टोक्यो-बाउंड भारतीय जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने मंगलवार को स्विट्जरलैंड के लूसर्न में ओयोजित होने वाले स्पिट्ज़ेन लीचतैथलेटिक (Spitzen Leichtathletik) से अपना नाम वापस ले लिया।
स्पोर्टस्टार के अनुसार, नीरज चोपड़ा ने किसी चोट के कारण नहीं बल्कि एहतियात के तौर पर एथलेटिक्स मीट से अपना नाम वापस लिया है। भारतीय एथलीट अगले महीने से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक से पहले आराम करना चाहते हैं।
पानीपत के 23 वर्षीय खिलाड़ी ने टोक्यो 2020 की तैयारी के लिए मई में यूरोप का दौरा किया था और जून में तीन टूर्नामेंटों में भाग लिया, जहां दो में वो स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे थे।
नीरज चोपड़ा ने 83.18 के थ्रो के साथ लिस्बन में स्वर्ण पदक जीतकर अपने अंतरराष्ट्रीय सत्र की शुरुआत की, और 80.96 प्रयास के साथ स्वीडन के कार्लस्टेड में फोक्सम ग्रांड प्रिक्स में एक और खिताब के साथ जीत का सिलसिला बरकरार रखा।
शनिवार को फिनलैंड में कुओर्टेन खेलों में अपनी आखिरी प्रतियोगिता में भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर ने दुनिया के नंबर 1 और ओलंपिक में फेवरेट माने वाले वाले जोहान्स वेटर (Johannes Vetter) के साथ मुक़ाबला किया।
नीरज चोपड़ा ने 86.79 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता, जबकि जर्मनी के जोहान्स वेटर ने 93.59 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। 2012 के लंदन खेलों के चैंपियन केशोर्न वालकॉट ने 89.12 मीटर के साथ रजत पदक जीतने में सफल रहे।
मौजूदा राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन नीरज चोपड़ा टोक्यो जाने से पहले गेट्सहेड में होने वाले डायमंड लीग में जोहान्स वेटर के साथ फिर मुक़ाबला कर सकते हैं।