिग्गज भारतीय युगल टेनिस खिलाड़ी और ओलंपियन रोहन बोपन्ना (Rohan Bopanna) का मानना है कि टोक्यो खेलों के एक साल के लिए स्थगन ने उन्हें और उनके हमवतन को 2021 में होने वाले ओलंपिक के लिए पूरी तरह तैयार होने का पर्याप्त समय दिया है।
रोहन बोपन्ना ने मार्च के शुरू में ज़गरेब में क्रोएशिया के खिलाफ भारत की डेविस कप टाई में लिएंडर पेस (Leander Paes) के साथ जोड़ी बनाई थी। जिसके बाद कोरोना वायरस (COVID -19) के प्रकोप के कारण सभी खेल आयोजनों को निलंबित कर दिया था और एक साल तक ग्रीष्मकालीन खेलों को स्थगित कर दिया गया था।
हालांकि, 40 वर्षीय बोपन्ना लगभग तीन महीने के बाद ट्रेनिंग पर लौटे हैं। उनका मानना है कि स्थगन से एथलीटों को योजना बनाने और तैयार होने में अधिक समय मिला है। रोहन बोपन्ना ने डेक्कन हेराल्ड के साथ एक पॉडकास्ट के दौरान कहा, "टोक्यो ओलंपिक के लिए अभी भी लंबा सफर तय करना बाकी है।’
उन्होंने ये भी कहा कि, "हमारे पास तैयारी के लिए अभी पर्याप्त समय है और हमें उम्मीद है कि अगले तीन-चार महीनों में टेनिस शुरू हो जाएगा। ओलंपिक के लिए जाने से पहले हमारे पास आठ-दस महीने का अच्छा समय होगा। मुझे लगता है कि एक एथलीट के पास टोक्यो के लिए क्वालिफ़ाई करने के लिए और तैयार होने के लिए पर्याप्त समय है।''
जहां अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स को फिर से शुरू करने में समय लगेगा, ऐसे में टेनिस प्रतियोगिताओं का शुरू होना भी अभी तय नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय टेनिस के लिए अभी तक सीमाओं के साथ, टेनिस कैलेंडर अनिश्चित दिख रहा है। अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) ने भारत के डेविस कप और फेड कप टाईज़ को एक साल के लिए स्थगित कर दिया है और इस वर्ष के विंबलडन को भी रद्द कर दिया है।
रोहन बोपन्ना का मानना है कि देश में घरेलू टेनिस टूर्नामेंट को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय और राज्य संघों के लिए ये सही समय होगा। रोहन बोपन्ना ने कहा, "मुझे लगता है कि घरेलू सर्किट को फिर से शुरू करने के लिए यह एक अच्छा समय है।"
उन्होंने कहा, ''सच कहूं तो अभी कुछ शहरों में बाहर जाना और गेम खेलना ठीक है।'' उन्होंने आगे कहा कि, ‘’मुझे लगता है कि हमें घरेलू स्तर पर यह समझने की जरूरत है कि हर एक खिलाड़ी कैसे टूर्नामेंट खेले और बाहर खेलने जाने से पहले वो प्रतिबंध को समझे।’’