खेल की दुनिया में भारत और पाकिस्तान से बड़ी कोई राइवलरी नहीं है। इन दोनों चिर प्रतिद्वंदियों का मैच हमेशा ही दर्शकों को उत्साहित करता है।
दोनों टीमों की सफलता और विफलता एक जैसी है, यही कारण है कि दोनों टीमों के मुकाबले और भी रोमांचक नज़र आते हैं।
भारत और पाकिस्तान की टीमों ने कई दशक तक हॉकी जगत में राज किया है, लेकिन बाद में उनके लगातार खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें अर्श से फर्श तक का सफर तय करना पड़ा।
दोनों टीमों ने ओलंपिक पदक से लेकर विश्व कप जीत तक का स्वाद चखा है। इसके साथ ही एशिया की दोनों दिग्गज टीमों को काफी सालों तक हार का भी सामना करना पड़ा है।
हालांकि, दोनों टीमों के अपने-अपने प्रदर्शन के बावजूद जब भी दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं तो हॉकी जगत और प्रशंसकों की नज़रे उन पर ही बनी रहती हैं।
आइए नज़र डालते हैं साल 1956 में शुरू हुए इस मुक़ाबले के हेड-टू-हेड रिकार्ड पर।
भारत बनाम पाकिस्तान: ओलंपिक स्वर्ण पदक के लिए संघर्ष
भारत और पाकिस्तान की टीम स्वतंत्र राष्ट्रों के रूप में पहली बार मेलबर्न में 1956 के ओलंपिक फाइनल में आमने- सामने हुई थी। यह पहली बार था, जब दोनों दिग्गज टीमों के बीच ख़िताबी भिड़ंत हुई थी।
इससे पहले, भारत लगातार पांच बार ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक जीत चुका था, जबकि पाकिस्तान लगातार दो संस्करणों में शीर्ष चार में तो जगह बनाने में कामयाब हुआ लेकिन एक भी पदक नहीं जीत पाया था।
भारत के रणधीर सिंह जेंटल के एक गोल ने भारत को 1-0 से जीत दिलाकर भारत की पदक तालिका में एक और स्वर्ण पदक जोड़ दिया था।
हालांकि, ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल में भारत और पाकिस्तान की टीमें एक बार और आमने-सामने थीं। रोम में आयोजित 1960 ओलंपिक खेल के फाइनल दोनों टीमों के बीच मुक़ाबला देखने को मिला था।
इस बार पाकिस्तान की टीम भारत पर भारी पड़ी। पाकिस्तान की ओर से मैच का एकमात्र गोल नसीर अहमद बुंदा ने किया।
तब से भारत और पाकिस्तान की टीमें ओलंपिक में सात बार आमने-सामने आ चुकी हैं, जिसमें पाकिस्तान की टीम ने चार बार जीत दर्ज की है, जबकि भारत ने दो बार जीत हासिल की है और एक मैच का कोई नतीजा नहीं निकला।
भारत ने ओलंपिक में आठ बार स्वर्ण पदक अपने नाम किया है, वहीं पाकिस्तान ने ओलंपिक में तीन बार स्वर्ण पदक जीता है।
हालांकि, दोनों टीमों की प्रतिद्वंद्विता ओलंपिक तक ही सीमित नहीं है। दोनों देशों को अक्सर हर टूर्नामेंट में ख़िताब के लिए आमने-सामने देखा जाता है खासकर एशियन गेम्स में।
आइए देखते हैं एशियाई खेल में कैसा रहा है दोनों टीमों का रिकॉर्ड
भारत और पाकिस्तान की टीमें अब तक एशियाई खेल के फाइनल में आठ बार आमने-सामने आ चुकी हैं। साल 1958 और साल 1982 के बीच लगातार सात बार दोनों टीमों ने फाइनल खेला था।
साल 1958, 1962, 1970, 1974, 1978, 1982 और साल 1990 के फाइनल में भारत को हराकर पाकिस्तान कॉन्टिनेंटल इवेंट में अपना दबदबा बनाए रखा था। हालांकि, साल 1966 में भारतीय टीम अपने बेहतरीन फॉर्म में नज़र आई।
पाकिस्तान के पास एशियाई खेल की हॉकी प्रतियोगिता में आठ स्वर्ण पदक हैं, जबकि भारत ने तीन स्वर्ण पदक जीते हैं।
साल 1978 और साल 2006 के बीच, भारत और पाकिस्तान टीम ने घरेलू मैदान और बाहरी मैदान पर कई द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज़ खेली, जहां पाकिस्तानी टीम ने आठ में से छह सीरीज अपने नाम की और भारत ने साल 1986 में जीत हासिल की। वहीं, दोनों टीमों के बीच एक सीरीज ड्रॉ रही।
हॉकी में भारत बनाम पाकिस्तान के हेड-टू-हेड आंकड़े
भारत बनाम पाकिस्तान हेड-टू-हेड रिकार्ड पर नज़र डालें तो दोनों टीमों ने अब तक 181 मुकाबले खेले हैं, जिसमें पाकिस्तान की टीम ने 82 मुकाबले जीते हैं जबकि भारत ने 67 मुकाबलों में जीत हासिल की है। बाकी के 32 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।