क्रिकेट हो या फ़ील्ड हॉकी सालों से इन खेलों में भारत बनाम पाकिस्तान मुक़ाबले का अलग ही रोमांच देखने को मिला है। साथ ही इनकी भिड़ंत ने इस प्रतिद्वंद्विता को ऐतिहासिक बना दिया है। बहरहाल, जब बात फ़ुटबॉल की आती है, तो दोनों टीमों के बीच खेले गए मुक़ाबले सीमित हैं।
भारत और पाकिस्तान ने अब तक 29 अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल मैचों में एक-दूसरे का सामना किया है। भारतीय पुरुष फ़ुटबॉल टीम ने हेड टू हेड रिकॉर्ड में अपना दबदबा क़ायम किया है। जिसमें भारत ने 16 मैचों में जीत हासिल की है जबकि सिर्फ़ 4 में हार का सामना करना पड़ा है। बाक़ी 9 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं।
23 मार्च, 1952 को पहली बार दोनों टीमें कोलंबो कप के दौरान आपस में टकराई थीं, जो एक एशियाई क्वाड्रैंगुलर टूर्नामेंट था। इसका हिस्सा बर्मा और सीलोन (अब श्रीलंका) भी थे। भारत और पाकिस्तान के बीच पहला फ़ुटबॉल मैच गोलरहित ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
हालांकि, भारत ने 1953 के कोलंबो कप में म्यांमार के आंग सान स्टेडियम में नेविल डिसूजा के गोल की मदद से पाकिस्तान पर 1-0 से पहली जीत हासिल की थी।
इस बीच, पाकिस्तान पुरुष फ़ुटबॉल टीम ने 1959 एशिया कप के दौरान भारत पर अपनी पहली जीत दर्ज की, जिसमें अब्दुल्ला के गोल ने अपनी टीम को जीतने में मदद की। यह दोनों टीमों के बीच छठा मुक़ाबला था।
साल 1999 में नेपाल के काठमांडू में एसएएफ खेलों का आयोजन किया गया, जहां एक ग्रुप गेम में दोनों टीमों के बीच सबसे अधिक स्कोर वाला मैच खेला गया। भारतीय टीम ने आईएम विजयन की हैट्रिक की बदौलत 5-2 से मैच अपने नाम किया था, जबकि जूल्स अल्बर्टो और शब्बीर पाशा ने एक-एक गोल किया। वहीं, पाकिस्तान के लिए हारून यूसुफ़ और गोहर ज़मान ने एक-एक गोल किए।
भारत बनाम पाकिस्तान फ़ुटबॉल प्रतिद्वंद्विता की सबसे बड़ी जीत भारतीय टीम के नाम है, जो उन्हें हाल ही में SAFF चैंपियनशिप 2023 में 4-0 से मिली। भारतीय फ़ुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री की हैट्रिक के दम पर भारत ने यह जीत हासिल की। इसी के साथ तीन गोल दागने वाले छेत्री, पूरन बहादुर (1954 कोलंबो कप) और आईएम विजयन (1999 एसएएफ खेल) के बाद पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हैट्रिक लगाने वाले तीसरे भारतीय बन गए।
साल 2005 में पाकिस्तान ने भारत पर अपनी सबसे बड़ी जीत लाहौर में एक फ़्रेंडली मैच में दर्ज की थी। मोहम्मद एस्सा, तनवीर अहमद और आरिफ़ महमूद ने गोल करके घरेलू टीम को 3-0 से जीत दिलाने में मदद की।
SAFF चैंपियनशिप में भारत और पाकिस्तान ने सबसे ज़्यादा बार एक-दूसरे से मुक़ाबला किया है। 1993 में दोनों के बीच पहला मैच (तब इसे SAARC कप के नाम से जानते थे) मुहम्मद नौमान ख़ान और आईएम विजयन के गोल की वजह से 1-1 के ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
यह SAFF चैंपियनशिप में दोनों टीमों के बीच एकमात्र ड्रॉ था। भारत ने इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दो सेमी-फ़ाइनल सहित 7 मैच जीते हैं। जबकि 2003 संस्करण के दौरान ग्रुप स्टेज मैच में सरफराज़ रसूल के गोल की बदौलत पाकिस्तान ने सिर्फ़ एक मैच जीता है।