भारतीय बॉक्सर परवीन हुडा के निलंबन के कारण भारत को पिछले साल पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ में एशियाई खेलों में जीता गया कांस्य पदक गंवाना पड़ सकता है।
परवीन, जिन्होंने हांगझोऊ में महिलाओं के 57 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीतकर पेरिस 2024 ओलंपिक मुक्केबाजी कोटा हासिल किया था, को अंतरराष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (आईटीए) द्वारा व्हेयरअबाउट (स्थित जांच) की विफलता के लिए 22 महीने तक निलंबित कर दिया गया है।
आईटीए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, "आईटीए पुष्टि करता है कि मुक्केबाज परवीन हुडा को 12 महीने की अवधि के भीतर तीन व्हेयरअबाउट (स्थित जांच) विफलताओं के बाद 22 महीने की अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है, जो 16 जुलाई 2025 तक प्रभावी है।"
इसमें कहा गया है, "अपात्रता की अवधि के अलावा, 11 दिसंबर, 2022 से 17 मई, 2024 के बीच प्राप्त एथलीट के परिणाम अयोग्य हैं।"
परवीन हुडा ने 4 अक्टूबर, 2023 को सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद कांस्य पदक हासिल किया था, वह मुकाबला चीनी ताइपे की लिन यू-टिंग से हार गई थी। चूंकि परिणाम आईटीए द्वारा निर्धारित समय अवधि के भीतर आता है, इसलिए भारतीय मुक्केबाज अपना कांस्य पदक खो देंगी।
इसका मतलब यह भी है कि एशियाई खेल 2023 में भारत की कुल पदक तालिका 107 से घटकर 106 हो जाएगी। हालांकि, इससे कुल पदक तालिका में देश के चौथे स्थान पर रहने पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के सचिव हेमंत कलिता ने बताया, "आईटीए ने उनके निलंबन को आठ महीने कम कर दिया, लेकिन उस अवधि के दौरान उनके परिणाम भी रद्द कर दिए।"
निलंबन के कारण, भारत को पेरिस 2024 कोटा भी छोड़ना पड़ा जो परवीन ने एशियाई खेलों से हासिल किया था।
हालांकि, भारत के पास 24 मई से थाईलैंड में शुरू होने वाले दूसरे विश्व ओलंपिक क्वालीफायर में कोटा हासिल करने का मौका होगा। बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेल 2022 में महिलाओं के 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतने वाली जैस्मीन लंबोरिया क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के लिए 57 किग्रा वर्ग में रिंग में उतरेंगी। अगर जैस्मीन कट-ऑफ में पहुंचने में सफल रहती हैं तो वह भारत के लिए कोटा वापस जीत सकती है।